जयपुर. मकर संक्रांति पर राजधानी जयपुर में जमकर पतंगबाजी हुई. पतंगबाजी बेजुबान पक्षियों के लिए घातक साबित हुई है. पतंग की डोर की चपेट में आने से सैकड़ों पक्षी घायल हो गए, तो कई पक्षियों की मौत हो गई. मंगलवार को मांझे की चपेट में आने से विश्व का सबसे तेज उड़ने वाला पक्षी पैराग्रीन फाल्कन घायल हो गया. एक पक्षी प्रेमी घायल पक्षी पैराग्रीन फाल्कन को लेकर रक्षा संस्थान के पक्षी चिकित्सा शिविर में पहुंचा. पक्षी का इलाज करके जान तो बचा ली गई, लेकिन पंख नहीं बचाया जा सका.
वेटरनरी डॉक्टर शुभम पंत के मुताबिक पैराग्रीन फाल्कन का पंख मांझे की चपेट में आने से हड्डी समेत पूरा कट चुका था और काफी ब्लड लॉस भी हो गया. पक्षी की जान सुरक्षित बचा ली गई, लेकिन पंख नहीं बचाया जा सका. पक्षी को रेस्क्यू सेंटर के इंटेंसिव केयर यूनिट में डॉक्टर स्टीफन हर्ष और उनकी टीम की निगरानी में रखा गया है.
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आसमान के राजा को प्राण घातक मांझे ने कर दिया अपंग : विश्व का सबसे तेज उड़ने वाला पक्षी पैराग्रीन फाल्कन को घायल अवस्था में चिकित्सा शिविर में लाया गया था. पक्षी की जान को बचा ली गई, लेकिन आसमान के राजा को प्राण घातक मांझे ने अपंग कर दिया. रक्षा संस्थान की ओर से रामनिवास बाग में 5 दिवसीय निशुल्क पक्षी चिकित्सा शिविर लगाया गया था, जिसका मंगलवार को समापन हो गया. 12 जनवरी से 16 जनवरी तक पांच दिवसीय कैंप में करीब 548 घायल पक्षी आए थे, जिसमें 481 कबूतर, एक लेसर फ्लेमिंगो, एक पैराग्रीन फाल्कन, एक शॉर्ट ईयर्ड ऑवलेट समेत अन्य पक्षी शामिल थे.
90 पक्षी अन्य संस्थाओं की ओर से रक्षा शेल्टर पर पहुंचाए गए. करीब 20 डॉक्टरों की टीम पक्षियों के उपचार में लगी हुई है. 20 वॉलिंटियर्स की टीम पक्षियों की पुनर्वास में लगी हुई है. प्रयास किया जा रहा है कि पक्षियों का इलाज करके जल्द प्राकृतिक आवास में छोड़ा जाए. रक्षा संस्थान का हेल्पलाइन नंबर 9828500065 पर सूचना देकर बेजुबान पक्षियों के इलाज में सहयोग करें. रक्षा संस्थान का हेल्पलाइन नंबर साल भर चालू रहता है.
मकर संक्रांति पर 1500 से ज्यादा पक्षी हुए घायल : मकर संक्रांति पर विभिन्न संस्थाओं की ओर से शहर में एक दर्जन से ज्यादा निशुल्क पक्षी चिकित्सा शिविर लगाए गए थे. सभी संस्थाओं के पक्षी चिकित्सा शिविर में करीब 1500 से ज्यादा घायल पक्षी पहुंचे. करीब 548 घायल पक्षी रक्षा संस्थान के चिकित्सा शिविर में लाए गए. वहीं, 400 से अधिक घायल पक्षी होप एंड बियोंड संस्था और एंजेल आइज फाउंडेशन के निशुल्क पक्षी चिकित्सा शिविर में आए. शौर्य सेवा संस्थान की ओर से पांच जगह पर चिकित्सा शिविर लगाए गए, जिनमें 122 घायल पक्षियों को रेस्क्यू करके लाया गया, जिनका इलाज किया गया. अन्य संस्थाओं के पक्षी चिकित्सा शिविर में भी सैकड़ों घायल पक्षी रेस्क्यू करके लाए गए.