जयपुर. प्रदेश के 65 हजार सरकारी स्कूलों में 16 लाख 65 हजार पुस्तकें इश्यू कराते हुए लाइब्रेरी डे मनाया गया. छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से विभाग ने सरकारी स्कूलों में लाइब्रेरी डे की पहल की. शनिवार को नो बैग डे के दिन सरकारी स्कूलों में संचालित पुस्तकालयों का शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने निरीक्षण किया. साथ ही छात्रों को लाइब्रेरी की महत्ता समझाते हुए, इसके इस्तेमाल को लेकर प्रेरित किया गया. साथ ही संस्था प्रधानों को हर सप्ताह कम से कम 2 घंटे का समय लाइब्रेरी को समर्पित करने के निर्देश दिए.
राजस्थान स्कूल शिक्षा विभाग विभिन्न नवाचार करते हुए शिक्षा के क्षेत्र में सकारात्मक परिवर्तन लाने का प्रयास कर रहा है. इस कड़ी में विभाग ने सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों को लाइब्रेरी से लाभान्वित करने की पहल की. शनिवार को नो बैग डे के अवसर पर प्रदेश के सभी राजकीय विद्यालयों में लाइब्रेरी डे का आयोजन किया गया. स्कूल शिक्षा विभाग के शासन सचिव नवीन जैन ने बताया कि निरीक्षणकर्ता अधिकारियों ने स्कूलों में लाइब्रेरी का कालांश लगाए जाने, लाइब्रेरी कक्ष में विद्यार्थियों के लिए बैठने की पर्याप्त व्यवस्था, किताबों के अनुपात में पर्याप्त अलमारी/रैक की उपलब्धता, किताबों के व्यवस्थित प्रदर्शन, स्टॉक और वितरण रजिस्टर, पुस्तकालय प्रबंधन समिति, विद्यार्थी पुस्तकालय परिषद के गठन, पुस्तकों की संख्या और वहां पर नियमित आने वाले पत्र-पत्रिकाओं की स्थिति के बारे में रिपोर्ट पेश की.
निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने संस्था प्रधानों को हर सप्ताह कम से कम 2 घंटे का समय लाइब्रेरी को समर्पित करने और लाइब्रेरी की पुस्तकों के रूप में समृद्ध साहित्य से ज्यादा से ज्यादा छात्रों को लाभान्वित करने के लिए निर्देशित किया. उन्होंने संस्था प्रधानों को छात्रों में पढ़ने की रुचि विकसित करने और पुस्तकों को खरीदने के लिए विभाग की दिए जा रहे फंड का उपयोग करने के निर्देश दिए.
विभाग की इस पहल में प्रदेश के 65 हजार 471 राजकीय विद्यालयों में छात्रों ने करीब 16 लाख 65 हजार पुस्तकें इश्यू कराई. लाइब्रेरी डे के अवसर पर छात्रों और शिक्षकों में जागरूकता लाने के लिए करीब 63 हजार सेशंस भी लिए गए. साथ ही आईईसी एक्टिविटी भी की गई.