जयपुर. माकपा विधायक दल के नेता बलवान पूनिया ने प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि पुलिस महकमे में नीचे से लेकर ऊपर तक सब सेट रहते हैं. बलवान पूनिया ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपराधिक घटनाओं का जिक्र कर यह बात कही.
बलवान पूनिया ने कहा कि जब सरकार बदलती है तो हालात भी बदलते हैं, लेकिन जब से प्रदेश में सरकार बदली है हालात वैसे के वैसे ही हैं. उन्होंने बताया कि प्रदेश में खनन माफिया का आतंक फैला हुआ है, वह पुलिस वाले को भी मारने से नहीं चूक रहे हैं. उन्होंने कहा कि नगर फोर्ट में धरने के दौरान पुलिस ने किसान को मार दिया. थानागाजी की गैंगरेप की घटना ने राजस्थान को शर्मसार कर दिया, सामूहिक बलात्कार का उसका वीडियो बनाया. इसी तरह राजस्थान विश्वविद्यालय में 150 छात्रों को पीट दिया और आज भी पीसीआर वैन वहां खड़ी रहती है.
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माकपा विधायक दल के नेता ने कहा कि सीकर में भी पुनः मतगणना को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्रों को पुलिस ने पीटा. भाकपा के दफ्तर पर भी हमला किया और 86 लोगों को गिरफ्तार कर लिया. बलवान पूनिया कुछ दिन पहले बहरोड़ थाने पर एके47 से हमला कर बदमाश को छुड़ाकर ले जाने वाली घटना का भी जिक्र किया और कहा कि इस मामले में 2 पुलिस वालों को बर्खास्त कर पूरे थाने को लाइन हाजिर किया गया है जो कि पर्याप्त नहीं है. सरकार इस घटना को लेकर पूरी तरह विफल रही है. उन्होंने कहा कि कटारिया ने भी यह बयान दिया है कि कांग्रेस सरकार में 85 प्रतिशत अपराध बढ़े हैं यानि वह मानते हैं कि उनकी भी सरकार में अपराध हुए हैं. उन्होंने कहा कि आनंदपाल का भाग जाना, उसका एनकाउंटर और एक सिपाही की मौत भाजपा कार्यकाल में हुई है.
बलवान पूनिया ने कहा कि राजस्थान प्रदेश शांति प्रिय प्रदेश है और यहां माफिया पनप रहे हैं, इसमें पुलिस की मिलीभगत भी शामिल है. बलवान पूनिया ने कहा कि एसएचओ से लेकर एसपी तक और एसपी से ऊपर तक पूरा कार्यक्रम सेट है. आज यह कहने वाला कोई भी नहीं है कि नहीं साहब हमें हमारी तनख्वाह ही बहुत है. बलवान पूनिया के मुताबिक मुख्यमंत्री गहलोत ने भी यह कहा है कि पुलिस में पूरा कार्यक्रम सेट है. पूनिया ने कहा कि यह कहने से काम नहीं चलेगा हमें यह बंद करना होगा.
थानों में माफिया मुहैया कराते है सुविधाएं
बलवान पूनिया ने कहा कि प्रदेश में सरकार बदलने के बाद हालात सुधरने के बजाय और ज्यादा बिगड़ गए हैं. उन्होंने कहा कि आज थानों में माफिया की घुसपैठ हो गई है. माफिया थानों पर पैसा खर्च करते हैं और वहां सुविधाएं मुहैया कराते हैं. उन्होंने कहा कि मेरे खुद के विधानसभा क्षेत्र में 3 थाने हैं जिसमें से 2 में ऐसा हो चुका है. पूनिया ने कहा कि अपराधों को रोकने के लिए जो सुझाव दिए गए हैं उनसे मुख्यमंत्री और डीजीपी को भी अवगत कराया जाएगा.
बलवान पूनिया ने अपराधों पर रोक लगाने के लिए निम्न सुझाव भी दिए
- पुलिस का कोई भी एसपी और एसएचओ 6 महीने से लेकर 9 महीने तक एक ही स्थान पर नहीं रहे तथा सिपाही हवलदार हर 6 से 12 माह में बदले जाएं, ताकि वह थानों को अपनी जागीर न समझे.
- देश के संविधान, अधिकार, कर्तव्य बदले हुए कानून के बारे में पुलिस जन जागरण अभियान जनता के बीच लेकर जाए ना कि सीएलजी के माध्यम से थानों में ही खाना पूर्ति करें.
- शिक्षण संस्थानों में कानून व्यवस्था के नाम पर पुलिस की दखलअंदाजी बंद हो.
- रिश्वत में रंगे हाथ पकड़े जाने पर सिर्फ सस्पेंड नहीं नौकरी से बर्खास्त किया जाए.
- पुलिस की नफरी बढ़ाकर पुलिस का तनाव भी कम किया जाए ताकि न्याय में देरी ना हो.
- ऐसा पोर्टल तैयार किया जाए जिस पर शिकायतकर्ता की शिनाख्त ना हो और शिकायत की जा सके.
- सट्टे, जुआरी और अवैध धंधों में पकड़े गए लोगों में शराब माफियाओं व भू-माफिया से दान के रुप में राशि किसी भी सूरत में नहीं स्वीकार की जाए.
- आबकारी नियमों को सख्ती से लागू करना चाहिए ना कि महज राजस्व के लिए पूरी रात शराब बिक्री की जाए.
- सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने के लिए धार्मिक मेलों और जुलूस को बकायदा अनुमति से ही निकालने दिया जाए. यूं ही आयोजन में ऊंची आवाज में बजने वाले डीजे को बंद किया जाए ताकि झगड़ा ना हो.
- पुलिस की काम के प्रति जवाबदेही तय हो और औचक निरीक्षण के नियम तय हो.