जयपुर. अडानी समूह के खिलाफ आम आदमी पार्टी (आप) के विरोध प्रदर्शन पर पुलिस की ओर से बरसाई गई लाठियां का मामला गरमाता जा रहा है. आप ने आरोप लगाया है कि बीजेपी के खिलाफ होने वाले प्रदर्शन पर कांग्रेस सरकार की ओर से लाठियां बरसाई जाएं, तो यह साफ दिखाता है कि दोनों पार्टियों का किस तरह से राजस्थान में गठजोड़ चल रहा है. इसीलिए शांतिपूर्ण तरीके से निकाली जा रही रैली पर बर्बरतापूर्वक लाठियां बरसाई गईं. राजस्थान में लोकतंत्र नहीं बल्कि आपातकाल जैसे हालात हैं.
शांतिपूर्ण रैली पर बरसाई लाठियां: आप के कार्यकर्ताओं पर बरसाई गई लाठियों पर राजस्थान आम आदमी पार्टी मुख्यालय पर सोमवार को प्रेस वार्ता कर सरकार पर बीजेपी से मिलीभगत का आरोप लगाया. राजस्थान मीडिया कोऑर्डिनेटर योगेंद्र गुप्ता ने कहा कि पार्टी की ओर से रविवार को अडानी और केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया जा रहा था. इसी दौरान पार्टी मुख्यालय से 200 मीटर की दूरी पर ही पार्टी की रैली को रोक दिया गया. जबकि आप कार्यकर्ता शांतिपूर्ण मार्च करते हुए भाजपा प्रदेश मुख्यालय का घेराव करने के लिए निकले थे. उसी दौरान पुलिस ने पार्टी के कार्यकर्ताओं को रोका और उन पर लाठीचार्ज किया. पुलिस ने प्रायोजित तरीके से ये लाठीचार्ज किया.
2 दर्जन घायल: गुप्ता ने कहा कि पुलिस की ओर से किए गए लाठीचार्ज से 2 दर्जन से अधिक आप कार्यकर्ताओं को गंभीर चोट आई है. कुछ कार्यकर्ताओं का अस्पताल में इलाज चल रहा है, जबकि कुछ कार्यकर्ता को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई. उन्होंने कहा कि जिस अडानी ग्रुप को लेकर कांग्रेस दिखावे के रूप में बयानबाजी करती रहती है, उसी अडानी ग्रुप के खिलाफ जब आप पार्टी ने विरोध प्रदर्शन किया तो उसे रोक दिया गया. ऐसे में साफ दिखाता है कि राजस्थान की गहलोत सरकार बीजेपी के साथ मिली हुई है.
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गुप्ता ने कहा कि कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी अडानी मामले को लेकर सदन में आवाज उठा रहे हैं. ऐसे में गहलोत सरकार को आम आदमी पार्टी का साथ देने की बजाय बीजेपी के साथ मिलकर कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज करने का काम किया है. पुलिस भले ही कितनी कोशिश कर ले, लेकिन आप पार्टी के कार्यकर्ता चुप नहीं बैठेंग़े. गहलोत सरकार की नाकामियों को लेकर सड़कों पर उतरेंगे. इसके लिए चाहे गहलोत सरकार कितनी ही लाठियां कार्यकर्ताओं को बरसाए, कार्यकर्ता चुप नहीं बैठेंगे.