जयपुर. राज्यपाल कलराज मिश्र ने इंद्रजीत महांति को राजस्थान हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश पद की शपथ दिलाई. राजभवन में हुए समारोह में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी की मौजूदगी में उन्हें शपथ दिलाई गई. इससे पहले मुख्य सचिव डीबी गुप्ता ने कार्यक्रम में राष्ट्रपति की तरफ से भेजा गया वारंट पढ़ा.
शपथ ग्रहण कार्यक्रम के बाद मीडिया से रूबरू हुए मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि उन्हें यह पद लोगों की सेवा के लिए मिला है और वह ग्राउंड पर रहकर अपनी कोशिशों में कोई कमी नहीं छोड़ेंगे. महांति के अनुसार न्यायालयों में केसेस की पेंडेंसी एक बड़ा मुद्दा है, लेकिन वह रात दिन एक कर कोशिश करेंगे कि आमजन को राहत मिल सके. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि वह किसी को सपना नहीं दिखाना चाहते, लेकिन ग्राउंड लेवल पर अपनी कोशिशों पर भी कोई कमी नहीं छोड़ेंगे.
पढ़ेंः जयपुरवासियों के साथ विदेशी सैलानियों पर भी चढ़ा गरबा-डांडिया का रंग
न्यायपालिका में पारदर्शिता के पक्ष में महांति:
पत्रकारों से बातचीत के दौरान मुख्य न्यायाधीश इंद्रजीत महांति न्यायपालिका में पारदर्शिता के पक्ष में भी दिखे. खासतौर पर न्यायाधीशों की तरफ से अपनी संपत्ति कि सार्वजनिक जानकारी देने से जुड़े सवाल पर महांति ने यह बात कही. उनके अनुसार वे चाहेंगे इसकी शुरुआत जरूर हो, क्योंकि पारदर्शिता रहेगी तो सबका न्यायपालिका में विश्वास बना रहेगा.
पढ़ेंः पूर्वी राजस्थान के कई शहरों में धूल भरी आंधी और हल्की बारिश की संभावना : मौसम विभाग
शपथ ग्रहण में यह रहे मौजूद:
शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष डीबी गुप्ता, पुलिस महानिदेशक भूपेंद्र यादव, नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल, परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, ऊर्जा मंत्री डॉक्टर बीडी कल्ला, सरकारी मुख्य सचेतक डॉक्टर महेश जोशी सहित राजस्थान बार एसोसिएशन की कार्यकारिणी और अन्य जज और अधिकारी मौजूद रहे.