जयपुर. न्यायिक अधिकारी के घर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी सुभाष मेहरा की मौत (judicial employees on mass leave) के मामले में प्रदेश की अधीनस्थ अदालतों के 17 हजार से अधिक कर्मचारी गुरुवार को भी सामूहिक अवकाश पर रहे. कर्मचारियों के सामूहिक अवकाश के चलते जयपुर की अदालतों में 21 दिन एवं अन्य जिलों की अदालतों में 9 दिन से काम बंद (judicial employees mass leave continue) है. कर्मचारी सामूहिक अवकाश लेकर धरना प्रदर्शन व नारेबाजी कर रहे हैं. आंदोलन की रणनीति बनाने के लिए संघर्ष समिति की शुक्रवार को बैठक होगी.
जयपुर सेशन कोर्ट परिसर से गुरुवार को कर्मचारियों ने खासा कोठी सर्किल तक रैली निकाली. कर्मचारियों ने मांगें नहीं माने जाने तक आंदोलन जारी रखने का फैसला किया है. कर्मचारियों में अब तक मामले में एफआइआर दर्ज नहीं करने को लेकर नाराजगी है. दूसरी ओर पुलिस आयुक्तालय ने गुरुवार को स्पष्टीकरण जारी किया है जिसमें कहा है कि मामले कि जांच पुलिस आयुक्त की देखरेख में चल रही है. अब तक की जांच में कर्मचारी के आत्महत्या करने की ही बात सामने आई है.
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गौरतलब है कि एनडीपीएस मामलों की विशेष कोर्ट में पदस्थापित कर्मचारी सुभाष मेहरा ने 10 नवंबर को न्यायिक अधिकारी के घर पर आत्मदाह कर लिया था. न्यायिक कर्मचारियों का कहना है कि सुभाष की हत्या हुई है. इसलिए एफआइआर दर्ज करने के साथ सीबीआइ जांच की जाए.