जयपुर. मौसम विभाग का कहना है कि इस बार राजस्थान के पश्चिमी हिस्से में अच्छी बारिश हो रही है. तय समय के 6 दिन पहले ही मानसून ने पूरे प्रदेश को कवर कर लिया है. मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक राज्य के 23 जिलों में सामान्य से अधिक बारिश हुई है, वही 9 जिलों में सामान्य बारिश रही है, जबकि जैसलमेर जिले में फिलहाल बारिश ने निराश किया है. विभाग के अनुसार प्रदेश में सामान्य से 122% अधिक बारिश हो चुकी है, जबकि राजधानी जयपुर में 69% बारिश अधिक हुई है.
प्रदेश में आज सोमवार को भी बरसात का दौर बरकरार है. जयपुर में अलसुबह करीब 4:30 बरसात का दौर शुरू हुआ. जिसके बाद कई इलाकों में जलभराव की स्थिति पैदा हो गई है. सुबह दफ्तर के लिए निकले लोगों को गड्ढों में भरे पानी के कारण परेशानी का सामना करना पड़ा. खास तौर पर दुपहिया वाहन चालकों को खासी परेशानी हुई. वहीं ट्रैफिक की रफ्तार भी मंद नजर आई.
मौसम विभाग की जयपुर केंद्र के मुताबिक सोमवार को भी जयपुर, सीकर, नागौर, अजमेर और टोंक जिले में मेघ गर्जन और बिजली चमकने के साथ हल्की या मध्यम बारिश हो सकती है. वही दौसा, झुंझुनू और चूरू में बादलों की आवाजाही के साथ बूंदा बांदी का दौर बन सकता है. मौसम विभाग का कहना है कि दक्षिण पश्चिमी मानसून ने पूरे देश को कवर कर दिया है. ऐसे में आने वाले समय में फिलहाल बरसात की स्थिति बनी रहेगी.
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आज है जंतर मंतर पर वायु परीक्षण : आज जयपुर के जंतर मंतर पर होने वाले वायु परीक्षण के जरिए ज्योतिषाचार्य और पर्यावरणविद आने वाले सुकाल की भविष्यवाणी करेंगे. रियासत कालीन परंपरा के मुताबिक आषाढ़ मास की पूर्णिमा पर जंतर मंतर के सम्राट यंत्र पर विद्वान मौसम का आकलन करते हैं. जिसके तहत सम्राट यंत्र के शिखर पर पताका फहरा कर वायु परीक्षण किया जाता है. आज शाम करीब 7:20 पर वायु वेग के आधार पर बारिश का पूर्वानुमान किया जाएगा. 105 फीट ऊंचाई वाले सम्राट यंत्र के शिखर पर ध्वज फहराकर हवा की दिशा के जरिए 100 किलोमीटर की परिधि में आने वाले समय के लिए बारिश की भविष्यवाणी की जाएगी.
बीसलपुर बांध में पानी की शुरू हुई तेज आवक : प्रदेश में लगातार जारी बारिश के दौर के बीच जयपुर और अजमेर के लिए लाइफलाइन बीसलपुर बांध में भी पानी की आवक जारी है. बांध में पानी पहुंचाने वाली त्रिवेणी नदी के वेग में भी तेजी आई है. त्रिवेणी फिलहाल 2.80 मीटर की ऊंचाई पर बह रही है. वहीं बांध में पानी का स्तर बढ़कर 313.27 आरएल मीटर पहुँच गया है. बीसलपुर बांध की कुल भराव क्षमता 315.50 आरएल मीटर है. बांध में पानी की आवक से राजधानी सहित कई जिलों को होने वाली पेयजल सप्लाई सुचारू रहेगी. गौर है कि बीते वर्ष बीसलपुर बांध में पानी की रिकॉर्ड आवक के बाद बांध के गेट खोले गए थे.
रविवार को ऐसा रहा मौसम का मिजाज : इससे पहले रविवार को जयपुर समेत प्रदेश के कई जिलों में बरसात हुई. हनुमानगढ़ और श्रीगंगानगर जिले में भी इसके साथ मानसून की एंट्री हो गई. कोटा संभाग के बारां जिले में लगातार दो दिन से बरसात का दौर जारी है. वहीं कोटा में भी रुक रुक कर बारिश होती रही. सीकर जिले में रविवार को 1 घंटे बरसात हुई, इसके बाद सोमवार सुबह भी बूंदाबांदी रही. सीकर के पलसाना में 26 मिली मीटर तो राजधानी जयपुर में करीब 12 मिलीमीटर बरसात दर्ज की गई. पाली जिले की मोखमपुरा में सुकड़ी नदी में नहाते लोग तेज बहाव में फंस गए थे, इस दौरान जालौर की हरजी निवासी पंद्रह साल के हिमांशु और मोखमपुरा निवासी सत्रह वर्षीय निर्मल की पानी में डूबने से मौत हो गई. टोंक जिले में भी लगातार बरसात के बाद स्थानीय नदियां उफान पर है. गहलोद के पास नदी पूरे उफान पर है. जिससे जिला मुख्यालय से डेढ़ दर्जन गांवों का संपर्क टूट गया है. गहलोद के पास नदी की रपट पर लोग ट्रैक्टर की मदद से आर-पार कर रहे हैं. झालावाड़ के पगरिया कस्बे में मूसलाधार बारिश के बाद क्यासरी और आहू नदी की रपट पर 3 फीट पानी आ गया. इससे आवर- पादरिया रोड बंद हो गया और करीब 1 किलोमीटर लंबा जाम लग गया.