जयपुर. परिवहन विभाग में पिछले दिनों फिटनेस सेंटर की जांच को लेकर मामला गरमाया हुआ था. विभाग के द्वारा कई फिटनेस सेंटर्स पर जांच भी करवाई गई थी. जिसके अंतर्गत शाहपुरा फिटनेस सेंटर पर अनियमितता पाई गई और उसके बाद परिवहन आयुक्त ने सख्त कदम उठाते हुए शाहपुरा फिटनेस सेंटर की मान्यता रद्द कर दी. वहीं, इसके अंतर्गत एक संयुक्त परिवहन आयुक्त का तबादला भी किया गया था. लेकिन बीते दिनों परिवहन विभाग द्वारा आदेश निकालते हुए शाहपुरा फिटनेस सेंटर को दोबारा बहाल कर दिया गया और वहां पर दोबारा से गाड़ियों की जांच होना शुरू हो गई है. जिसके बाद प्रदेश के ट्रांसपोर्टर्स ने एक बार फिर विरोध करना भी शुरू कर दिया गया है.
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जयपुर ट्रांसपोर्ट ऑपरेटर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल आनंद ने बताया कि परिवहन विभाग द्वारा प्राइवेट फिटनेस सेंटर्स को दोबारा चालू करना, जिन पर पहले से ही भ्रष्टाचार और अनियमितता के आरोप साबित हो गए हैं, बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण हैं. उन्होंने परिवहन विभाग पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्राइवेट फिटनेस सेंटर और परिवहन विभाग के बीच इसके अंतर्गत कई तरह के सवाल भी खड़े हो रहे हैं.
वहीं, अनिल आनंद ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि प्राइवेट फिटनेस सेंटर्स को चालू करने की बजाए सरकार को सरकारी फिटनेस सेंटर्स को चालू करने के लिए बढ़ावा देना चाहिए, ताकि सड़क मार्ग और परिवार व्यापार को और सरकार को दोनों को फायदा हो. उन्होंने सरकार से मांग की कि वह निजी फिटनेस सेंटर्स को बंद करके सरकारी फिटनेस सेंटर को दोबारा से चालू करें.