जयपुर. राजधानी के करधनी थाने में कोर्ट की दखलंदाजी के बाद एक बहू के खिलाफ उसकी सास की शिकायत पर लाखों की ठगी करने का मामला दर्ज किया गया है. 69 वर्षीय वृद्धा ने अपनी बहू पर जो आरोप लगाए हैं उसे जानने के बाद पुलिस भी काफी हैरान है. परिवादिया ने अपनी बहू पर 56.58 लाख रुपए से अधिक की राशि हड़पने के आरोप लगाते हुए धोखाधड़ी का मामला दर्ज करवाया है.
प्रकरण की जांच कर रहे हैं जांच अधिकारी शक्तिराज सिंह ने बताया कि बुधवार को करधनी योजना गोविंदपुरा निवासी 69 वर्षीय गीता अग्रवाल ने अपनी बहू राखी उर्फ आंचल अग्रवाल सहित 3 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाया है. आरोप है कि जालसाज बहू ने परिवादिया के पति का मोबाइल फोन हड़प ओटीपी के जरिए खाते से लाखों रुपए अपने अकाउंट में ट्रांसफर कर लिए. बहू की इस करतूत से बुजुर्ग राज नारायण अग्रवाल को सदमा लगा और हार्ट अटैक से उनकी मौत हो गई. इस सदमे के चलते परिवादिया को भी हार्ट अटैक आया और अब उस का हृदय महज 30% ही काम करता है.
ऐसे शुरू हुआ ठगी का खेल- राखी पर आरोप है कि साल 2015 में परिवादिया के इकलौते बेटे रितेश की शादी हुई. तब राखी अपने पिता और जीजा के साथ मिलकर शेयर ट्रेडिंग का काम कर रही थी. शादी के कुछ महीने बाद पति रितेश से उसने अपना नाम बदलवाने की जिद की. जिस पर रितेश ने गजट नोटिफिकेशन जारी करा राखी का नाम बदलकर आंचल अग्रवाल करवा दिया.
नाम के साथ राखी ने अपने तमाम दस्तावेज आधार कार्ड, पैन कार्ड आदि में भी अपना नाम राखी से बदल कर आंचल करवा लिया. बाद में परिवादिया और उसके पुत्र रितेश को पता चला कि राखी ने कई लोगों को धोखे में रखकर लाखों रुपए शेयर में इन्वेस्ट करने के नाम पर हड़पे हैं. उन लोगों से बचने के लिए ही उसने अपना नाम बदलवाया. यही नहीं नाम बदलने के बाद राखी के तेवर भी बदल गए और वह अपने शेयर ट्रेडिंग के दूसरे क्लाइंट्स से भी गाली गलौज करने लगी.
आधार कार्ड से लिंक करवाया ससुर का नंबर- अपने तमाम दस्तावेजों में नाम बदलवाने के बाद राखी ने अपने आधार कार्ड से अपना मोबाइल नंबर लिंक न करवा कर अपने ससुर राजनारायण अग्रवाल का मोबाइल नंबर लिंक करवाया. इसके बाद राखी ने अपने ससुर का मोबाइल हड़प लिया. फिर ससुर और पति के बिजनेस अकाउंट से ओटीपी के माध्यम से लाखों रुपए हड़पने लगी. बिजनेस अकाउंट से किए जाने वाले ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के ओटीपी ससुर के मोबाइल पर ही प्राप्त होते थे. राखी को ये पता था इसलिए उसने उसका गलत फायदा उठाते हुए बिजनेस अकाउंट से 56 लाख 58 हजार रुपए से अधिक की राशि अपने खातों में ट्रांसफर कर ली.
सदमे से ससुर की मौत, सास को हार्ट अटैक- जब ससुर को अपनी बहू की हरकतों का पता चला तो सदमे के चलते दिसंबर 2018 में उनकी मौत हो गई. वहीं जब रितेश ने राखी से राशि वापस लौटाने के लिए कहा तो घर में लड़ाई झगड़े होने लगे. इसके बाद मई 2019 में वो रितेश को छोड़कर चली गई. पहले पति की सदमे से मौत और बाद में इकलौते बेटे की जिंदगी बर्बाद होती देखकर परिवादिया को भी हार्ट अटैक आ गया. वर्तमान में परिवादिया का हृदय मात्र 30% ही काम कर रहा है.
जब परिवादिया अपने बेटे के साथ करधनी थाने में अपनी बहू के खिलाफ मामला दर्ज कराने पहुंची तो पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया. जिस पर परिवादिया को कोर्ट की शरण लेनी पड़ी और कोर्ट के दखल के बाद बुधवार को करधनी थाने में राखी उर्फ आंचल अग्रवाल के खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 120-बी और 406 के तहत प्रकरण दर्ज कर जांच करना शुरू किया गया है.