जयपुर. प्रदेश में पेंटिंग कलाकारों को प्रोत्साहन देने के लिए पुरातत्व विभाग ने राजस्थान में नवाचार किया है. प्रदेशभर के स्मारकों और संग्रहालयों पर पेंटिंग प्रदर्शनी के लिए कलाकारों को मंच प्रदान किया जा रहा है. प्रदर्शनी में कलाकारों को अपनी पेंटिंग्स के लिए जगह दी जाएगी. ललित कला अकादमी से जुड़े कलाकारों को यह अवसर दिया जाएगा. देसी विदेशी पर्यटक पेंटिंग्स को निहार सकेंगे और पसंदीदा पेंटिंग खरीद भी सकेंगे.
हवामहल से प्रदर्शनी की शुरुआतः पुरातत्व विभाग के निदेशक डॉ. महेंद्र खडगावत ने बताया कि पेंटिंग कलाकारों को प्रोत्साहन देने के लिए सभी मोनुमेंट्स और म्यूजियम पर पेंटिंग प्रदर्शनी लगाने के लिए स्थान दिया जाएगा. सबसे पहले हवामहल से पेंटिंग प्रदर्शनी की शुरुआत की गई है. हवा महल में 50 से अधिक पेंटिंग लगवाई गई हैं. हवा महल घूमने आने वाले पर्यटक इन पेंटिंग्स को खरीद भी रहे हैं. पेंटिंग बिक्री की राशि कलाकार के खाते में ही जा रही है. कलाकारों से किसी प्रकार का किराया या अन्य राशि भी नहीं वसूली जा रही. पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग और ललित कला अकादमी की ओर से उक्त स्थानों पर पेंटिंग प्रदर्शनी लगाई जा रही है. अब जल्द ही आमेर महल में भी पेंटिंग प्रदर्शनी लगवाई जाएगी.
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पेटिंग्स की राशि सिर्फ कलाकारों को मिलेगीः पुरातत्व विभाग के अधिकारियों के मुताबिक ललित कला अकादमी से संबंधित पेंटिंग कलाकारों को एक प्लेटफार्म देने के लिए पुरातत्व विभाग के स्मारकों और संग्रहालय में जगह दी जा रही है. इसमें सबसे खास और अच्छी बात यह है कि पेंटिंग बिक्री से प्राप्त होने वाली राशि सिर्फ कलाकार के खाते में जाएगी. वहीं दूसरी ओर पर्यटकों को भी नई चीज देखने को मिलेगी. कला एवं संस्कृति विभाग के सामंजस्य करके इस तरह के कार्यक्रम पहले भी होते रहे हैं. कलाकारों की पेंटिंग्स पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बनेगी. 15 दिन के लिए हवा महल में पेंटिंग प्रदर्शनी चल रही है. इसके बाद जल्द ही अन्य स्मारकों पर भी पेंटिंग प्रदर्शनी लगवाने की योजना बना रहे हैं.