जयपुर. बीते कुछ माह में जो भी कांड हुए हैं, उनमें गैंगस्टर्स ने नाबालिग बच्चों का इस्तेमाल किया है. बच्चों में भी आपराधिक प्रवृत्ति देखने को मिल रही है. 12 साल से ऊपर के बच्चे टीवी या सोशल मीडिया पर जो देखते हैं. उससे उन्हें हिंसा की ओर बढ़ावा मिल रहा है. कैसे उनकी मानसिकता को बदलें इस ओर भी सोचने की जरूरत है. ये कहना है प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री राजेंद्र यादव का. मंगलवार को मानव संसाधन विकास केंद्र परिसर में नई शिक्षा नीति पर मंथन के दौरान उन्होंने प्रदेश की 15 यूनिवर्सिटी के कुलपति और अन्य शिक्षाविदों के सामने ये बात रखी. इस दौरान उच्च शिक्षा विभाग के प्रमुख शासन सचिव भवानी सिंह देथा, कॉलेज आयुक्त सुनील शर्मा सहित विभागीय अधिकारी भी मौजूद रहे.
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गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का दिया संदेशः प्रदेश के 15 विश्वविद्यालयों के कुलपति और शिक्षाविद नई शिक्षा नीति 2020 पर चर्चा करने के लिए जयपुर में इकट्ठा हुए. इस दौरान मौजूद रहे उच्च शिक्षा मंत्री राजेंद्र यादव ने छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दिए जाने का संदेश दिया. उन्होंने कहा कि 2020 एजुकेशन पॉलिसी को धीरे-धीरे लागू किया जा रहा है. बीच में कोरोना काल रहा जिसकी वजह से इंप्लीमेंटेशन में थोड़ी देरी हुई है. इस तरह की मीटिंग से प्रदेश की विभिन्न यूनिवर्सिटी क्या कर रही हैं, उनकी क्या प्रॉब्लम है, वहां किस तरह का रिसर्च हो रहा है, किस तरह के बच्चों का रुझान है, इस पर भी खुलकर चर्चा की जा रही है.
जल्दी नेक का इंप्लीमेंटेशन किया जाना चाहिएः उन्होंने बताया कि हायर एजुकेशन की 3 महीने में मीटिंग हुई है. आने वाले समय में इसी तरह की मीटिंग अलग-अलग यूनिवर्सिटी में जाकर की जाएगी. आगामी दो महीने में नई शिक्षा नीति के तहत किस प्रकार से काम कर सकते हैं. कौन से नए कोर्स लेकर आ सकते हैं. इस पर फैसला लिया जा सके और जितना जल्दी हो सके नेक का इंप्लीमेंटेशन किया जा सके. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी और कॉलेज एजुकेशन में छात्रों की उपस्थिति कम रहती है. जिसके लिए निश्चित तौर पर मैकेनिज्म तैयार किया जा रहा है. बच्चों को अच्छा माहौल और एक्सपोजर मिले ताकि वो ज्यादा से ज्यादा क्लास अटेंड करें.
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नेक की ग्रेडिंग पर सरकार कर रही कामः राजेंद्र यादव ने कहा कि नेक की ग्रेडिंग को लेकर भी सरकार काम कर रही है. हर कॉलेज के पास इस स्तर की सुविधाएं भी नहीं हैं. फिर भी प्रदेश के सरकारी कॉलेजों में युद्ध स्तर पर नेक ग्रेडिंग के लिए काम शुरू किया हुआ है. साथ ही प्रदेश के निजी शिक्षण संस्थाओं में नेट ग्रेडिंग लागू हो. इसके लिए बीते दिनों इन कॉलेजों के साथ वार्ता की थी और उनसे कहा था कि नेक ग्रेड के अलावा भी उन्हें जो भी समस्याएं हैं, वो बताएं जिनसे उन्हें दूर किया जा सके. उन्होंने कहा कि बीते 5 साल में राजस्थान की यूनिवर्सिटीज के लिए बाहर से कुलपति लिए गए. 2014 के बाद यह प्रचलन ज्यादा चला. कुलपति इंपोर्ट करने पड़ रहे हैं, लेकिन हम चाहते हैं कि प्रदेश में भी इस तरह के लोग हैं, उनको आगे लाया जाए.
पेपर लीक करने वालों के मन में है भयः सेकेंड ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में गिरफ्तार आरपीएससी के सदस्य बाबूलाल कटारा को पद से हटाने की सिफारिश राष्ट्रपति को भेजे जाने के सवाल पर मंत्री राजेंद्र यादव ने कहा कि प्रदेश में सबसे पहले नकल विरोधी कानून बनाया गया है और उसे लागू भी किया गया है. पेपर लीक करने वाले लोगों के मन में भय है. उन्हें कानून के कठघरे में लाकर कड़ी से कड़ी सजा दिलवाएंगे. बाबूलाल प्रशासनिक सेवा में है. उसके खिलाफ जो भी कार्रवाई होगी वो मुख्यमंत्री स्तर पर होगी. प्रशासनिक विभाग इस मामले को देख रहा है. निश्चित रूप से इस पर सख्ती से कार्रवाई होगी।