जयपुर. 27 फरवरी से 2 मार्च तक होलिकोत्सव का आयोजन होगा. जिसमें 400 से ज्यादा कलाकार सांस्कृतिक कार्यक्रमों के जरिए फाग के विभिन्न रंग बिखेरेंगे. इस दौरान गंगा जमुनी तहजीब भी साकार होती नजर आएगी. ढप और चंग की थाप के साथ 27 फरवरी से गोविंद देव जी मंदिर प्रांगण में होलिकोत्सव का आयोजन होगा. 4 दिवसीय इस सांस्कृतिक कार्यक्रम में दिल्ली, कोलकाता, शेखावाटी से आए कलाकार ठाकुर श्री जी के समक्ष सेवा अर्पित करेंगे.
आयोजन दोपहर 12:30 बजे से शाम 4:30 बजे तक होगा. इस दौरान दोपहर 3:00 से 4:30 बजे तक रचना झांकी के दर्शन भी खुले रहेंगे. मंदिर प्रवक्ता मानस गोस्वामी के अनुसार होलिकोत्सव के दौरान फागुन के गीतों और भजनों पर ठाकुर श्री के समक्ष सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल पेश करते हुए हिंदू, मुस्लिम, जैन समुदाय के कलाकार प्रस्तुतियां देंगे. इस दौरान राजस्थानी संस्कृति से जुड़े लोकनृत्य घूमर, चरी, कालबेलिया के साथ-साथ शास्त्रीय संगीत, कथक आदि की भी प्रस्तुति होगी. वहीं 2 मार्च को बरसाने की लठमार होली मंदिर प्रांगण में साकार होती हुई नजर आएगी. जिसमें 60 से ज्यादा कलाकार भाग लेंगे.
3 मार्च और 4 मार्च को पुष्प फागोत्सव का आयोजन होगा. जिसमें कोलकाता के भजन सम्राट बाल व्यास श्रीकांत शर्मा भजन अमृत की वर्षा करेंगे. इसी तरह 5 मार्च को होली पद का आयोजन होगा. जिसमें कोलकाता के मालीराम शास्त्री भजनों की प्रस्तुति देंगे. तीनों ही दिन भजनों का ये अनुष्ठान दोपहर 1:00 बजे से शाम 4:30 बजे तक होगा. इस दौरान दोपहर 3:00 से 4:30 तक रखना झांकी का भी आयोजन किया जाएगा. गुलाल होली का आयोजन 6 मार्च को होगा. सुबह 10:45 से 11:15 तक होने वाली राजभोग झांकी में आरती के बाद मंदिर प्रांगण में गुलाल होली खेली जाएगी.