जयपुर. आदतन अपराधियों के खिलाफ लगातार चलाए जा रहे अभियानों के दौरान पुलिस को चकमा देने में सफल रहे दो शातिर मोबाइल और चेन स्नैचर्स को गुरुवार को जयपुर (दक्षिण) की डीएसटी ने पकड़ने में सफलता हासिल की है. इन्हें गिरफ्तार कर चेन स्नैचिंग की 16 वारदातों का खुलासा किया गया है. अब इनके जरिए सोने की चेन खरीदने वाले लोगों पर शिकंजा कसने की तैयारी है. इन दोनों ने इसी साल एक बाइक चोरी की थी और उसी पर घूमकर चेन और मोबाइल स्नैचिंग की वारदातों को अंजाम दिया है.
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16 महिलाओं और पुरुषों के गले से चैन तोड़ीः जयपुर (दक्षिण) डीसीपी योगेश गोयल ने बताया कि मोबाइल और चेन स्नैचिंग की वारदातों पर अंकुश लगाने के लिए गठित टीम ने पूर्व में ऐसी वारदातों को अंजाम देने वाले बदमाशों के बारे में सूचनाएं इकट्ठा कर निगरानी रखी गई. इसके आधार पर बिहार हाल कठपुतली नगर निवासी नौशाद और कठपुतली नगर निवासी विशाल उर्फ भज्जी द्वारा कई वारदातों को अंजाम देने की जानकारी मिली. पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो इन्होंने कई वारदातों को अंजाम देने की बात कुबूल की. पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर दो दिन के रिमांड पर लिया है. प्रारंभिक पूछताछ में इन बदमाशों ने जवाहर सर्किल, बजाज नगर, महेश नगर, श्याम नगर, अशोक नगर और वैशाली नगर में दिनदहाड़े 16 महिलाओं और पुरुषों के गले से चेन तोड़ने की वारदात को अंजाम देने की बात कुबूल की है. इन्होंने मोती डूंगरी थाना इलाके से एक बाइक चोरी की थी और उसी पर बैठकर इन वारदातों को अंजाम दिया.
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नौशाद के खिलाफ 22, विशाल के खिलाफ 6 चालानः डीसीपी योगेश गोयल ने बताया कि आरोपी नौशाद के खिलाफ पहले मोबाइल और चेन स्नैचिंग के 22 मामलों में चालान पेश हो चुका है. जबकि विशाल उर्फ भज्जी के खिलाफ 6 मुकदमों में चालान पेश किया जा चुका है. दोनों ने कई वारदातों को अकेले और कई वारदातों को साथ अंजाम देने की बात कुबूल की है. डीसीपी गोयल का कहना है कि ज्यादातर वारदातों में लूटी गई चेन किसे बेचनी है, यह नौशाद ही तय करता था. उसकी निशानदेही पर लूटी गई चेन खरीदने वालों को चिह्नित किया गया है. अब उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ कर माल बरामदगी के प्रयास किए जाएंगे.
लगातार बदलते रहे ठिकाना, इसलिए पुलिस से बचेः जयपुर कमिश्नरेट और पुलिस मुख्यालय द्वारा अपराधियों की धरपकड़ के लिए चलाए गए अभियानों के दौरान नौशाद और विशाल कभी कठपुतली नगर में अपने स्थाई निवास पर नहीं रहे. इस दौरान यह दोनों अपने परिजनों और परिचितों के घरों पर रुककर पुलिस को चकमा देते रहे. इसलिए अब तक पुलिस की गिरफ्त से बचे हुए थे. दोनों ही स्मैक के आदी हैं.