जयपुर. प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के लिए राजस्थान से अब तक किसान सेवा पोर्टल पर 60 लाख 78 हजार 998 किसानों के द्वारा आवेदन प्राप्त हुये हैं. जिसमें से 52 लाख 18 हजार 260 आवेदनों को पीएम किसान पोर्टल पर अपलोड किया जा चुका है. यह कहना है सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना का. आंजना के अनुसार इन आवेदनों में प्रथम और द्वितीय किश्त के रूप में 1175 करोड़ रुपये किसानों के खातों में जमा हो चुके हैं.
आंजना ने बताया कि प्रथम किश्त के रूप में 36 लाख 91 हजार 398 किसानों के खातों में 738 करोड़ 27 लाख 96 हजार रुपये और द्वितीय किश्त के रूप में 21 लाख 84 हजार 51 किसानों के खातों में 436 करोड़ 81 लाख 2 हजार रुपये जमा हो चुके हैं. उन्होंने आगे बताया कि जैसे ही केन्द्र द्वारा किश्त जारी हो रही है, किसानों के खातों में जमा होती जा रही है.
पढ़ेंः गहलोत सरकार की नीतिः स्टील और ऑटोमोबाइल सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए औद्योगिक संघों से सीधा संवाद
सहकारिता मंत्री ने बताया कि आवेदनकर्ता किसानों में से लगभग 3 लाख किसानों ने स्वयं को पीएम किसान की निर्योग्यता श्रेणी में माना है. जबकि लगभग 2.50 लाख किसानों के आवेदन पटवारी या तहसीलदार या कलक्टर स्तर पर निरस्तता की श्रेणी में हैं और 2.50 लाख आवेदनों का सत्यापन प्रक्रियाधीन है. उन्होंने बताया कि सरकार की मंशा स्पष्ट है कि किसानों के हितों के साथ किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं हो. आंजना ने बताया कि राजस्थान की सरकार ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में मात्र 48 घण्टे में किसानों की फसली ऋण माफी की घोषणा कर उसे सफलता पूर्वक क्रियान्वित करते हुये सहकारी बैंकों से जुड़े लगभग 21 लाख किसानों का लगभग 8 हजार करोड़ रुपये का फसली ऋण माफ किया है.