जयपुर. राजधानी जयपुर में आयोजित यूजीसी नेट परीक्षा के दौरान एक एग्जाम सेंटर पर भारी अनियमितता देखने को मिली. जिससे परीक्षार्थियों को खासी दिक्कतें पेश आई. राजधानी के बरकत नगर क्षेत्र स्थित नितिन गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल में परीक्षार्थी तय समय पर परीक्षा केंद्र पर पहुंचे थे, लेकिन वहां एग्जाम सेंटर पर परीक्षा के इंतजाम दुरुस्त न होने के काण परीक्षार्थियों को दिक्कतें पेश आई. वहीं, कुछ अभ्यर्थियों ने पुलिस प्रशासन पर हाथापाई के भी आरोप लगाए. कुछ अभ्यर्थियों का वीक्षक की गैरमौजूदगी में चीटिंग करने का वीडियो सामने आने के बाद इस एग्जाम सेंटर की परीक्षा को रद्द करने की मांग उठ रही है. इस प्रकरण के प्रकाश में आने के बाद केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने ट्वीट कर राज्य की गहलोत सरकार पर हमला बोला.
वहीं, मामले को लेकर जयपुर पुलिस की ओर से सफाई पेश की गई और कहा गया कि इस प्रकरण में एग्जाम सेंटर में परिजन और अन्य व्यक्तियों ने हंगामा किया था. जिसके बाद उन्हें एग्जाम सेंटर से बाहर कर प्रथम पारी की परीक्षा शांतिपूर्वक तरीके से संपन्न कराई गई. आगे केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने अपने ट्विटर हैंडल पर चीटिंग का वीडियो साझा करते राज्य की गहलोत सरकार पर जोरदार हमला बोला. उन्होंने लिखा कि राजस्थान में नकल राज! नई पीढ़ी अगर सफलता के ऐसे शॉर्टकट सीखेगी तो नकल माफिया को तो जगह मिलेगी ही मिलेगी. एक ओर जहां राज्यवासियों को कु-व्यवस्था के चलते नियमित बिजली आपूर्ति नहीं हो रही, वहां दूसरी तरफ नकल के लिए ऐसी 'जोरदार' व्यवस्था है. बच्चों को कुमार्ग में न धकेलो गहलोत जी, ऊपर वाले का तो खौफ खाओ.
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दरअसल, यूजीसी नेट ज्योग्राफी विषय की सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक होने वाली परीक्षा के दौरान स्कूल में अनियमितता देखने को मिली. आरोप है कि यहां सुबह 9:30 बजे तक भी अभ्यर्थियों की बायोमैट्रिक अटेंडेंस नहीं ली गई. इससे पहले सुबह 8:15 बजे तक स्कूल प्रशासन की ओर से दरवाजे नहीं खोले गए. जिसकी वजह से अभ्यर्थियों में असमंजस की स्थिति देखने को मिली और बाद में स्कूल के ही एक कर्मचारी की ओर से पेपर को रद्द करने का बयान जारी किया गया. जिसके चलते आधे अभ्यर्थी परीक्षा केंद्र से घर लौट गए. स्कूल परिसर में हंगामा होता देख कर्मचारी भी वहां से भाग निकले.
हालांकि, इसके बाद भी कुछ अभ्यर्थी परीक्षा देने के लिए कंप्यूटर के सामने बैठे. लेकिन परीक्षा के दौरान वहां कोई वीक्षक नहीं होने के चलते अभ्यर्थी मोबाइल के जरिए चीटिंग करते नजर आए. इस दौरान मौके पर पहुंचे पुलिस प्रशासन ने कुछ अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र से बाहर निकाल दिया. जिस पर कुछ महिला अभ्यर्थियों को चोट आने की बात कही जा रही है. साथ आरोप लगाया गया कि उन्हें जबरन पुरुष पुलिसकर्मी ने केंद्र से धक्के मार कर बाहर निकाल दिया. इधर, परीक्षा में सामने आई भारी अनियमितताओं के बाद प्रशासन पर सवालों के घेरे में है. साथ ही चीटिंग के वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं.
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी का स्पष्टीकरण - प्रदेश में पेपर लीक की घटनाओं के बाद अब यूजीसी नेट की परीक्षा में सामूहिक नकल और अनियमितता का मामला सामने आया. इस परीक्षा को लेकर नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने स्पष्टीकरण जारी किया है. हालांकि, परीक्षा के दौरान हुई नकल को लेकर स्पष्ट तौर पर कुछ नहीं कहा गया. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी में स्पष्टीकरण जारी करते हुए बताया कि जयपुर के नितिन गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल में निर्धारित यूजीसी नेट परीक्षा सुबह थोड़ी देर से 9:15 बजे शुरू हुई, जिसमें 174 उम्मीदवारों ने सफलतापूर्वक प्रवेश किया. हालांकि कुछ अराजक तत्वों ने परीक्षा को करीब 9:30 बजे बाधित कर दिया. कुछ कमरों की बिजली आपूर्ति बंद कर दी गई और इस तरह के हंगामे के बीच परीक्षा रोकनी पड़ी और पुलिस को बुलाना पड़ा.
वहीं, स्थिति का आकलन करने के लिए अतिरिक्त पर्यवेक्षक को भी मौके पर भेजा गया. आखिरकार 11:15 बजे शांतिपूर्ण ढंग से परीक्षा शुरू हुई और परीक्षा शुरू होने के बाद सभी अभ्यर्थियों को परीक्षा देने के लिए पूरे तीन घंटे का समय दिया गया. कुछ उम्मीदवारों ने उसी केंद्र में दूसरी पारी में बैठने का विकल्प चुना. एनटीए ने मामले की गंभीरता को देखते हुए अभ्यर्थियों के जवाबों का फोरेंसिक विश्लेषण एनटीए करने के बाद परिणाम घोषित करने और साथ ही परीक्षा में बाधा डालने की कोशिश करने वाले बदमाशों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने की बात कही है.
साथ ही अन्य सहायक तथ्यों का पता लगाने के लिए एनटीए ने साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ सहित एक समिति का भी गठन किया है. ऐसे में जब तक समिति की रिपोर्ट पेश नहीं हो जाती, तब तक किसी भी एनटीए परीक्षा के लिए विचाराधीन केंद्र का उपयोग नहीं किया जाएगा. वहीं, परीक्षा के दौरान स्कूल प्रशासन की ओर से ही एक कर्मचारी ने पेपर रद्द होने की बात कही थी, जिसके बाद कई अभ्यर्थी परीक्षा केंद्र से लौट गए थे.
आपको बता दें कि प्रदेश के 16 जिलों में यूजीसी नेट के एग्जाम शुरू हुए हैं. यह एग्जाम 6 मार्च तक चलेंगे. इसमें पास होने वाले अभ्यर्थी को असिस्टेंट प्रोफेसर और जेआरएफ (जूनियर रिसर्च फेलो) के लिए पात्र होते हैं.