जयपुर. राजधानी जयपुर की माणक चौक थाना पुलिस ने गुरुवार को एक बड़ी कार्रवाई की है. जेब तराशी करने वाली अंतरराज्यीय गैंग का खुलासा करने में पुलिस को सफलता हाथ लगी है. प्रारंभिक पूछताछ में इन्होंने कबूल किया है कि ये शादियों, त्योहारों और भीड़-भाड़ वाले माहौल में मौका देखकर वारदात को अंजाम देती हैं. अब तक ये कई वारदातों को अंजाम दे चुकी हैं. राजस्थान के बाहर भी कई वारदातों को अंजाम देने की बात भी इन्होंने कबूल की है.
माणक चौक थानाधिकारी राणसिंह ने बताया कि परकोटा स्थित कटला बाजार में जेब तराशी की वारदातों में अचानक बढ़ोतरी होने की शिकायतें लगातार मिल रही थी. इन वारदातों पर प्रभावी अंकुश के लिए थाना स्तर पर एक विशेष टीम का गठन किया गया. एएसआई हरिओम, एएसआई विजय सिंह, कांस्टेबल रोहिताश, विजेंद्र और रेणू को इस विशेष टीम में शामिल कर वारदातों के खुलासे की जिम्मेदारी दी गई.
गुजरात और मध्यप्रदेश की दो-दो महिलाएं धरी गईं. जेब तराशी की वारदातों पर अंकुश लगाने के लिए गठित इस विशेष टीम ने कटला बाजार में कड़ी निगरानी रखते हुए घेराबंदी कर रखी थी. इस दौरान जैसे ही गैंग की महिलाओं ने वारदात को अंजाम देना शुरू किया. पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया. पुलिस के अनुसार, जेब तराशी के आरोप में पकड़ी गई संजू और कामिनी मध्यप्रदेश की रहने वाली हैं. जबकि नंदिनी और अंजना गुजरात की रहने वाली हैं.
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रिक्शा में पर्स में चीरा लगाती, भीड़ में करती धक्का-मुक्कीः थानाधिकारी ने बताया कि वारदात को अंजाम देने के लिए यह महिलाएं ई रिक्शा से आती-जाती थीं. ई-रिक्शा में साथ बैठी महिलाओं के आगे बैग लगाकर ये महिलाएं साथ सफर करने वाली महिलाओं के बैग में चीरा लगाकर रुपए और अन्य कीमती सामान चुरा लेती. इनका निशाना ज्यादातर महिलाएं ही होती हैं. भीड़-भाड़ वाले इलाके में ये महिलाओं के पर्स छीनकर वारदात को अंजाम देती थी. डीसीपी (नॉर्थ) राशि डोगरा डूडी के निर्देश पर यह कार्रवाई की गई. जिसका सुपरविजन एडीसीपी सुमन चौधरी और एसीपी डॉ. हेमंत जाखड़ ने सुपरविजन किया.