जयपुर. अंतरराष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस पर राज्य स्तरीय सम्मान समारोह शनिवार को एचसीएम रीपा के भगवन्त सिंह सभागार में हुआ. सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री टीकाराम जूली ने समारोह में 35 विशेष योग्यजनों एवं 17 विशेष योग्यजनों के लिए कार्यरत सर्वश्रेष्ठ व्यक्तियों एवं संस्थाओं को प्रशस्ति पत्र एवं पुरस्कार से सम्मानित किया.
समारोह के प्रारम्भ में बौद्धिक दिव्यांग गृह जामडोली के बच्चों ने संगीतमय प्रस्तुति दी. इस अवसर पर विभागीय अधिकारी-कर्मचारी, इस क्षेत्र में कार्य करने वाली स्वंयसेवी संस्थाएं तथा विशेष योग्यजन मौजूद थे. इस दौरान जूली ने कहा कि राज्य सरकार विशेष योग्यजनों को आत्मसम्मान के साथ जीवन सशक्त करने तथा राज्य की प्रगति में योगदान करने के लिए विभिन्न योजनाएं संचालित कर रही है. सरकारी नौकरी में विशेष योग्यजनों का आरक्षण 3 प्रतिशत से बढ़ाकर 4 प्रतिशत किया गया है. राजकीय सेवारत विशेष योग्यजनों को पदोन्नति में 4 प्रतिशत आरक्षण का लाभ भी दिया गया है.
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उन्होंने कहा कि राज्य सरकार विशेष योग्यजनों के प्रति संवेदनशील है. आज विशेष योग्यजनों को 750 रुपए तथा अधिक सहारे की आवश्यकता वाले विशेष योग्यजनों के लिए पेंशन के अतिरिक्त 1000 रुपए प्रतिमाह की आर्थिक सहायता दी जा रही है. जूली ने कहा कि विशेष योग्यजनों की उच्च शिक्षा को ध्यान में रखते हुए दो महाविद्यालयों की स्थापना की गई है तथा जामडोली में बाबा आम्टे दिव्यांग विश्वविद्यालय भी खोला जा रहा है, जिसकी स्थापना की कार्रवाई चल रही है.
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स्कूटी वितरण योजना का किया शुभारम्भ: जूली ने कार्यक्रम में वर्ष 2022-23 में विशेष योग्यजनों के लिए स्कूटी वितरण योजना का शुभारम्भ (Scooty distributed to Persons with disabilities) किया. वे विशेष योग्यजन स्कूटी सवार के पीछे बैठे. उन्होंने कहा कि गत वर्ष 2000 स्कूटियां वितरित की गई थीं और इस वर्ष मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की घोषणा अनुसार 5000 स्कूटियां वितरित की जाएंगी.