ETV Bharat / state

indian Organ Donation Day ; भारतीय अंगदान दिवस आज, 17 अगस्त तक पखवाड़े में होंगे जागरूकता कार्यक्रम - Rajasthan is organising organ donation fortnight

आज पूरा देश भारतीय अंगदान दिवस 2023 को मना रहा है. इस मौके पर राजस्थान में अंगदान पखवाड़ा का आयोजन किया जा रहा है.

अंग प्रत्यारोपण का सफर
अंग प्रत्यारोपण का सफर
author img

By

Published : Aug 3, 2023, 12:04 PM IST

Updated : Aug 3, 2023, 12:39 PM IST

जयपुर. आज गुरुवार को भारतीय अंगदान दिवस 2023 के रूप में पूरे देश में मनाया जा रहा है. इस मौके पर लोगों को अंगदान के प्रति जागरूक करने के मकसद से कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा. अंगदान से जुड़ी संस्थाओं के मुताबिक हमारे देश में हर साल लाख 80 हजार के करीब किडनी फेल होने के सामने आते हैं, पर जागरूकता की कमी के कारण किडनी ट्रांसप्लांट के आंकड़े 5 से 6 हज़ार तक ही सीमित है. इसी तरह से नेत्रदान को लेकर जानी-मानी शख्सियत प्रचार प्रसार कर रही है, लेकिन देश के आंकड़े बताते हैं की मृत्यु के पश्चात नेत्रदान करने वालों की संख्या भी 10 फ़ीसदी से कम है.

अंग प्रत्यारोपण का सफर
अंग प्रत्यारोपण का सफर

अंगदान की मुहिम से जुड़े और जागरूकता कार्यक्रम करने वाले संगठन बताते हैं कि आज भी प्रदेश में ऑर्गन ट्रांसप्लांट के लिए लोगों में बड़े पैमाने पर अवेयरनेस प्रोग्राम चलाने की जरूरत है. ब्रेन डेड होने पर जब अंगदान के लिए लोगों को जागरूक किया जाता है, तो परिजनों में फैली भ्रांतियां सामने आती है. जिससे जाहिर होता है कि जागरूकता की कमी है. इसके अलावा अस्पतालों में डेडिकेटेड स्टाफ की कमी और डोनर मैचिंग का नहीं होना भी इस क्षेत्र के बुनियादी विकास में बाधा के रूप में सामने आ रहा है.

अब तक 190 लोगों को मिला जीवन : प्रदेश में अंगदान को लेकर बुनियादी सुविधाएं शुरू किए जाने के बाद अब तक 190 लोगों को नई जिंदगी मिली है. इसके लिए 52 डोनर मिले, जिनसे 97 किडनी ट्रांसप्लांट, 46 लीवर के ट्रांसप्लांट, 28 हार्ट ट्रांसप्लांट, लंग्स के चार और पेनक्रियाज के एक प्रत्यारोपण किए गए, वही 12 लोगों को कॉर्निया और दो लोगों को हार्ट में वाल्व लगाया गया। इन सबके बावजूद अभी भी गुर्दे के प्रत्यारोपण के लिए 454 लोग प्रतीक्षा में हैं, तो लीवर ट्रांसप्लांट की कतार में 116 लोगों का इंतजार है। इसी तरह से लंग्स के लिए 20 और पेनक्रियाज के लिए तीन लोग वेटिंग में है.

पढ़ें Indian Organ Donation Day 2023 : इंडियन ऑर्गन डे के अवसर पर हरे रंग की रोशनी में नहाए जयपुर के मॉन्यूमेंट और अस्पताल

कौन कर सकता है अंगदान : कोई भी व्यक्ति अपना अंग या उत्तक दान कर सकता है, लेकिन 18 साल से कम उम्र होने पर माता-पिता की सहमति जरूरी है. दानकर्ता को दो या दो से अधिक गवाहों (कम से कम एक करीबी रिश्तेदार) की उपस्थिति में अंगदान की लिखित सहनति देना अनिवार्य है. अगर मृत्यु से पूर्व कोई सहमति पत्र नहीं भरा गया है, तो जो व्यक्ति कानूनी रूप से मृत शरीर का स्वामी है, उसे ही अंगदान की सहमति का अधिकार होगा. दान किया गया अंग ऐसे व्यक्तियों/बच्चों को प्रत्यारोपित किया जाता है, जिन्हें अपेक्षाकृत अत्यधिक आवश्यकता होती है.

अंगदान पखवाड़ा आज से : प्रदेश में लोगों को अंगदान के प्रति जागरूक करने के मकसद से 17 अगस्त तक अंगदान पखवाड़ा चलेगा. इस दौरान अंगदान को लेकर फैली गलत धारणाओं को तोड़ने पर जोर रहेगा, साथ ही आमजन को अंगदान करने के लिए प्रेरित करने की कोशिश की जाएगी. महाराष्ट्र, गुजरात, दिल्ली एनसीआर के अलावा दक्षिण के तमिलनाडु, तेलंगाना और कर्नाटक की तर्ज पर राज्य में भी ऑर्गन डोनेशन अवेयरनेस के लिए एक्शन प्लान तैयार किया गया है. जिसमें चिकित्सा, मेडिकल शिक्षा, पुलिस विभाग के साथ मिलकर हर जिला कलेक्टर को जिम्मेदारी सौंपी गई है.

जयपुर. आज गुरुवार को भारतीय अंगदान दिवस 2023 के रूप में पूरे देश में मनाया जा रहा है. इस मौके पर लोगों को अंगदान के प्रति जागरूक करने के मकसद से कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा. अंगदान से जुड़ी संस्थाओं के मुताबिक हमारे देश में हर साल लाख 80 हजार के करीब किडनी फेल होने के सामने आते हैं, पर जागरूकता की कमी के कारण किडनी ट्रांसप्लांट के आंकड़े 5 से 6 हज़ार तक ही सीमित है. इसी तरह से नेत्रदान को लेकर जानी-मानी शख्सियत प्रचार प्रसार कर रही है, लेकिन देश के आंकड़े बताते हैं की मृत्यु के पश्चात नेत्रदान करने वालों की संख्या भी 10 फ़ीसदी से कम है.

अंग प्रत्यारोपण का सफर
अंग प्रत्यारोपण का सफर

अंगदान की मुहिम से जुड़े और जागरूकता कार्यक्रम करने वाले संगठन बताते हैं कि आज भी प्रदेश में ऑर्गन ट्रांसप्लांट के लिए लोगों में बड़े पैमाने पर अवेयरनेस प्रोग्राम चलाने की जरूरत है. ब्रेन डेड होने पर जब अंगदान के लिए लोगों को जागरूक किया जाता है, तो परिजनों में फैली भ्रांतियां सामने आती है. जिससे जाहिर होता है कि जागरूकता की कमी है. इसके अलावा अस्पतालों में डेडिकेटेड स्टाफ की कमी और डोनर मैचिंग का नहीं होना भी इस क्षेत्र के बुनियादी विकास में बाधा के रूप में सामने आ रहा है.

अब तक 190 लोगों को मिला जीवन : प्रदेश में अंगदान को लेकर बुनियादी सुविधाएं शुरू किए जाने के बाद अब तक 190 लोगों को नई जिंदगी मिली है. इसके लिए 52 डोनर मिले, जिनसे 97 किडनी ट्रांसप्लांट, 46 लीवर के ट्रांसप्लांट, 28 हार्ट ट्रांसप्लांट, लंग्स के चार और पेनक्रियाज के एक प्रत्यारोपण किए गए, वही 12 लोगों को कॉर्निया और दो लोगों को हार्ट में वाल्व लगाया गया। इन सबके बावजूद अभी भी गुर्दे के प्रत्यारोपण के लिए 454 लोग प्रतीक्षा में हैं, तो लीवर ट्रांसप्लांट की कतार में 116 लोगों का इंतजार है। इसी तरह से लंग्स के लिए 20 और पेनक्रियाज के लिए तीन लोग वेटिंग में है.

पढ़ें Indian Organ Donation Day 2023 : इंडियन ऑर्गन डे के अवसर पर हरे रंग की रोशनी में नहाए जयपुर के मॉन्यूमेंट और अस्पताल

कौन कर सकता है अंगदान : कोई भी व्यक्ति अपना अंग या उत्तक दान कर सकता है, लेकिन 18 साल से कम उम्र होने पर माता-पिता की सहमति जरूरी है. दानकर्ता को दो या दो से अधिक गवाहों (कम से कम एक करीबी रिश्तेदार) की उपस्थिति में अंगदान की लिखित सहनति देना अनिवार्य है. अगर मृत्यु से पूर्व कोई सहमति पत्र नहीं भरा गया है, तो जो व्यक्ति कानूनी रूप से मृत शरीर का स्वामी है, उसे ही अंगदान की सहमति का अधिकार होगा. दान किया गया अंग ऐसे व्यक्तियों/बच्चों को प्रत्यारोपित किया जाता है, जिन्हें अपेक्षाकृत अत्यधिक आवश्यकता होती है.

अंगदान पखवाड़ा आज से : प्रदेश में लोगों को अंगदान के प्रति जागरूक करने के मकसद से 17 अगस्त तक अंगदान पखवाड़ा चलेगा. इस दौरान अंगदान को लेकर फैली गलत धारणाओं को तोड़ने पर जोर रहेगा, साथ ही आमजन को अंगदान करने के लिए प्रेरित करने की कोशिश की जाएगी. महाराष्ट्र, गुजरात, दिल्ली एनसीआर के अलावा दक्षिण के तमिलनाडु, तेलंगाना और कर्नाटक की तर्ज पर राज्य में भी ऑर्गन डोनेशन अवेयरनेस के लिए एक्शन प्लान तैयार किया गया है. जिसमें चिकित्सा, मेडिकल शिक्षा, पुलिस विभाग के साथ मिलकर हर जिला कलेक्टर को जिम्मेदारी सौंपी गई है.

Last Updated : Aug 3, 2023, 12:39 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.