जयपुर. प्रदेश भर के पक्षी विशेषज्ञ मानसागर झील की पाल पर दो दिवसीय पक्षी मेले में पहुंचे. राजधानी में मानसागर झील की पाल पर आयोजित 26वें पक्षी मेले में पक्षी विशेषज्ञों ने दूरबीन और टेलिस्कोप से पक्षियों को निहारा.
करीब 1500 से 2000 विदेशी पक्षी मानसागर झील पर विचरण कर रहे हैं. करीब 2000 से अधिक स्कूली बच्चों ने यूरोप से आने वाली एक विदेशी प्रजाति की चिड़िया को भी पहली बार मान सागर झील पर देखा. दो दिवसीय इंडियन बर्डिंग फेयर के शनिवार को समापन पर काफी संख्या में स्कूली बच्चे पहुंचे. लोगों ने दूरबीन और टेलिस्कोप के जरिए प्रवासी पक्षियों को देखा. साइबेरिया, रशिया यूरोप और मंगोलिया से आए प्रवासी पक्षियों को निहारा. पहली बार भारतीय पक्षी मेला शिकारी पक्षियों को समर्पित रहा.
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बर्ड्स एक्सपर्ट डॉ हर्षवर्धन ने बताया कि 26वें भारतीय पक्षी मेले में यूरोप से आने वाली चिड़िया ग्रे लेग गूज और ब्लेक नेक ग्रीप चिड़िया को देखा गया है. ये चिड़िया पहली बार मानसागर की झील पर देखी गई हैं. दो दिवसीय पक्षी मेले में करीब 19 स्कूलों के बच्चे और टीचर पहुंचे. 2000 स्कूली बच्चों ने पक्षी मेले का फायदा उठाया. पक्षी प्रेमी राजेंद्र तिवाडी ने बताया लोगों को जागरूकता के लिए पक्षी मेला एक अच्छी पहल है. पक्षी संरक्षण को लेकर लोगों को जानकारी दी गई.
उन्होंने बताया कि मानसागर झील में वाटर पोलूशन पक्षियों के लिए एक बड़ी समस्या है. सरकार को झील में सफाई की व्यवस्था करनी चाहिए. वाटर पोलूशन पक्षियों के स्वास्थ्य के लिए काफी हानिकारक होता है. वन विभाग और टीडब्ल्यूएसआई की ओर से पक्षी मेले का आयोजन किया गया. पक्षी मेले में पहुंचे स्कूली बच्चों को अलग-अलग प्रजातियों के पक्षियों को दिखाकर उनके बारे में जानकारी उपलब्ध करवाई गई. बच्चों के लिए पेंटिंग कंपटीशन और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया.