जयपुर. प्रदेश के पश्चिमी जिलों की नहरों का पानी का स्तर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की दखल के बाद बढ़ा गया है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हरिके बैराज से प्रदेश की नहरों के लिए पानी का डिस्चार्ज घटा देने के कारण गंग नहर और इंदिरा गांधी नहर में जल स्तर घटने पर अधिकारियों को पंजाब सरकार से वार्ता कर राजस्थान के लिए पूरा पानी छोड़ने का आग्रह किया था. सीएम गहलोत के हस्तक्षेप से अब पश्चिमी जिलों की इन नहरों में पानी की उपलब्धता लगातार बढ़ रही है.
पिछले दिनों मुख्यमंत्री गहलोत से हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर आदि जिलों के किसानों ने मुलाकात कर गंगनहर और इंदिरा गांधी नहर में पर्याप्त पानी नहीं आने की शिकायत की थी. इस पर सीएम गहलोत ने जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि वे पंजाब सरकार से बात कर राजस्थान के लिए फिरोजपुर और राजस्थान फीडर में पूरा पानी छोड़ने की व्यवस्था सुनिश्चित करें.
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मुख्यमंत्री कार्यालय में मंगलवार को जल संसाधन विभाग की समीक्षा बैठक में शासन सचिव नवीन महाजन ने अवगत करवाया कि मुख्यमंत्री के प्रयास के बाद राजस्थान की नहरों के लिए हरिके बैराज पर बंद किए गए पानी को फिर से खोल दिया गया है. राजस्थान सरकार के अधिकारियों ने हरिके बैराज पहुंचकर पंजाब के समकक्ष अधिकारियों से चर्चा की, जिसके बाद गंग नहर तथा इंदिरा गांधी नहर के लिए बैराज से पानी छोडा़ जा रहा है.
जल संसाधन विभाग के सचिव नवीन महाजन ने बताया कि पंजाब के कई जिलों में अधिक बारिश के कारण सतुलज नदी में पानी की आवक बढ़ने से कई दर्जन गांव डूब गए थे. इस पर पंजाब सरकार ने राजस्थान की नहरों के लिए बांध के गेज को नीचे कर दिया था. इस कारण फिरोजपुर और राजस्थान फीडर में पानी का स्तर घट गया था. उन्होंने बताया कि अब दोनों नहरों में पानी की उपलब्धता तेजी से सामान्य हो रही है.