जयपुर. विधानसभा परिसर में रिश्वत राशि लेते हुए गिरफ्तार किए गए पीडब्ल्यूडी के तीन अधिकारियों के प्रकरण में एसीबी ने चौंकाने वाले खुलासे किए है. एसीबी की जांच में इस बात का पता चला है कि विधानसभा परिसर में काफी लंबे समय से कमीशन का खेल खेला जा रहा था.
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पीडब्ल्यूडी के तीनों ही अधिकारी ठेकेदारों को बिल पास करने की एवज में काफी टॉर्चर किया करते थे. भ्रष्ट अधिकारियों और ठेकेदारों के बिल पास करने के बदले में कमीशन की मांग करते थे. साथ ही कमीशन का हिस्सा तीनों अधिकारी आपस में अलग-अलग अनुपात में बांट लेते थे.
विधानसभा परिसर से गिरफ्तार हुए पीडब्ल्यूडी के तीनों अधिकारी ठेकेदारों के बिल पास करने की एवज में 10% का कमीशन लेते थे. ठेकेदारों का बिल जितनी भी राशि का होता उन्हें उसका 10% कमीशन तीनों अधिकारियों को देना पड़ता. कमीशन का हिस्सा तीनों अधिकारी में अलग-अलग अनुपात में बांटते थे.
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कमीशन के 10% की राशि में से 5% का हिस्सा एक्सईएन जितेंद्र ढाका अपने पास रखता. शेष 5% में से 3% एईएन दिनेश पारीक और 2% कैशियर अब्दुल करीम में बांटा जाता. तीनों ही अधिकारियों से पीड़ित कुछ अन्य ठेकेदार भी सामने आए हैं. जिन्होंने अपनी पीड़ा एसीबी अधिकारियों के सामने जाहिर की है. फिलहाल इस पूरे प्रकरण की एसीबी जांच कर रही है.