जयपुर. सरकारी कर्मचारियों में अक्सर तू-तू, मैं-मैं की स्थिति बन रहती है. कई बार उनसे दुर्व्यवहार की भी खबरें आती हैं. हालांकि सरकारी कर्मचारी के साथ किया जाने वाले दुर्व्यवहार पर सजा का प्रावधान है. लेकिन शायद हाउसिंग बोर्ड के अधिकारी ही भारतीय दंड संहिता के इस प्रावधान से वाकिफ नहीं है.
हाउसिंग बोर्ड के डिप्टी सेक्रेटरी डॉ प्रवीण कुमार पर अपने कर्मचारियों से अभद्र भाषा का प्रयोग करने का आरोप है. कर्मचारियों ने प्रवीण कुमार के खिलाफ निंदा प्रस्ताव भी पास किया. उनकी शिकायत आवासन आयुक्त से भी की गई थी. इस संबंध में हाउसिंग बोर्ड कर्मचारी संघ के सभाध्यक्ष शशिकांत ने कहा कि कर्मचारी शालीनता से काम करना चाहते हैं. लेकिन शालीनता को उनकी कमजोरी माना जाना गलत है.
उन्होंने डॉ प्रवीण के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पास करने की जानकारी देते हुए कहा कि कोई कर्मचारी यहां गाली खाने के लिए नहीं आता. वहीं इस मामले पर आवासन आयुक्त पवन अरोड़ा ने अधिकारी को बुलाकर बात करने की बात कही. साथ ही कहा कि जो कम्युनिकेशन गैप कर्मचारियों और अधिकारी के बीच में है उसे दूर किया जाएगा.
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हालांकि देर शाम आई आरएएस तबादला सूची में प्रवीण कुमार का नाम भी शामिल हुआ. प्रवीण कुमार को स्थानीय निकाय विभाग में बतौर अतिरिक्त निदेशक लगाया गया है, जो काम अब तक सुनील भाटी देख रहे थे.