जयपुर. कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने राजीव गांधी युवा मित्र इंटर्नशिप कार्यक्रम को समाप्त करने, चूरू जिले में दलित व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या करने और मंत्रिमंडल गठन नहीं होने पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि दिल्ली से फरमान आता है और पांच हजार नौजवानों को बेरोजगार कर दिया जाता है. चूरू में तारानगर क्षेत्र के रातूसर गांव में दलित व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई और मुख्य आरोपी अभी तक गिरफ्तार नहीं हुए.
यह हो क्या रहा है: गोविंद डोटासरा ने मंगलवार को अपने आवास पर मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कल ही बयान दिया कि कांग्रेस सरकार ने पिछले पांच साल में जो योजनाएं चलाई हैं, उनमें से किसी को बंद नहीं किया जाएगा. उनके बयान के तत्काल बाद एक फरमान निकला और राजीव गांधी युवा मित्र इंटर्नशिप कार्यक्रम को 31 दिसंबर 2023 से तुरंत प्रभाव से समाप्त कर दिया गया. पांच हजार नौजवान, जिन्हें कांग्रेस सरकार ने रोजगार दिया था उन्हें बेरोजगार कर दिया गया. हम मुख्यमंत्री से पूछना चाहते हैं कि आपकी कथनी और करनी में फर्क क्यों है. आपने कल ही कहा था कि कोई योजना बंद नहीं होगी. उनको ज्यादा मजबूत और सशक्त किया जाएगा, लेकिन आपने पांच हजार नौजवानों को बेरोजगार कर दिया. उन्हें दर-दर की ठोकरें खाने के लिए मजबूर कर दिया.
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चर्चा है कि खुद फैसले नहीं ले रहे सीएम: गोविंद डोटासरा ने कहा कि पिछले 20-25 दिन में ही चर्चा चल पड़ी है कि मुख्यमंत्री खुद के विवेक से फैसला नहीं लेकर कहीं न कहीं से गाइड हो रहे हैं. उन्होंने ने सीएम भजनलाल पर तंज कसते हुए कहा कि मैं कहना चाहूंगा कि मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री होता है. आपको हाईकमान ने बनाया है. राजस्थान की जनता ने भाजपा को समर्थन दिया है. आप इन बेरोजगारों के साथ ऐसा व्यवहार मत कीजिए, इनकी रोजी-रोटी को आप मत छीनिए.
नए साल से पहले युवाओं से क्रूर मजाक: डोटासरा ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के पास दिल्ली से फरमान आया कि राजीव गांधी के नाम से जो भी योजनाएं हैं, उनको तत्काल बंद कर दिया जाए. उन्होंने प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आप नाम बदल सकते थे. अटल बिहारी वाजपेयी, पंडित दीनदयाल उपाध्याय या आपको जो अच्छा लगे. वो नाम रख लेते, लेकिन इन नौजवानों के साथ नए साल से पहले क्रूर मजाक किया और उनके हितों पर कैंची चलाई. यह समझ से परे है.
भाजपा-कांग्रेस में यही फर्क: गोविंद डोटासरा ने कहा कि कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी में यही फर्क है. विद्यार्थी मित्र भाजपा सरकार के समय लगे थे. हमारी सरकार ने इन्हें आगे बढ़ाया. दुबारा भाजपा की सरकार में ग्राम पंचायत सहायक लगाए गए. हमारी सरकार आई तो हमने फिर आगे बढ़ाने का काम किया. कांग्रेस सरकार ने ही राजस्थान कॉन्ट्रेक्चुअल हायरिंग टू सिविल पोस्ट रूल्स बनाए और शिक्षाकर्मी, ग्राम पंचायत सहायक, पैरा टीचर, मदरसा पैरा टीचर्स को स्थायी करने का मार्ग प्रशस्त किया.
दलित की हत्या, आरोपी नहीं पकड़े गए: उन्होंने कहा कि सरकार जब आई तो बड़े-बड़े दावे और वादे किए गए. चुनाव में भी माहौल बनाया गया कि पिछले पांच साल में राजस्थान में अपराध बहुत बढ़े हैं. आज मैं पूछना चाहता हूं कि अपराध की दर्जनों घटनाएं हैं. चूरू जिले के तारानगर क्षेत्र में रातूसर गांव में एक दलित व्यक्ति और उसके साथी के साथ इतनी बेरहमी से मारपीट की कि एक व्यक्ति की मौत हो गई और दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया. घायल व्यक्ति ने जिन लोगों के नाम बताए हैं. उन्हें भी अब तक गिरफ्तार नहीं किया गया है.
25 दिन बाद भी मंत्रिमंडल का गठन नहीं: गोविंद डोटासरा ने सवाल उठाते हुए कहा कि आज 25 दिन बाद भी इनसे मंत्रिमंडल नहीं बना है. सीएमओ में अधिकारी नहीं लगे. सारे ब्यूरोक्रेट्स हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं. अच्छी-अच्छी पोस्ट के लिए लाइजनिंग कर रहे हैं. अब सीएमओ और सरकार को कौन चलाएगा. यह समझ से परे है. राजस्थान की जनता अपने आप को ठगा सा महसूस कर रही है कि यह हो क्या रहा है. यह मंत्रिमंडल बन क्यों रहा है. किसने अंगद का पैर लगाकर इसे रोक रखा है.