जयपुर. राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस बार 19 नए जिले बनाये हैं. लेकिन जिलों में शामिल होने और बाहर रहने की मांग को लेकर, जिस तरह का विरोध सरकार के सामने आया. वह विरोध नोटिफिकेशन जारी होने से पहले जबरदस्त तरीके से देखने को मिला था. लेकिन अब भी राजस्थान में कई ऐसे जिले हैं जहां नोटिफिकेशन जारी होने के बाद भी विरोध जारी है. जिलों के नोटिफिकेशन होने के बाद भी विरोध में राजस्थान के मंत्रियों के जिले भी अछूते नहीं हैं. यही हाल अनूपगढ़ जिले का है जिसमें बीकानेर जिले की खाजूवाला और छतरगढ़ को शामिल किए जाने पर बीते 1 महीने से जबरदस्त विरोध प्रदर्शन चल रहा है. हालात यह रहे कि सोमवार को खाजूवाला और छतरगढ़ से सैकड़ों की तादाद में विरोध कर रहे लोग मुख्यमंत्री आवास जयपुर पहुंचे. लेकिन मुख्यमंत्री के उदयपुर यात्रा के चलते खाजूवाला और छतरगढ़ से आए लोगों ने सीधा अपने विधायक मंत्री गोविंद मेघवाल के निवास का रुख कर लिया.
मंत्री गोविंद मेघवाल ने भी इन लोगों से मुलाकात की और आश्वासन दिया कि इस मामले में वह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से बात भी करेंगे और उन्हें उम्मीद है कि मुख्यमंत्री निराश नहीं करेंगे. इस दौरान मंत्री के निवास पर आए लोगों में से कुछ लोगों ने मंत्री के खिलाफ भी बात कहीं. तो मंत्री गोविंद मेघवाल ने भी नाराजगी जताते हुए कहा कि मांग करना गलत बात नहीं है, लेकिन अनूपगढ़ जिले में शामिल हुए खाजूवाला और छतरगढ़ के लोगों को भाजपा के लोग उकसा रहे हैं. जिनके दबाव में वे नहीं आएंगे.
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हालांकि मंत्री गोविंद मेघवाल ने यह जरूर स्वीकार किया कि खाजूवाला और छतरगढ़ को बीकानेर की जगह अनूपगढ़ में शामिल किया जाना सही निर्णय नहीं है. जिसका नुकसान भी उन्हें राजनीतिक तौर पर उठाना पड़ सकता है. लेकिन जब राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान की जनता के हितों के लिए नए जिले बनाए हैं और राजस्थान में जनता ने मुख्यमंत्री से जिस जिले में शामिल होने की बात कही. उन्हें उस जिले में शामिल किया गया, तो फिर मुख्यमंत्री खाजूवाला और छतरगढ़ की जनता को भी जरूर राहत देंगे.