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FIR on Cyber Fraud : अमेरिकन कंपनी बता ठगों ने दिया 3 गुना लाभ का झांसा, सैकड़ों ने गंवाए करोड़ों

आदर्श नगर थाना इलाके में ठगों ने खुद को एक अमेरिकन कंपनी का प्रतिनिधि बता लाखों की हेराफेरी की है. जालसाजों ने डिजिटल करेंसी में निवेश कर तीन गुना लाभ कमाने का झांसा दे सैकड़ों लोगों से करोड़ों रुपए लूट लिए. महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के दो फ्रॉड्स के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है.

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Published : Jan 26, 2023, 11:57 AM IST

FIR on Cyber Fraud
सैकड़ों ने गंवाए करोड़ों

जयपुर. ठगी के इस पूरे मामले को लेकर अब तक 3 एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं. कहा जा रहा है कि बड़ी तादाद में ठगी का शिकार हुए लोग मुकदमा दर्ज कराने की तैयारी कर रहे हैं. अब तक 3 लोगों ने 15 हजार डॉलर यानी 12.23 लाख रुपए की ठगी के मामले दर्ज करवाए हैं. प्रकरण की जांच कर रहे जांच अधिकारी धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि ठगी की वारदात को लेकर बुधवार देर रात महाराष्ट्र निवासी आशीष गोपीनाथ, झुंझुनूं निवासी राकेश कुमार और वीरेंद्र सिंह ने मुकदमा दर्ज करवाया है.

पुलिस ने बताया कि परिवादियों से महाराष्ट्र निवासी रमेश हावले और मध्य प्रदेश निवासी रूपेश राय ने इंटरनेट के माध्यम से संपर्क किया. दोनों ने खुद को एक अमेरिकन कंपनी डॉक्सी कॉइन का प्रतिनिधि बताया और यूनाइटेड किंगडम में अपना डिजिटल कॉइन लॉन्च करने की जानकारी दी.बताया कि यह कंपनी नाइजीरिया, यूनाइटेड किंगडम और अमेरिका में रजिस्टर्ड है जिसके दस्तावेज भी इंटरनेट के माध्यम से परिवादियों को भेजे गए. परिवादियों को डिजिटल करेंसी में निवेश कर 3 गुना लाभ कमा कर देने का झांसा दिया गया.

स्टीव हापकिंस ने दिखाए सब्जबाग- परिवादियों ने अपनी शिकायत में इस बात का जिक्र किया है कि जनवरी 2022 में जयपुर में डिजिटल करेंसी को लॉन्च करने की जानकारी दी गई और पिंक स्क्वायर मॉल स्थित एक कैफे में बड़ी संख्या में निवेशकों को बुलाया गया. जिसमें देश के अलग-अलग राज्यों से बड़ी तादाद में लोग अमेरिकन कंपनी और उनकी पॉलिसी की जानकारी जानने के लिए जुटे.

अमेरिकन कंपनी के प्रतिनिधि रमेश और रुपेश ने कार्यक्रम में मौजूद लोगों को यह बताया कि अलग-अलग देशों में कंपनी के कार्यालय खोले जा रहे हैं और भारत में भी कई शहरों में कंपनी के कार्यालयों का काम चल रहा है. इसके बाद फरवरी माह में पिंक स्क्वायर मॉल स्थित कंपनी कार्यालय में निवेशकों को फिर से बुलाया गया और कंपनी के एमडी स्टीव हापकिंस से जूम मीटिंग के जरिए बात करवाई गई.

स्टीव ने कंपनी की पॉलिसी के बारे में कार्यक्रम में मौजूद लोगों को जानकारी दी, साथ ही बताया कि किस तरह से डिजिटल करेंसी में निवेश कर 3 से 5 गुना तक मुनाफा कमाया जा सकता है. स्टीव ने बताया कि डॉक्सी कॉइन 0.50 डॉलर से शुरू हुआ था जो मुनाफे के साथ 2.5 डॉलर पहुंच गया है. इसके साथ ही स्टीव ने विभिन्न प्रेजेंटेशन के जरिए कार्यक्रम में मौजूद लोगों का विश्वास जीत लिया और उन्हें निवेश करने के लिए राजी कर लिया.

पढ़ें- Fraud in Jaipur : ठग बाबा ने व्यापारी की पत्नी और बेटे को किया अगवा, मांगी एक करोड़ की फिरौती, जानें पूरा मामला

दोस्तों और परिजनों से निवेश पर लाभ का झांसा- परिवादियों ने अपनी शिकायत में इस बात का भी जिक्र किया है कि स्टीव ने कंपनी के अमेरिकन प्लेटफार्म पर होने के चलते निवेशकों को डॉलर के रूप में ही राशि निवेश करने के लिए कहा. इसके साथ ही किसी भी निवेशक के उसके किसी दोस्त या परिवारजनों के जरिए कंपनी में निवेश करवाने पर निवेशक को 5% अतिरिक्त लाभ देने का भी झांसा दिया.

स्टीव ने भी बताया कि उसकी कंपनी विश्व की एक बड़ी कंपनी है, जिसे भारत सरकार और राजस्थान सरकार से भी सहयोग प्राप्त हो रहा है. स्टीव ने यह भी बताया कि जल्द ही जयपुर के महिंद्रा सेज में कंपनी का एक बड़ा ऑफिस बनने जा रहा है, जिसके लिए राजस्थान सरकार ने कंपनी को जमीन दी है. स्टीव ने निवेशकों को अलग-अलग स्कीम के तहत डॉलर में निवेश की गई राशि पर मुनाफा होने की जानकारी दी. इसके बाद परिवादियों को 10 से 7500 डॉलर तक निवेश कर 1 साल में 3 गुना लाभ कमाने का झांसा दिया गया. जिस पर तीनों परिवारों ने कुल 15 हजार डॉलर निवेश किए.

अक्टूबर महीने तक निवेशकों को लगातार पिंक स्क्वायर मॉल स्थित कंपनी के कार्यालय में हर महीने बुलाया जाता और जूम मीटिंग के जरिए स्टीव से बात करवाई जाती. इसके साथ ही उनकी निवेश राशि पर हो रहे मुनाफे की जानकारी दी जाती. जुलाई महीने में कंपनी के कुछ निवेशकों को थाईलैंड और दुबई का टूर कराया गया और वहां भी उनकी मीटिंग लेकर उन्हें और राशि निवेश करने के लिए कहा गया.

अचानक से बंद हुए निवेशकों के अकाउंट- नवंबर महीने में अचानक से निवेशकों को कंपनी की वेबसाइट पर उनका अकाउंट शो होना बंद हो गया. जब इस बारे में निवेशकों ने कंपनी के प्रतिनिधियों से बात की तो उन्होंने कंपनी का सॉफ्टवेयर सिस्टम अपडेट होने की बात कहकर कुछ दिन इंतजार करने के लिए कहा. इसके बाद कंपनी के प्रतिनिधियों के मोबाइल फोन स्विच ऑफ आने लगे और जब निवेशक पिंक स्क्वायर मॉल स्थित कंपनी कार्यालय पहुंचे तो वहां भी ताला लगा हुआ मिला.

जब निवेशकों ने पड़ताल की तो यह बात सामने आई कि पिंक स्क्वायर मॉल में कंपनी ने लीज पर ऑफिस लिया था और लीज राशि जमा नहीं कराने के चलते उनसे ऑफिस खाली करवा लिया गया. जब कंपनी के संबंध में और पड़ताल की गई तो कंपनी के फर्जी होने की जानकारी सामने आई और कंपनी के सैकड़ों लोगों से करोड़ों रुपए निवेश के नाम पर ठगे जाने का पता चला. इसके बाद अब जाकर ठगों के खिलाफ मुकदमें दर्ज होना शुरू हुए हैं और बुधवार को 3 लोगों ने ठगी के प्रकरण दर्ज करवाए हैं. फिलहाल पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर पड़ताल करना शुरू किया है और कंपनी से जुड़े हुए लोगों व अन्य प्लेटफार्म के संबंध में जानकारी जुटाई जा रही है.

जयपुर. ठगी के इस पूरे मामले को लेकर अब तक 3 एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं. कहा जा रहा है कि बड़ी तादाद में ठगी का शिकार हुए लोग मुकदमा दर्ज कराने की तैयारी कर रहे हैं. अब तक 3 लोगों ने 15 हजार डॉलर यानी 12.23 लाख रुपए की ठगी के मामले दर्ज करवाए हैं. प्रकरण की जांच कर रहे जांच अधिकारी धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि ठगी की वारदात को लेकर बुधवार देर रात महाराष्ट्र निवासी आशीष गोपीनाथ, झुंझुनूं निवासी राकेश कुमार और वीरेंद्र सिंह ने मुकदमा दर्ज करवाया है.

पुलिस ने बताया कि परिवादियों से महाराष्ट्र निवासी रमेश हावले और मध्य प्रदेश निवासी रूपेश राय ने इंटरनेट के माध्यम से संपर्क किया. दोनों ने खुद को एक अमेरिकन कंपनी डॉक्सी कॉइन का प्रतिनिधि बताया और यूनाइटेड किंगडम में अपना डिजिटल कॉइन लॉन्च करने की जानकारी दी.बताया कि यह कंपनी नाइजीरिया, यूनाइटेड किंगडम और अमेरिका में रजिस्टर्ड है जिसके दस्तावेज भी इंटरनेट के माध्यम से परिवादियों को भेजे गए. परिवादियों को डिजिटल करेंसी में निवेश कर 3 गुना लाभ कमा कर देने का झांसा दिया गया.

स्टीव हापकिंस ने दिखाए सब्जबाग- परिवादियों ने अपनी शिकायत में इस बात का जिक्र किया है कि जनवरी 2022 में जयपुर में डिजिटल करेंसी को लॉन्च करने की जानकारी दी गई और पिंक स्क्वायर मॉल स्थित एक कैफे में बड़ी संख्या में निवेशकों को बुलाया गया. जिसमें देश के अलग-अलग राज्यों से बड़ी तादाद में लोग अमेरिकन कंपनी और उनकी पॉलिसी की जानकारी जानने के लिए जुटे.

अमेरिकन कंपनी के प्रतिनिधि रमेश और रुपेश ने कार्यक्रम में मौजूद लोगों को यह बताया कि अलग-अलग देशों में कंपनी के कार्यालय खोले जा रहे हैं और भारत में भी कई शहरों में कंपनी के कार्यालयों का काम चल रहा है. इसके बाद फरवरी माह में पिंक स्क्वायर मॉल स्थित कंपनी कार्यालय में निवेशकों को फिर से बुलाया गया और कंपनी के एमडी स्टीव हापकिंस से जूम मीटिंग के जरिए बात करवाई गई.

स्टीव ने कंपनी की पॉलिसी के बारे में कार्यक्रम में मौजूद लोगों को जानकारी दी, साथ ही बताया कि किस तरह से डिजिटल करेंसी में निवेश कर 3 से 5 गुना तक मुनाफा कमाया जा सकता है. स्टीव ने बताया कि डॉक्सी कॉइन 0.50 डॉलर से शुरू हुआ था जो मुनाफे के साथ 2.5 डॉलर पहुंच गया है. इसके साथ ही स्टीव ने विभिन्न प्रेजेंटेशन के जरिए कार्यक्रम में मौजूद लोगों का विश्वास जीत लिया और उन्हें निवेश करने के लिए राजी कर लिया.

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दोस्तों और परिजनों से निवेश पर लाभ का झांसा- परिवादियों ने अपनी शिकायत में इस बात का भी जिक्र किया है कि स्टीव ने कंपनी के अमेरिकन प्लेटफार्म पर होने के चलते निवेशकों को डॉलर के रूप में ही राशि निवेश करने के लिए कहा. इसके साथ ही किसी भी निवेशक के उसके किसी दोस्त या परिवारजनों के जरिए कंपनी में निवेश करवाने पर निवेशक को 5% अतिरिक्त लाभ देने का भी झांसा दिया.

स्टीव ने भी बताया कि उसकी कंपनी विश्व की एक बड़ी कंपनी है, जिसे भारत सरकार और राजस्थान सरकार से भी सहयोग प्राप्त हो रहा है. स्टीव ने यह भी बताया कि जल्द ही जयपुर के महिंद्रा सेज में कंपनी का एक बड़ा ऑफिस बनने जा रहा है, जिसके लिए राजस्थान सरकार ने कंपनी को जमीन दी है. स्टीव ने निवेशकों को अलग-अलग स्कीम के तहत डॉलर में निवेश की गई राशि पर मुनाफा होने की जानकारी दी. इसके बाद परिवादियों को 10 से 7500 डॉलर तक निवेश कर 1 साल में 3 गुना लाभ कमाने का झांसा दिया गया. जिस पर तीनों परिवारों ने कुल 15 हजार डॉलर निवेश किए.

अक्टूबर महीने तक निवेशकों को लगातार पिंक स्क्वायर मॉल स्थित कंपनी के कार्यालय में हर महीने बुलाया जाता और जूम मीटिंग के जरिए स्टीव से बात करवाई जाती. इसके साथ ही उनकी निवेश राशि पर हो रहे मुनाफे की जानकारी दी जाती. जुलाई महीने में कंपनी के कुछ निवेशकों को थाईलैंड और दुबई का टूर कराया गया और वहां भी उनकी मीटिंग लेकर उन्हें और राशि निवेश करने के लिए कहा गया.

अचानक से बंद हुए निवेशकों के अकाउंट- नवंबर महीने में अचानक से निवेशकों को कंपनी की वेबसाइट पर उनका अकाउंट शो होना बंद हो गया. जब इस बारे में निवेशकों ने कंपनी के प्रतिनिधियों से बात की तो उन्होंने कंपनी का सॉफ्टवेयर सिस्टम अपडेट होने की बात कहकर कुछ दिन इंतजार करने के लिए कहा. इसके बाद कंपनी के प्रतिनिधियों के मोबाइल फोन स्विच ऑफ आने लगे और जब निवेशक पिंक स्क्वायर मॉल स्थित कंपनी कार्यालय पहुंचे तो वहां भी ताला लगा हुआ मिला.

जब निवेशकों ने पड़ताल की तो यह बात सामने आई कि पिंक स्क्वायर मॉल में कंपनी ने लीज पर ऑफिस लिया था और लीज राशि जमा नहीं कराने के चलते उनसे ऑफिस खाली करवा लिया गया. जब कंपनी के संबंध में और पड़ताल की गई तो कंपनी के फर्जी होने की जानकारी सामने आई और कंपनी के सैकड़ों लोगों से करोड़ों रुपए निवेश के नाम पर ठगे जाने का पता चला. इसके बाद अब जाकर ठगों के खिलाफ मुकदमें दर्ज होना शुरू हुए हैं और बुधवार को 3 लोगों ने ठगी के प्रकरण दर्ज करवाए हैं. फिलहाल पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर पड़ताल करना शुरू किया है और कंपनी से जुड़े हुए लोगों व अन्य प्लेटफार्म के संबंध में जानकारी जुटाई जा रही है.

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