जयपुर. राजधानी के श्याम नगर थाने में फोर्टी यूथ विंग के अध्यक्ष धीरेंद्र सिंह सहित चार लोगों के खिलाफ 2 करोड़ 50 लाख रुपए से अधिक की ठगी करने का मामला (Fraud Case in Jaipur) दर्ज करवाया गया है. धीरेंद्र सिंह के अलावा उसकी पत्नी सोनम कंवर, संजीव कुमार सांघी और राजीव कुमार सांघी पर धोखाधड़ी करने के आरोप लगाए गए हैं. श्याम नगर थाना अधिकारी श्रीमोहन मीणा ने बताया कि टोंक रोड निवासी शख्स ने शिकायत दर्ज करवाई है.
परिवादी एक व्यापारी है जो वर्ष 2019 में धीरेंद्र सिंह के संपर्क में आया. धीरेंद्र सिंह फोर्टी यूथ विंग (Federation of Rajasthan Trade Industry) का अध्यक्ष है जो कि एक व्यापारी है और विभिन्न कंपनियों का मालिक है. परिवादी से जान पहचान बढ़ाने के बाद धीरेंद्र सिंह ने परिवादी की मुलाकात अपनी पत्नी सोनल कंवर से करवाई. इसके बाद दोनों ने मिलकर परिवादी को उनकी विभिन्न कंपनियों में राशि निवेश कर मोटा मुनाफा कमा कर देने का झांसा दिया और कई बड़े राजनेताओं व जानी-मानी हस्तियों के साथ अपनी फोटो दिखा अपनी ऊंची रसूख होने का झांसा देते हुए अपने जाल में फंसा लिया.
बिजनेस पार्टनर से मिलवा कर ठगी राशि- धीरेंद्र सिंह ने परिवादी को अपनी बातों के जाल में फंसा कर अपने दो बिजनेस पार्टनर संजीव कुमार सांघी और राजीव कुमार सांघी से मिलवाया. इसके बाद सितंबर 2019 से लेकर फरवरी 2022 तक अलग-अलग टुकड़ों में कुल 2 करोड़ 50 लाख रुपए की राशि निवेश के नाम पर हड़प ली. ठगों ने बकायदा 500 रुपए के स्टाम्प पर राशि के लेनदेन को लेकर परिवादी के साथ इकरारनामा भी किया और राशि 1 वर्ष तक निवेश करने के बाद वापस लौटाने की बात भी कही गई. कुछ समय तक तो सब कुछ ठीक चलता रहा लेकिन 10 महीने बाद ही धीरेंद्र सिंह और उसकी पत्नी सोनम का व्यवहार परिवादी के प्रति बिल्कुल बदल गया. 1 वर्ष का समय पूरा होने के बाद जब परिवादी ने धीरेंद्र से अपनी राशि वापस मांगी तो धीरेंद्र ने कुछ समय में एक मोटा भुगतान प्राप्त होने की बात कहते हुए संपूर्ण राशि लौटाने का वादा किया.
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बेटे का एक्सीडेंट हो जाने पर भी नहीं दी राशि- कुछ महीने पहले परिवादी के बेटे का एक्सीडेंट हो गया, जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया. परिवादी को अपने बेटे के इलाज के लिए राशि की आवश्यकता थी जिस पर उसने तुरंत धीरेंद्र से संपर्क कर कुछ राशि उपलब्ध कराने के लिए कहा. जिस पर धीरेंद्र ने प्रार्थी को अपने कार्यालय में बुला लिया और 6 घंटे तक कार्यालय में बैठने के बाद राशि देने से इनकार करते हुए दुत्कार कर वहां से भगा दिया. मई 2022 में परिवादी ने विदेश में पढ़ रही अपनी बेटी की फीस जमा करने के लिए फिर से धीरेंद्र सिंह से संपर्क कर राशि वापस लौटाने की मिन्नतें की लेकिन तब भी धीरेंद्र ने परिवादी को धमका राशि देने से इनकार कर दिया.
परिवादी से राशि लेते वक्त धीरेंद्र सिंह ने 500 रुपए के स्टाम्प पर गोकुल नगर कालवाड रोड स्कीम में 5 फ्लैट का इकरारनामा किया था. इस पर परिवादी ने जब उक्त फ्लैटों के बारे में जानकारी जुटाई तो पता चला कि वहां पर इस तरह की कोई भी स्कीम नहीं है और न ही कोई फ्लैट मौजूद है. जिस पर परिवादी ने धीरेंद्र सिंह से संपर्क किया तो उसने धमकी देते हुए परिवादी को गोली मारने की बात कही. धीरेंद्र सिंह ने परिवादी को एक चेक भी दिया था और उस चेक को जब परिवादी ने भरकर बैंक में लगाया तो वह गलत हस्ताक्षर के चलते अनादरित कर दिया गया. इस प्रकार से ठगी का शिकार होने के बाद परिवादी ने कोर्ट के इस्तगासा के जरिए बुधवार रात धीरेंद्र सिंह सहित चार लोगों के खिलाफ ठगी का मामला दर्ज करवाया. फिलहाल, पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच करना शुरू किया है.
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बीजेपी के बड़े-बड़े नेताओं के साथ खिंचवा रखी फोटो- फोर्टी यूथ विंग के अध्यक्ष धीरेंद्र सिंह पर यह भी आरोप है कि वह बीजेपी के बड़े-बड़े नेताओं के साथ फोटो खिंचवा कर अपना प्रभाव दिखाता है. इसके बाद लोगों को अपने जाल में फंसा कर ठगी की वारदात को अंजाम देता है. धीरेंद्र ने हाल ही में अपनी कार्यकारिणी के शपथ ग्रहण समारोह में राज्यपाल कलराज मिश्र को भी बुलाया था. धीरेंद्र ने फोर्टी (Federation of Rajasthan Trade Industry) में यूथ विंग का अध्यक्ष बनने के बाद फोर्टी के बैनर पर अपना प्रभाव बढ़ाया. इसके बाद राजनेताओं व अफसरों के साथ फोटो खिंचवा कर लोगों को गुमराह किया. फोर्टी ज्वाईन करने से पहले धीरेंद्र का प्रभाव नहीं था, लेकिन फोर्टी के बैनर पर उसने अपनी पहचान बनाई.