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बड़े अधिकारी तो केवल वीडियो कॉन्फ्रेंस करने में मस्त हैं : विधायक भरत सिंह

पूर्व पंचायती राज मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक बरसे ब्यूरोक्रेसी पर बोले पहले के समय में बाहर निकलकर जनता के हालात का जायजा लिया जाता था. लेकिन वर्तमान के बड़े अधिकारी एक कमरे में ही बंद हैं. अपने बड़े कमरों में केवल वीडियो कॉन्फ्रेंस करने में मस्त रहते हैं.

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Published : Aug 31, 2019, 2:16 PM IST

जयपुर. प्रदेश के पूर्व पंचायती राज मंत्री रह चुके कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक भरत सिंह ने अब ब्यूरोक्रेसी को आड़े हाथों लिया है. खासतौर पर पंचायती राज से जुड़े अधिकारियों और जिला कलेक्टरों को भरत सिंह ने कहा कि बड़े अधिकारी अपने कमरों में बैठे रहते हैं. अगर यह अधिकारी बाहर निकल कर मौके पर हो रही बैठकों में जाएं. तब प्रदेश के हालात सुधर सकते है.

पूर्व पंचायती राज मंत्री ने प्रदेश के आला अधिकारियों पर कसा तंज

भरत सिंह ने कहा कि पुराने समय में नवाबों की बैग में ही स्थितियां को मौके पर जाकर देखती थी. लेकिन वर्तमान में बड़े अधिकारी तो अपने कमरों से बाहर ही नहीं निकल रहे हैं. पूर्व पंचायती मंत्री ने तंज कसते हुए कहा कि इन बड़े अधिकारियों को सरप्राइज विजिट करना चाहिए. साथ ही वे जिला परिषद की बैठकों में जाकर देखें तो ही इन्हें पता लग जाएगा की हकीकत क्या है. लेकिन कोई ऐसा नहीं करना चाहता है.

पढे़ं- भरतपुर: रंगीन फव्वारों ने मोहा मन, डीग के जलमहल में बिखरी इंद्रधनुषी छटा

इसके आगे बोलते हुए भरत सिंह ने कहा कि जब से प्रदेश में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का चलन शुरू हुआ है. अधिकारी केवल इसमें ही मस्त रहते हैं. अधिकारी दिन में तीन से चार वीडियो कॉन्फ्रेंस करते है और मौके पर नहीं जाते हैं. कोटा के कुछ अधिकारियों के ऊपर तो उन्होंने नाराजगी जताते हुए उनको सस्पेंड तक करने की बात कही.

पढ़ें- जयपुर में फिर हल्की बारिश का दौर, 7 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट

उन्होंने कहा कि कोटा से पिछले 6 महीने में एक बार भी किसी पंचायत समिति में नहीं गई है. ऐसे अधिकारियों को तो सस्पेंड कर देना चाहिए. ताकि उनके रिकॉर्ड में आए कि यह अधिकारी गैर जिम्मेदार है. जब अधिकारियों की बुनियाद ही कमजोर होगी, तो लंबे समय तक इसका खामियाजा प्रदेश की जनता को भुगतना पड़ेगा.

जयपुर. प्रदेश के पूर्व पंचायती राज मंत्री रह चुके कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक भरत सिंह ने अब ब्यूरोक्रेसी को आड़े हाथों लिया है. खासतौर पर पंचायती राज से जुड़े अधिकारियों और जिला कलेक्टरों को भरत सिंह ने कहा कि बड़े अधिकारी अपने कमरों में बैठे रहते हैं. अगर यह अधिकारी बाहर निकल कर मौके पर हो रही बैठकों में जाएं. तब प्रदेश के हालात सुधर सकते है.

पूर्व पंचायती राज मंत्री ने प्रदेश के आला अधिकारियों पर कसा तंज

भरत सिंह ने कहा कि पुराने समय में नवाबों की बैग में ही स्थितियां को मौके पर जाकर देखती थी. लेकिन वर्तमान में बड़े अधिकारी तो अपने कमरों से बाहर ही नहीं निकल रहे हैं. पूर्व पंचायती मंत्री ने तंज कसते हुए कहा कि इन बड़े अधिकारियों को सरप्राइज विजिट करना चाहिए. साथ ही वे जिला परिषद की बैठकों में जाकर देखें तो ही इन्हें पता लग जाएगा की हकीकत क्या है. लेकिन कोई ऐसा नहीं करना चाहता है.

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इसके आगे बोलते हुए भरत सिंह ने कहा कि जब से प्रदेश में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का चलन शुरू हुआ है. अधिकारी केवल इसमें ही मस्त रहते हैं. अधिकारी दिन में तीन से चार वीडियो कॉन्फ्रेंस करते है और मौके पर नहीं जाते हैं. कोटा के कुछ अधिकारियों के ऊपर तो उन्होंने नाराजगी जताते हुए उनको सस्पेंड तक करने की बात कही.

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उन्होंने कहा कि कोटा से पिछले 6 महीने में एक बार भी किसी पंचायत समिति में नहीं गई है. ऐसे अधिकारियों को तो सस्पेंड कर देना चाहिए. ताकि उनके रिकॉर्ड में आए कि यह अधिकारी गैर जिम्मेदार है. जब अधिकारियों की बुनियाद ही कमजोर होगी, तो लंबे समय तक इसका खामियाजा प्रदेश की जनता को भुगतना पड़ेगा.

Intro:पूर्व पंचायती राज मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक बरसे ब्यूरोक्रेसी पर बोले नवाब की बैग में ही बाहर निकलकर जनता की हालात का लेती थी जायजा लेकिन बड़े अधिकारी बंद हैं अपने बड़े कमरों में केवल वीडियो कॉन्फ्रेंस करने में रहते हैं मस्त क्षेत्र में जाकर स्थिति या नहीं देखते इसलिए हो रहे हैं प्रदेश में हालात खराब काम में गैर जिम्मेदारी दिखाने वाले अधिकारियों को करना चाहिए सस्पेंड


Body:राजस्थान के पूर्व पंचायती राज मंत्री रह चुके कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक भरत सिंह ने अब ब्यूरोक्रेसी को आड़े हाथों लिया है वह भी खासतौर पर पंचायती राज से जुड़े अधिकारियों और जिला कलेक्टरों को भरत सिंह ने कहा कि बड़े अधिकारी अपने कमरों में बैठे रहते हैं अगर यह अधिकारी बाहर निकल कर मौके पर हो रही बैठकों में जाएं तो स्थितियां सही हो भरत सिंह ने कहा कि पुराने समय में नवाबों की बैग में ही स्थितियां को मौके पर जाकर देखती थी लेकिन वर्तमान में बड़े अधिकारी तो अपने कमरों से बाहर ही नहीं निकल रहे हैं भरत सिंह ने कहा कि अगर यह बड़े अधिकारी सरप्राइज विजिट करें और जिला परिषद की बैठकों में जाकर देखें तो ही इन्हें पता लग जाएगा की हकीकत क्या है लेकिन कोई ऐसा नहीं करना चाहता है इसके आगे बोलते हुए भरत सिंह ने कहा कि जब से प्रदेश में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का चलन शुरू हुआ है अधिकारी केवल इसमें ही मस्त रहते हैं अधिकारी दिन में तीन से चार वीडियो कॉन्फ्रेंस करता है और मौके पर जाता नहीं है कोटा से ऊपर तो उन्होंने नाराजगी जताते हुए उनको सस्पेंड तक करने की बात कही उन्होंने कहा कि कोटा से पिछले 6 महीने में एक बार भी किसी पंचायत समिति में नहीं गई है ऐसे अधिकारियों को तो सस्पेंड कर देना चाहिए ताकि उनके रिकॉर्ड में आए कि यह अधिकारी गैर जिम्मेदार है जब अधिकारियों की बुनियाद ही कमजोर होगी तो लंबे समय तक इसका खामियाजा प्रदेश की जनता को भुगतना पड़ेगा
भाई भरत सिंह वरिष्ठ विधायक कांग्रेस और पूर्व पंचायती राज मंत्री


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