जयपुर. प्रदेश के पूर्व पंचायती राज मंत्री रह चुके कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक भरत सिंह ने अब ब्यूरोक्रेसी को आड़े हाथों लिया है. खासतौर पर पंचायती राज से जुड़े अधिकारियों और जिला कलेक्टरों को भरत सिंह ने कहा कि बड़े अधिकारी अपने कमरों में बैठे रहते हैं. अगर यह अधिकारी बाहर निकल कर मौके पर हो रही बैठकों में जाएं. तब प्रदेश के हालात सुधर सकते है.
भरत सिंह ने कहा कि पुराने समय में नवाबों की बैग में ही स्थितियां को मौके पर जाकर देखती थी. लेकिन वर्तमान में बड़े अधिकारी तो अपने कमरों से बाहर ही नहीं निकल रहे हैं. पूर्व पंचायती मंत्री ने तंज कसते हुए कहा कि इन बड़े अधिकारियों को सरप्राइज विजिट करना चाहिए. साथ ही वे जिला परिषद की बैठकों में जाकर देखें तो ही इन्हें पता लग जाएगा की हकीकत क्या है. लेकिन कोई ऐसा नहीं करना चाहता है.
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इसके आगे बोलते हुए भरत सिंह ने कहा कि जब से प्रदेश में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का चलन शुरू हुआ है. अधिकारी केवल इसमें ही मस्त रहते हैं. अधिकारी दिन में तीन से चार वीडियो कॉन्फ्रेंस करते है और मौके पर नहीं जाते हैं. कोटा के कुछ अधिकारियों के ऊपर तो उन्होंने नाराजगी जताते हुए उनको सस्पेंड तक करने की बात कही.
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उन्होंने कहा कि कोटा से पिछले 6 महीने में एक बार भी किसी पंचायत समिति में नहीं गई है. ऐसे अधिकारियों को तो सस्पेंड कर देना चाहिए. ताकि उनके रिकॉर्ड में आए कि यह अधिकारी गैर जिम्मेदार है. जब अधिकारियों की बुनियाद ही कमजोर होगी, तो लंबे समय तक इसका खामियाजा प्रदेश की जनता को भुगतना पड़ेगा.