जयपुर/तिरुवनंतपुरम. केरल के पूर्व मुख्य निर्वाचन अधिकारी और राजस्थान के मूल निवासी टीकाराम मीणा आगामी राजस्थान विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं. उन्होंने ईटीवी भारत के केरल ब्यूरो के प्रमुख बीजू गोपीनाथ से कहा कि उन्होंने यह तय नहीं किया है कि किस पार्टी से चुनाव लड़ेंगे.
टीकाराम मीणा ने कहा कि भले ही उनकी प्रोफेशनल लाइफ खत्म हो गई हो लेकिन उनके क्षेत्र के लोगों की मांग है कि वह अपनी सोशल लाइफ को खत्म न करें. उन्होंने कहा कि यदि चुनाव लड़ने की अनुमति दी जाती है तो वह लोगों की इच्छा के अनुरूप कार्य करेंगे. कई गांवों का दौरा करने पर लोगों का भरपूर समर्थन और प्यार मिलता है. यही उन्हें राजनीति में आने के लिए प्रेरित करता है. उन्होंने कहा कि फिलहाल इससे ज्यादा जानकारी वो साझा नहीं कर सकते.
राजस्थान में जाति का बहुत महत्व : टीकाराम मीणा पिछले साल केरल कैडर से मुख्य निर्वाचन अधिकारी के पद से सेवानिवृत्त हुए थे. सिविल सेवा से सेवानिवृत्त टीकाराम मीणा का स्थानीय लोगों ने एक मार्च को उनके गृहनगर में स्वागत किया. इसमें बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया. 'मीना जाति' राजस्थान में एक बहुत प्रभावशाली जाति है जहां जाति की राजनीति का बहुत महत्व है.
सूत्रों के अनुसार टीकाराम मीणा को राजस्थान में सत्ताधारी कांग्रेस और विपक्षी बीजेपी ने राजनीति में आने का न्यौता दिया है. लेकिन किस पार्टी के साथ खड़ा होना है, इस पर उन्होंने अंतिम फैसला नहीं लिया है. उन्होंने कभी किसी पार्टी को न नहीं कहा. राजस्थान में कुल 200 विधानसभा क्षेत्र हैं. इनमें से सवाई माधेपुर जिले में चार विधानसभा क्षेत्र गंगापुर, बामनवास, सवाई माधेपुर और खंडार हैं.
कौन हैं टीकाराम मीणा : 1988 बैच के केरल कैडर के आईएएस अधिकारी टीकाराम मीणा 31 मार्च 2022 को मुख्य निर्वाचन अधिकारी के पद से सेवानिवृत्त हुए. उनका जन्म राजस्थान के सवाई माधेपुर जिले के गांव पुरा जोलंडा में हुआ था. जब टीकाराम मीणा केरल में आधिकारिक ड्यूटी पर थे, तब भी वे छुट्टियों में अपने गांव जाते थे और ग्रामीणों के साथ सौहार्दपूर्ण ढंग से बातचीत करते थे.