जयपुर. राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट 11 जून को क्या कदम उठाने वाले है, इस पर सबकी नजर हैं. इस बीच कांग्रेस प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कांग्रेस में सब कुछ ठीक-ठाक होने का दावा किया है. साथ ही कहा कि पार्टी में अब सचिन पायलट और सीएम गहलोत के बीच कोई विवाद नहीं है. राहुल गांधी से हुई मुलाकात के बाद सुलह की चर्चा पर बीजेपी ने सवाल खड़े किए हैं. बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी ने शनिवार को अपने आवास पर मीडिया से बात करते हुए कहा कि अगर सब कुछ ठीक-ठाक है, तो बार-बार स्पष्टीकरण क्यों देना पड़ रहा है ?
स्पष्टीकरण क्यों ? : अरुण चतुर्वेदी ने कहा कि अब सचिन पायलट यह भी बता दें कि जो मुद्दे उन्होंने उठाने की बात की थी, उनका क्या होगा ? सचिन पायलट ने दिल्ली में मीटिंग के बाद टोंक में दिए बयान में स्पष्ट कहा था कि युवाओं के मुद्दे, सामान्य व्यक्ति वर्ग के मुद्दों को वो उठाते रहेंगे. उम्मीद है कि पायलट अपने बयान पर अडिग रहेंगे. चतुर्वेदी ने कहा कि अब जब रंधावा और सीएम गहलोत कह रहे हैं कि सब कुछ ठीक-ठाक है, सुलह हो चुकी है तो उन बयानों में विरोधाभाष क्यों है ? सीएम गहलोत पहले कहते थे कोई विवाद नहीं है, फिर कहते है विवाद था अब नहीं है. रंधावा कहते हैं अब कोई विवाद का विषय नहीं है, तो फिर बार-बार बोलने को जरूरत क्यों पड़ रही है. चतुर्वेदी ने कहा कि कांग्रेस को बार-बार स्पष्टीकरण देना पड़ रहा है, यह सिद्ध कर रहा है कि राजस्थान में कांग्रेस की राजनीति में कहीं न कहीं तूफान आया हुआ है.
कांग्रेस नेताओं का उल्टा लेटर : अरुण चतुर्वेदी ने कहा कि राजस्थान में मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अपनी सरकार को सबसे ज्यादा भ्रष्ट होने का तमगा दे रहे हैं, इससे साफ है कि इन साढ़े चार साल में कैसे लूट मची है. चतुर्वेदी ने कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भरत सिंह कुंदनपुर ने उल्टा लेटर छाप करके मुख्यमंत्री को कहा कि सब कुछ उल्टा हो रहा है. इससे समझा जा सकता है कि प्रदेश में कांग्रेस की कुर्सी की लड़ाई में जनता का क्या हाल हो रहा है?. उन्होंने कहा कि कांग्रेस में सत्ता की लड़ाई नीचे तक जा चुकी है, जिसका परिणाम जनता को भुगतना पड़ रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि राजस्थान में लूट मची हुई है, आज हर स्तर पर थाने और चौकी नीलाम हो रहे हैं. पूरे प्रदेश में निरंकुश होकर शासन चल रहा है.
पायलट से कोई असर नहीं : अरुण चतुर्वेदी ने सचिन पायलट के 11 जून को उठाए जाने वाले कदम के सवाल पर कहा कि भारतीय जनता पार्टी अपने दम पर चुनाव लड़ती है. 11 जून को पायलट क्या कदम उठाते हैं ये उनका व्यक्तिगत विषय है, लेकिन कांग्रेस में पिछली बार भी सचिन पायलट प्रदेश अध्यक्ष थे, मुख्यमंत्री चुनाव का चेहरा थे. इसके बावजूद भी बीजेपी डेढ़ लाख वोटों से ही हारी, हार का अंतर 1.5 प्रतिशत ही था. इससे पहले 2013 में जो चुनाव हुए हैं, उसमें भी बीजेपी 163 सीटें लेकर आई. आंकड़े स्पष्ट बताते हैं कि कांग्रेस जब भी चुनाव जीती है तो बहुत कम मार्जिन होता है.
कांग्रेस के वादे कहां गए ? : उन्होंने दावा किया कि बीजेपी के पास अच्छी सीटें होती हैं, लेकिन जब बीजेपी जीतती है और सरकार बनाती है तो कांग्रेस कभी 23 तो कभी 32 सीट लेकर आती है. चतुर्वेदी ने कहा कि कांग्रेस कुछ भी कर लें, लेकिन इस बार के चुनाव में जनता मन बना चुकी है कि वादाखिलाफी करने वाली सरकार को सत्ता से बाहर निकाल कर रहेगी. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने सत्ता में आने से पहले कहा था कि किसानों की कर्ज माफी होगी, बेरोजगारों को रोजगार मिलेगा, महिलाओं को सुरक्षा दी जाएगी, आम जनता को महंगाई से राहत दिलाई जाएगी, लेकिन इन सब में सरकार ने कोई राहत नहीं दी. पूरे साढ़े 4 साल तक केवल किस्सा कुर्सी का चला. उन्होंने दावा किया कि आज 19 हजार किसानों की जमीन नीलाम हो रही है, अब कांग्रेस के वादे कहां गए ?