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वन एवं पर्यावरण विभाग में चल रही योजनाओं की समीक्षा को लेकर मंत्री ने ली बैठक...अधिकारियों को दिए निर्देश

वन एवं पर्यावरण विभाग में चल रही योजनाओं की समीक्षा को लेकर मंत्री सुखराम बिश्नोई ने अरण्य भवन में अहम बैठक ली. वन मंत्री ने अधिकारियों से योजनाओं का रिकॉर्ड तलब किया.

वन एवं पर्यावरण विभाग में चल रही योजनाओं की समीक्षा को लेकर मंत्री ने ली बैठक
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Published : Jun 13, 2019, 10:54 AM IST

जयपुर. मंत्री सुखराम बिश्नोई ने समीक्षा बैठक में साफ कर दिया कि वन एवं पर्यावरण संरक्षण की योजनाओं पर मजबूती से काम किया जाएगा. मानसून आने से पहले जंगलों में कहीं पानी की कमी न रहे,ताकि वन्यजीवों को पानी की कमी से कोई नुकसान ना हो. साथ ही उन्होंने अधिकारियों से जिला स्तर पर स्टाफ की कमी की जानकारी ली. और विभाग में चल रही स्टाफ की कमी को भी शीघ्र पूरी करने की बात कही. उन्होंने मानसून के दौरान ज्यादा से ज्यादा प्लांटेशन करने और कीकर, बबूल को हटाकर फलदार पौधे लगाने पर जोर दिया. उन्होंने निर्देशित किया कि योजनाओं के लक्ष्य तय समय पर पूरे किए जाएं, और काम की गुणवत्ता बेहतर हो. पौधे लगाने के साथ यह भी ध्यान रखें कि पौधों की मृत्यु दर कम से कम हो.

वन एवं पर्यावरण विभाग में चल रही योजनाओं की समीक्षा को लेकर मंत्री ने ली बैठक

मंत्री ने डेजर्ट नेशनल पार्क क्षेत्र में बर्ड डायवर्टर लगाने पर चर्चा की. ताकि वहां लगी विंड मिल्स से गोडावण पक्षी को नुकसान न हो. उन्होंने राज्य पक्षी गोडावण के संरक्षण पर विशेष फोक्स करने पर जोर दिया. प्रमुख सचिव श्रेया गुआ ने बताया कि विभाग में ज्यादातर पोस्टें खाली चल रही है. इन पोस्टों को भरने और नई भर्ती पर भी विचार किया गया है. साथ ही गोडावण के संरक्षण को लेकर भी वन विभाग के अधिकारियों के साथ चर्चा की गई है.

जयपुर. मंत्री सुखराम बिश्नोई ने समीक्षा बैठक में साफ कर दिया कि वन एवं पर्यावरण संरक्षण की योजनाओं पर मजबूती से काम किया जाएगा. मानसून आने से पहले जंगलों में कहीं पानी की कमी न रहे,ताकि वन्यजीवों को पानी की कमी से कोई नुकसान ना हो. साथ ही उन्होंने अधिकारियों से जिला स्तर पर स्टाफ की कमी की जानकारी ली. और विभाग में चल रही स्टाफ की कमी को भी शीघ्र पूरी करने की बात कही. उन्होंने मानसून के दौरान ज्यादा से ज्यादा प्लांटेशन करने और कीकर, बबूल को हटाकर फलदार पौधे लगाने पर जोर दिया. उन्होंने निर्देशित किया कि योजनाओं के लक्ष्य तय समय पर पूरे किए जाएं, और काम की गुणवत्ता बेहतर हो. पौधे लगाने के साथ यह भी ध्यान रखें कि पौधों की मृत्यु दर कम से कम हो.

वन एवं पर्यावरण विभाग में चल रही योजनाओं की समीक्षा को लेकर मंत्री ने ली बैठक

मंत्री ने डेजर्ट नेशनल पार्क क्षेत्र में बर्ड डायवर्टर लगाने पर चर्चा की. ताकि वहां लगी विंड मिल्स से गोडावण पक्षी को नुकसान न हो. उन्होंने राज्य पक्षी गोडावण के संरक्षण पर विशेष फोक्स करने पर जोर दिया. प्रमुख सचिव श्रेया गुआ ने बताया कि विभाग में ज्यादातर पोस्टें खाली चल रही है. इन पोस्टों को भरने और नई भर्ती पर भी विचार किया गया है. साथ ही गोडावण के संरक्षण को लेकर भी वन विभाग के अधिकारियों के साथ चर्चा की गई है.

Intro:जयपुर
एंकर- वन एवं पर्यावरण विभाग में चल रही योजनाओं की समीक्षा को लेकर मंत्री सुखराम बिश्नोई ने आज अरण्य भवन में अहम बैठक ली। वन मंत्री ने अधिकारियों से योजनाओं का रिकॉर्ड तलब किया।


Body:मंत्री सुखराम बिश्नोई ने बैठक में साफ कर दिया कि वन एवं पर्यावरण संरक्षण की योजनाओं पर मजबूती से काम किया जाएगा। मानसून आने से पहले जंगलों में कहीं पानी की कमी न रहे। ताकि वन्यजीवों को पानी की कमी से कोई नुकसान ना हो।। उन्होंने अधिकारियों से जिला स्तर पर स्टाफ की कमी की जानकारी ली। और विभाग में चल रही स्टाफ की कमी को भी शीघ्र पूरी करने की बात कही। उन्होंने मानसून के दौरान ज्यादा से ज्यादा प्लांटेशन करने और कीकर, बबूल को हटाकर फलदार पौधे लगाने पर जोर दिया। उन्होंने निर्देशित किया कि योजनाओं के लक्ष्य तय समय पर पूरे किए जाएं, और काम की गुणवत्ता बेहतर हो। पौधे लगाने के साथ यह भी ध्यान रखें कि पौधों की मृत्यु दर कम से कम हो। मंत्री ने डेजर्ट नेशनल पार्क क्षेत्र में बर्ड डायवर्टर लगाने पर चर्चा की। ताकि वहां लगी विंड मिल्स से गोडावण पक्षी को नुकसान न हो। उन्होंने राज्य पक्षी गोडावण के संरक्षण पर विशेष फोकस करने पर जोर दिया।
प्रमुख सचिव श्रेया गुआ ने बताया कि विभाग में ज्यादातर पोस्टें खाली चल रही है इन पोस्टों को भरने और नई भर्ती पर भी विचार किया गया है। साथ ही गोडावण के संरक्षण को लेकर भी वन विभाग के अधिकारियों के साथ चर्चा की गई है। ताकि इस विलुप्त होती प्रजाति को बचाया जा सके।

बाईट- सुखराम बिश्नोई, वन एवं पर्यावरण मंत्री
बाईट- श्रेया गुहा, प्रमुख सचिव, वन एवं पर्यावरण








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