कोटा: दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर ट्रैफिक लगातार बढ़ रहा है. इसके चलते दरा घाटी में लगातार जाम जैसे हालात बनते जा रहे हैं. इसको कम करने की कयावद नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI), सार्वजनिक निर्माण विभाग (PWD) और राजस्थान स्टेट रोड डेवलपमेंट एंड कंस्ट्रक्शन कॉरपोरेशन (RSRDC) भी काम कर रही है. इसी के चलते मध्य प्रदेश से एक्सप्रेसवे पर होकर आ रहे वाहनों को सीधा-दरा घाटी के जरिए लाया जाएगा. जिन्हें चेचट, खेड़ली, भटवाड़ा व अमझार होते हुए एनएच 52 में अबली मीनी महल के नजदीक मिला देंगे.
इसके चलते कमलपुरा के नजदीक वाले दरा की नाल में यह वाहन नहीं फंसेंगे. वाहनों को फिलहाल कमलपुरा, ढाबादेह, मोड़क होते हुए चेचट जाना पड़ रहा है. यह रास्ता 36 किलोमीटर है, जिसके बाद एक्सप्रेसवे पर वहां चढ़ सकते हैं. जबकि खेड़ली, भटवाड़ा, अमझार होते हुए रास्ता 20 किलोमीटर ही है. इसके चलते 16 किलोमीटर वाहनों को कम चलना होगा. दूसरी तरफ इन्हें मोड़क के सिटी पोर्शन पर भी होकर नहीं जाना होगा. दरा की कमलपुरा की तरफ वाली नाल में ही ज्यादातर ट्रैफिक जाम की समस्या होती है. इन वाहनों के डायवर्ट होने से जाम की समस्या में कुछ हद तक कमी भी होगी.
कार से मिनी डोर तक निकल सकेंगे: नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के प्रोजेक्ट डायरेक्टर कोटा संदीप अग्रवाल का कहना है कि चेचट से छोटे वाहनों को दरा घाटी से सीधा निकलना शुरू कर दिया है. फिलहाल केवल चेचट की तरफ से आने वाले वाहनों को ही डायवर्ट किया जा रहा है. इससे केवल अबली मीनी महल के पास वाला रेलवे के एक अंडरपास ही छोटे वाहनों को क्रॉस करना होगा. कार, जीप, पिकअप, मिनी ट्रक और मेटाडोर यहां से निकल सकेंगे.
दूसरी तरफ के ट्रैफिक को भी डाइवर्ट: संदीप अग्रवाल का कहना है कि इस सड़क को आरएसआरडीसी मेंटेन कर रही है. इस पर जाने के लिए चेचट इंटरचेंज से वाहनों को 600 मीटर आगे आना है. निर्माणाधीन टनल के नजदीक से इस रास्ते पर वह जा सकेंगे. इसमें 600 मीटर का एरिया एक्सप्रेसवे का है. शेष 5.5 किलोमीटर एरिया पर आरएसआरडीसी काम कर रही है. इसमें डेढ़ किलोमीटर हिस्से में सीसी सड़क एक तरफ बना दी गई है. जल्द ही दूसरी लेन की सड़क भी बना दी जाएगी. इसीलिए इस पर एकतरफा यातायात डायवर्ट किया जा रहा है. इसका पूरा निर्माण होने के बाद दोनों तरफ का ट्रैफिक डायवर्ट कर देंगे.
हाड़ौती में दो जगह ब्रेक: गुजरात, मध्य प्रदेश बॉर्डर से राजस्थान के कोटा जिले के चेचट तक यातायात आ रहा है. यहां मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व में टनल का निर्माण जारी है. इसके चलते ट्रैफिक नहीं चल पा रहा है. इन्हें 36 किलोमीटर दूर दरा घाटी को पार कर नेशनल हाइवे 52 के रास्ते से जाना पड़ रहा है. वहीं दूसरी तरफ दरा घाटी के बाद तुरंत ट्रैफिक बूंदी जिले तक 104 किलोमीटर लबान तक जा रहा है. फिर उसके बाद वहां से 60 किलोमीटर दूर सवाई माधोपुर की कुश्तला से वापस एक्सप्रेसवे पर वहां चढ़कर दिल्ली की तरफ सफर कर रहे हैं. इसी के चलते लगातार ट्रैफिक एक्सप्रेसवे पर बढ़ रहा है. दूसरी तरफ हाड़ौती में इस एक्सप्रेसवे पर दो जगह पर ब्रेक लगे हुए हैं. एक बूंदी और सवाई माधोपुर जिले के बॉर्डर में रणथंभौर टाइगर रिजर्व और दूसरा कोटा जिले में मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व के नजदीक है.