जयपुर. प्रदेश में कोरोना का कहर जारी है. बढ़ते कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए सरकार की ओर से कई प्रयास किए जा रहे हैं. प्रदेश में कोविड वैक्सीनेशन का काम भी तेजी से चल रहा है. प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्रुति शर्मा के मुताबिक भवन में कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीनेशन कैंप आयोजित किया गया. वन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों ने वैक्सीन लगवाई. उप वन संरक्षक सुदीप कौर के निर्देशन में आयोजित कैंप में वन विभाग के 18 से 44 वर्ष आयु के 257 अधिकारियों और कर्मचारियों ने कोविडशील्ड वैक्सीन लगवाई.
इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अपनी सेवाएं दी. कैंप में वन विभाग के कर्मचारियों ने भी सहयोग दिया. वैक्सीन लगने के बाद कर्मचारियों ने प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्रुति शर्मा समेत अन्य विभागीय अधिकारियों का आभार जताया. काफी समय से वन विभाग के कर्मचारी वैक्सीनेशन की मांग कर रहे थे.
वन विभाग की प्रमुख शासन सचिव श्रेया गुहा की अध्यक्षता में वन क्षेत्रों में उगे हुए प्रोसोपिस जूलीफ्लोरा यानी विलायती बबूल के उन्मूलन के संबंध में प्रेषित विभागीय प्रस्ताव पर चर्चा के लिए बैठक आयोजित हुई. बैठक में विलायती बबूल उन्मूलन के लिए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर तैयार करने की आवश्यकता बताई गई.
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बैठक में विभाग की ओर से प्रस्तावित विभिन्न विकल्पों और विकल्पों के क्रियान्वयन के लिए आवश्यक आदेश और वित्तीय संसाधनों के संबंध में चर्चा की गई. प्रमुख सचिव ने निर्देश दिए कि विभिन्न विकल्पों के संबंध में स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर तैयार किया जाए और उसके अनुसार वित्तीय संसाधनों की व्यवस्था के लिए प्रयास किए जाएं.
वन विभाग की प्रमुख शासन सचिव श्री अगुआ ने निर्देश दिया कि वर्तमान में वन विभाग की ओर से नियमित योजनाओं में उपलब्ध बजट के अनुसार जो जूली फ्लोरा उन्मूलन कार्य कराया जा रहा है, उसकी स्थानीय स्तर पर मॉनिटरिंग भी की जाए. थीम बेस्ड मॉनिटरिंग के आधार पर जो क्षेत्र प्रोसोपिस जुलीफ्लोरा के उन्मूलन के संबंध में चिन्हित किए गए थे उनको भी लेने का प्रयास किया जाए.