जयपुर. भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना में क्लेम को लेकर प्रदेश के निजी अस्पताल चिकित्सा विभाग के रडार पर आ गए हैं. दरअसल भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत निजी अस्पतालों ने चांदी कूटी है. कई बड़े अस्पताल क्लेम के चक्कर में गड़बड़ी कर रहे हैं. चिकित्सा मंत्री का कहना है कि जल्द ही उन अस्पतालों पर कार्रवाई की जाएगी.
बता दें कि प्रदेश के चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने कहा है कि भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत करोड़ों रुपए के फर्जी क्लेम उठाने के मामले सामने आए हैं. क्लेम के चक्कर में निजी अस्पतालों ने झूठी बीमारियों के पैकेज बना डाले. वहीं आंकड़ों की बात की जाए तो 24 जून तक निजी अस्पतालों के मरीज को 1हजार 866 करोड़ रुपए तक का क्लेम दिया जा चुका है. जिसके बाद मंत्री ने कहा है कि कई बड़े अस्पताल क्लेम के चक्कर में गड़बड़ी कर रहे हैं. जिसके बाद ये सारे अस्पताल चिकित्सा विभाग के रडार पर आ गए हैं और इनकी जांच की जा रही है.
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वहीं स्टेट ग्रीवांस रिड्रेसल कमेटी में अब तक ऐसे 131 गड़बड़ी के मामले पहुंचे. जिसके बाद चिकित्सा मंत्री ने इन सभी की जांच के आदेश भी दे दिए हैं. रघु शर्मा ने कहा है कि सिर्फ 20 प्रतिशत क्लेम ही सरकारी अस्पताल से उठे हैं. वहीं बाकी 80 प्रतिशत क्लेम निजी अस्पतालों ने उठाए हैं. साथ ही मंत्री का यह भी कहना है कि मामले की जानकारी प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तक भी पहुंची है और जल्द ही मामले की जांच करके रिपोर्ट तैयार की जाएगी.