जयपुर. पूरब में उत्तर प्रदेश की सीमा से भरतपुर के भुसावर के आचार (56 Bhog Utsav in jaipur) से लेकर दक्षिण में मध्यप्रदेश की सीमा से सटे प्रतापगढ़ के आम पापड़ तक सारे स्वाद जयपुर में जलमहल की पाल पर अपनी महक बिखेरते नजर आए. मौका था छप्पन भोग आयोजन का. जिसके पीछे प्रदेश का उद्योग विभाग रहा. महकमे की मंत्री शकुंतला रावत ने शुक्रवार शाम फूड फेस्टिवल '56 भोग उत्सव-2022' का आगाज किया.
इस आयोजन में जयपुर आने वाले सैलानियों के साथ-साथ सिटीराइट्स सुबह 11 बजे से रात 9 बजे तक प्रदेश के तकरीबन हर जिले के व्यंजनों का लुत्फ ले सकेंगे. उद्योग मंत्री शकुंतला रावत ने इस कार्यक्रम के उद्घाटन पर कहा कि उनका विभाग हर जिले के मशहूर उत्पादों को पहचान दिलाने की पहल के तहत ऐसे आयोजनों का सिलसिला बरकरार रखेगा.
देसी स्वाद को मिलेगी अंतर्राष्ट्रीय ख्यातिः उद्योग मंत्री शकुंतला रावत ने शुक्रवार को जल महल की (56 Bhog Utsav begins in Jaipur) पाल पर सजने वाले राजस्थान हाट में चार दिवसीय फूड फेस्टिवल 56 भोग उत्सव- 2022 का शुभारंभ किया. उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजनों से जिलों के मशहूर उत्पाद राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना सकेंगे. रावत ने बताया कि उद्योग विभाग और उद्यम प्रोत्साहन संस्थान की तरफ से यह आयोजन प्रदेश के उत्पादों की छवि को और निखारने का काम करेगा.
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इस उत्सव में राजस्थान के स्वादिष्ट व्यंजन, प्रसिद्ध मसालों, मिठाइयों, नमकीन, विशिष्ट खाद्य पदार्थों और रसोई से जुड़े परम्परागत के साथ ही प्राकृतिक उपकरण भी एक ही जगह पर मुहैया करवाए जाएंगे. प्रदेश भर के व्यजनों, मसालों की खासियत और इलाके के हिसाब से उसकी जरूरत को सैलानियों से रूबरू करवाने के मकसद से यह आयोजन किया गया है. इस मौके पर शकुंतला रावत ने सभी स्टालों का निरीक्षण भी किया और कई उत्पाद भी खरीदे.
हर जिले के लजीज जायके, 10 दिसंबर को डिश कॉम्पिटिशनः उद्योग महकमे के इस आयोजन में प्रदेश के लगभग सभी जिलों से बेहतरीन व्यंजनों को चयनित कर पेश किया गया है. इस दरमियान व्यंजन प्रतियोगिता, चित्रकला प्रतियोगिता, टॉक शो, क्वीज प्रतियोगिता और विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाना है. उत्सव को दिलचस्प बनाने के लिए शनिवार को शुद्ध शाकाहारी राजस्थानी पारंपरिक थाली और डेजर्ट एंड स्वीट डिश प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा. प्रथम पुरस्कार विजेता को रसोई क्वीन या किंग की उपाधि से सम्मानित किया जाएगा. व्यंजन प्रतियोगिता के दौरान आधे घंटे का टॉक शो या कुछ प्रतियोगिता भी आयोजित की जाएगी, जो खानपान और न्यूट्रिशन से जुड़ी होगी.
इस फूड फेस्टिवल में नसीराबाद के कचोड़े, पुष्कर के मालपुए, गंगापुर के खीरमोहन, दौसा के डोवठे, कोटा की कचोरी, भुसावर का अचार, चिड़ावा का पेड़ा, अलवर का कलाकंद, पाली का गुलाब हलवा मिल सकेंगे. इसी प्रकार बीकानेर की भुजिया, जोधपुर के मिर्ची बड़े, प्रतापगढ़ का आम पापड़ जैसी विशेष डिशेज का जायका आमजन को एक ही परिसर में मिल सकेगा. इसके अलावा मुंबई का वड़ा पाव, आगरा के पेठे, गुजरात का खमन ढोकला सहित अन्य राज्यों के खास पकवान भी उत्सव में आमजन को लुभाएंगे.