जयपुर : कोरोना जैसी महामारी के बाद आर्थिक तंगी से जूझ रहे व्यवसाय जगत के लिए प्रदेश में राहत की खबर है. धीरे-धीरे पटरी पर लौट रहे कारोबार के बीच 2022 की फरवरी के बाद जारी हुए आंकड़ों में राजस्थान से एक्सपोर्ट में करीब 10 फीसदी का इजाफा दर्ज किया गया है. खास तौर पर जयपुर की जेम्स एंड ज्वेलरी के अलावा टेक्सटाइल और एग्रो फूड जैसे उत्पादों का निर्यात किया गया है.
गौरतलब है कि इस उत्पादन से प्रदेश में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से करीब 31 लाख से ज्यादा लोगों को रोजगार मिलने का दावा किया जा रहा है. राजसीको के चेयरमैन राजीव अरोड़ा के मुताबिक यह संकेत प्रदेश के लिए खासा सुखद है. इस सिलसिले में हाल ही में एक्सपोर्ट ग्रोथ और फ्यूचर स्ट्रेटजी ऑफ राजस्थान को लेकर एक विचार मंथन भी किया गया. जहां निर्यात को और अधिक बढ़ाने पर चर्चा की गई.
'मिशन निर्यातक बनो' पर काम जारी : राजस्थान सरकार ने साल 2021 में मिशन निर्यातक बनो शुरू किया था. जिसके तहत राज्य के करीब 9 हजार उद्यमियों, दस्तकारों और हस्तशिल्पयों को अपने प्रोडक्ट एक्सपोर्ट करने के लिए ट्रेनिंग दी गई थी. इस प्रशिक्षण का नतीजा यह रहा कि साल दो हजार इक्कीस में 52 हजार 764 करोड़ रुपए के निर्यात में इजाफा दर्ज किया गया और साल 2022 में यह बढ़कर 57 हजार 803 करोड़ रुपए हो गया. वहीं फरवरी 2023 तक यह निर्यात 70 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का हो चुका है. राजसीको चेयरमैन राजीव अरोड़ा के मुताबिक सरकार लगातार व्यापारियों के साथ-साथ हस्तशिल्पियों से संपर्क करके निर्यात से जुड़ी अलग-अलग योजनाओं की जानकारी दे रही है.
ऐसा अनुमान है कि इसी वित्तीय वर्ष में यह एक्सपोर्ट 80 हजार करोड़ रुपए से पार पहुंच जाएगा. वहीं सरकार की मदद से जयपुर समेत देश के अलग-अलग शहरों में प्रदर्शनी आयोजित करने के अलावा विदेशों में भी स्पेशल एग्जीबिशन लगाई जाएगी. फिलहाल राजस्थान सरकार निर्यात में वृद्धि के लिहाज से अलग-अलग व्यापारिक संगठनों से सुझाव ले रही है.