जयपुर. राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने जहां कुछ दिन पहले सुभाष महरिया के कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने को अपनी गलती माना था. बीते रविवार को ही दिल्ली जाने से पहले यह दावा किया था कि वो कांग्रेस के उन पुराने परिवारों के संपर्क में हैं, जिनके सदस्य कभी कांग्रेस के प्रमुख सदस्य रहे. रंधावा ने कहा था कि वो कांग्रेस के बड़े और छोटे नेताओं के परिवारों से मिलकर उन्हें कह रहे हैं कि कांग्रेस आपकी है. लेकिन रंधावा के बयान को 24 घंटे भी पूरे नहीं हुए कि राजस्थान में कांग्रेस के दो बड़े दिग्गज परिवारों के सदस्य कांग्रेस का हाथ छोड़ भाजपा का दामन थामने जा रहे हैं.
आज भाजपा में जो चार नेता शामिल होने जा रहे हैं उनमें दो नेता वह हैं जो न केवल प्रदेश कांग्रेस की राजनीति बल्कि राष्ट्रीय राजनीति में भी अपना वर्चस्व रख चुके हैं. इन दोनों नेताओं में एक पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल के रिश्ते में भतीजे विजेंद्र सिंह हैं और दूसरे राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ पहाड़िया के बेटे ओमप्रकाश पहाड़िया हैं. दोनों कांग्रेसी दिग्गजों के परिजन आज कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थाम लेंगे. संभव है कि अब ये कांग्रेस के सिंबल के खिलाफ चुनाव भी लड़ते दिखाई दें.
कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ चुके ओमप्रकाश पहाड़िया और विजेंदर सिंह आज दामन थामेंगे भाजपा का : बता दें कि पूर्व आईआरएस ओमप्रकाश पहाड़िया राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ पहाड़िया के बड़े बेटे हैं. जिन्हें 2013 में वैर विधानसभा से कांग्रेस ने टिकट दिया था. इसके बाद जब वैर विधानसभा में भाजपा से विधायक बने बहादुर सिंह कोली सांसद बन गए तो उपचुनाव में कांग्रेस ने पहाड़िया परिवार की टिकट काट दी और भजन लाल जाटव को टिकट दिया जो उपचुनाव में जीत गए. इस बार फिर कांग्रेस ने भजन लाल जाटव को ही अपना प्रत्याशी बनाया है. ऐसे में अब पहाड़िया परिवार जो वैर विधानसभा को अपनी परंपरागत सीट मानता था और 1998 से 2013 तक जिन्हें लगातार टिकट मिला अब नहीं लगता कि कांग्रेस उन्हें पूछेगी.
पढ़ें राजेश पायलट को नमन करने पहुंचे कई मंत्री और विधायक, सचिन पायलट बोले- हर गलती सजा मांगती है
ऐसे में ओमप्रकाश पहाड़िया आज कांग्रेस का दामन छोड़ भाजपा के साथ जुड़ने जा रहे हैं. इसी तरह से साल 2008 में उदयपुरवाटी विधानसभा से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले विजेंद्र सिंह भी आज भाजपा में शामिल होंगे. विजेंद्र सिंह पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल के रिश्ते में भतीजे हैं. उन्हें पहले पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा सिंह के कोटे में टिकट मिला था लेकिन साल 2013 में उनका टिकट कटा और 2018 में भी स्थिति यही रही. जिसके चलते अब कांग्रेस से नाराज विजेंद्र सिंह आज भाजपा का दामन थामने जा रहे हैं. हालांकि विजेंद्र सिंह से प्रतिभा देवी सिंह पाटिल का सीधा पारिवारिक रिश्ता न होकर धर्म का रिश्ता है. इसी तरह से आज भाजपा का दामन थामने वालों में बसपा के प्रदेश महासचिव ओमप्रकाश वर्मा और पूर्व आईएएस चंद्रमोहन मीणा भी भाजपा में शामिल होंगे.