जयपुर. राजस्थान विश्वविद्यालय के इतिहास में पहली बार सहायक कर्मचारी से लेकर वरिष्ठ शिक्षक तक हर एक गुरुवार को अवकाश पर रहेंगे. यही वजह है कि विश्वविद्यालय में 10 अगस्त को होने वाली सभी परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं. हालांकि विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से परीक्षाओं को स्थगित करने का कारण स्पष्ट नहीं किया गया है और जल्द संशोधित टाइम टेबल जारी करने के लिए कहा गया है.
यूनिवर्सिटी एंप्लॉयज को ओल्ड पेंशन स्कीम का लाभ लेने के लिए एंपलॉयर कंट्रीब्यूशन जमा करवाए जाने की शर्त रास नहीं आ रही और राज्य सरकार के स्तर पर पेंशन की स्थाई व्यवस्था किए जाने को लेकर किसी भी तरह का सकारात्मक रुख भी नहीं दिख रहा. जिसके विरोध में यूनिवर्सिटी के सभी संगठनों की ओर से सामूहिक अवकाश पर जाने का फैसला लिया गया है. जिसकी वजह से गुरुवार को होने वाली परीक्षाओं को भी स्थगित किया गया है.
पढ़ें: कर्मचारियों का हस्ताक्षर अभियान, केंद्र की मोदी सरकार से की 41 हजार करोड़ रुपए लौटने की मांग
राजस्थान यूनिवर्सिटी शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ संजय कुमार ने बताया कि पिछले कई दिनों से सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए शांतिपूर्ण धरना-प्रदर्शन किया जा रहा है. लेकिन राज्य सरकार की ओर से अभी तक ओपीएस लागू करने की शर्त को लेकर कोई सकारात्मक रवैया नहीं दिखा. ऐसे में विरोध की इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए गुरुवार 10 अगस्त को राजस्थान यूनिवर्सिटी के कर्मचारी, अधिकारी और शिक्षकों ने सामूहिक अवकाश पर रहने का फैसला लिया है.
इसके साथ ही कुलपति सचिवालय से गांधी सर्किल तक पदयात्रा निकाली जाएगी. वहीं राजस्थान यूनिवर्सिटी ऑफिसर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ भूपेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि अब व्यापक जन चेतना का एक विशेष अभियान शुरू किया जा रहा है. जिसके तहत राजस्थान विश्वविद्यालय ऑफिसर्स एसोसिएशन शिक्षक संघ के आंदोलन में कंधे से कंधा मिलाकर इस अभियान का पूरा सहयोग करेगा.