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नवरात्रि की तैयारियां पूरी...आमेर महल में रहेगी हाथी की सवारी पर रोक

मां शक्ति की आराधना के नौ दिन 6 अप्रैल से शुरू होने जा रहे हैं. नौ दिन देवी के भक्त मां की आराधना और अनुष्ठान करेंगे. 9 दिन तक छोटीकाशी माता के जयकारों से गुंजायमान रहेगी.

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Published : Apr 4, 2019, 12:33 PM IST

नवरात्रों में आमेर महल में रहेगी हाथी सवारी पर रोक

जयपुर. शहर में मंदिरों से लेकर घरों तक घट स्थापना के लिए तैयारियां की जा रही है. जगह-जगह माता के पांडाल सजने लग गए हैं. आमेर शिला माता मंदिर सहित घर-घर में घट स्थापना की जाएगी. आमेर शिला माता मंदिर के पुजारी बनवारी लाल शास्त्री ने बताया कि नवरात्रि की घट स्थापना 6 अप्रैल को अभिजीत मुहूर्त में की जाएगी. पहले नवरात्रा को दर्शनार्थियों के लिए दर्शन दोपहर 1:15 बजे से शुरू होंगे.इसके बाद दूसरे नवरात्रा से अंतिम नवरात्रा तक सुबह 6:00 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक और शाम को 4:00 बजे से रात 9:00 बजे तक माता के दर्शन होंगे.

नवरात्रों में आमेर महल में रहेगी हाथी सवारी पर रोक

दोपहर 12:30 बजे से 4:00 बजे तक मंदिर के पट बंद रहेंगे. इस दौरान माता के दर्शन नहीं होंगे. अष्टमी शनिवार को शाम 4:30 बजे नवमी युक्त होने से पूर्णाहुति का कार्यक्रम होगा. 15 अप्रैल को दशमी पर सुबह 10:30 बजे नवरात्रा उत्थापन होगा.नवरात्रों में आमेर शिला माता मंदिर में 10 महाविद्याओं और नौ दुर्गाओं की पूजा की जाती है. नवरात्रों में प्रतिदिन दुर्गा सप्तमी का पाठ और हवन किया जाएगा. नवरात्रों में कन्या पूजन भी की जाएगी और माता रानी का विशेष श्रंगार कर फूल बंगला की झांकी भी सजाई जाएगी. साथ ही पूर्व राजपरिवार की ओर से माता रानी के जरी की पोशाक चढ़ाई जाती है और रोजना आभूषणों का विशेष श्रंगार भी किया जाता है.

नवरात्र मेले की व्यवस्थाओं को लेकर प्रशासन की ओर से आमेर महल में तैयारियां की जा रही है. श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बास और टेंट लगाए जा रहे हैं. जिससे श्रद्धालुओं को माता के दर्शन करने में किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े. महल प्रशासन की ओर से अतिरिक्त होमगार्ड लगाए जाएंगे. मेले के दौरान महल में नाइट टूरिज्म और हाथी सवारी बंद रहेगी. मेले में एंबुलेंस, चिकित्सा, पानी और बिजली की व्यवस्था की जा रही है.

जयपुर. शहर में मंदिरों से लेकर घरों तक घट स्थापना के लिए तैयारियां की जा रही है. जगह-जगह माता के पांडाल सजने लग गए हैं. आमेर शिला माता मंदिर सहित घर-घर में घट स्थापना की जाएगी. आमेर शिला माता मंदिर के पुजारी बनवारी लाल शास्त्री ने बताया कि नवरात्रि की घट स्थापना 6 अप्रैल को अभिजीत मुहूर्त में की जाएगी. पहले नवरात्रा को दर्शनार्थियों के लिए दर्शन दोपहर 1:15 बजे से शुरू होंगे.इसके बाद दूसरे नवरात्रा से अंतिम नवरात्रा तक सुबह 6:00 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक और शाम को 4:00 बजे से रात 9:00 बजे तक माता के दर्शन होंगे.

नवरात्रों में आमेर महल में रहेगी हाथी सवारी पर रोक

दोपहर 12:30 बजे से 4:00 बजे तक मंदिर के पट बंद रहेंगे. इस दौरान माता के दर्शन नहीं होंगे. अष्टमी शनिवार को शाम 4:30 बजे नवमी युक्त होने से पूर्णाहुति का कार्यक्रम होगा. 15 अप्रैल को दशमी पर सुबह 10:30 बजे नवरात्रा उत्थापन होगा.नवरात्रों में आमेर शिला माता मंदिर में 10 महाविद्याओं और नौ दुर्गाओं की पूजा की जाती है. नवरात्रों में प्रतिदिन दुर्गा सप्तमी का पाठ और हवन किया जाएगा. नवरात्रों में कन्या पूजन भी की जाएगी और माता रानी का विशेष श्रंगार कर फूल बंगला की झांकी भी सजाई जाएगी. साथ ही पूर्व राजपरिवार की ओर से माता रानी के जरी की पोशाक चढ़ाई जाती है और रोजना आभूषणों का विशेष श्रंगार भी किया जाता है.

नवरात्र मेले की व्यवस्थाओं को लेकर प्रशासन की ओर से आमेर महल में तैयारियां की जा रही है. श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बास और टेंट लगाए जा रहे हैं. जिससे श्रद्धालुओं को माता के दर्शन करने में किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े. महल प्रशासन की ओर से अतिरिक्त होमगार्ड लगाए जाएंगे. मेले के दौरान महल में नाइट टूरिज्म और हाथी सवारी बंद रहेगी. मेले में एंबुलेंस, चिकित्सा, पानी और बिजली की व्यवस्था की जा रही है.

Intro:जयपुर
एंकर- मां शक्ति की आराधना के नौ दिन 6 अप्रैल से शुरू होने जा रहे हैं। नौ दिन देवी के भक्त मां की आराधना और अनुष्ठान करेंगे। 9 दिन तक छोटीकाशी माता के जयकारों से गुंजायमान रहेगी। शहर में मंदिरों से लेकर घरों तक घट स्थापना के लिए तैयारियां की जा रही है। जगह-जगह माता के पांडाल सजने लग गए हैं। आमेर शिला माता मंदिर सहित घर-घर में घट स्थापना की जाएगी।


Body:मां शक्ति की आराधना के नौ दिन 6 अप्रैल से शुरू होने जा रहे हैं। नौ दिन देवी के भक्त मां की आराधना और अनुष्ठान करेंगे। 9 दिन तक छोटीकाशी माता के जयकारों से गुंजायमान रहेगी। शहर में मंदिरों से लेकर घरों तक घट स्थापना के लिए तैयारियां की जा रही है। जगह-जगह माता के पांडाल सजने लग गए हैं। आमेर शिला माता मंदिर सहित घर-घर में घट स्थापना की जाएगी।
आमेर शिला माता मंदिर के पुजारी बनवारी लाल शास्त्री ने बताया कि नवरात्रि की घट स्थापना 6 अप्रैल को अभिजीत मुहूर्त में की जाएगी। पहले नवरात्रा को दर्शनार्थियों के लिए दर्शन दोपहर 1:15 बजे से शुरू होंगे। इसके बाद दूसरे नवरात्रा से अंतिम नवरात्रा तक सुबह 6:00 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक और शाम को 4:00 बजे से रात्रि 9:00 बजे तक माता के दर्शन होंगे। दोपहर 12:30 बजे से 4:00 बजे तक मंदिर के पट बंद रहेंगे इस दौरान माता के दर्शन नहीं होंगे। अष्टमी शनिवार को शाम 4:30 बजे नवमी युक्त होने से पूर्णाहुति का कार्यक्रम होगा। 15 अप्रैल को दशमी पर सुबह 10:30 बजे नवरात्रा उत्थापन होगा। नवरात्रों में आमेर शिला माता मंदिर में 10 महाविद्याओं और नौ दुर्गाओं की पूजा की जाती है। प्रथम नवरात्र को मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है। दूसरे नवरात्र को मां ब्रह्मचारिणी, तीसरे नवरात्र को चंद्रघंटा माता, चौथे नवरात्र को माता कुष्मांडा, पांचवें नवरात्रा को स्कंदमाता, छठे नवरात्र को कात्यायनी माता, सातवे नवरात्र को कालरात्रि माता, आठवे नवरात्र को महागौरी माता, नवे और आखिरी नवरात्र को सिद्धिदात्री माता की पूजा की जाएगी। नवरात्रों में प्रतिदिन दुर्गा सप्तमी का पाठ और हवन किया जाएगा। नवरात्रों में कन्या पूजन भी की जाएगी और माता रानी का विशेष श्रंगार कर फूल बंगला की झांकी भी सजाई जाएगी। साथ ही पूर्व राजपरिवार की ओर से माता रानी के जरी की पोशाक चढ़ाई जाती है। और रोजना आभूषणों का विशेष श्रंगार भी किया जाता है। नवरात्र मेले की व्यवस्थाओं को लेकर प्रशासन की ओर से आमेर महल में तैयारियां की जा रही है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बास और टेंट लगाए जा रहे हैं। जिससे श्रद्धालुओं को माता के दर्शन करने में किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। महल प्रशासन की ओर से अतिरिक्त होमगार्ड लगाए जाएंगे। मेले के दौरान महल में नाइट टूरिज्म और हाथी सवारी बंद रहेगी। मेल में एंबुलेंस, चिकित्सा, पानी और बिजली की व्यवस्था की जा रही है।

बाईट- बनवारी लाल शास्त्री, पुजारी, शिला माता मंदिर आमेर




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