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बिजली संकट में मिली थोड़ी राहत, कोल इंडिया से मिलने लगा 20 रैक कोयला

प्रदेश में चल रहे बिजली संकट से कुछ राहत मिलने की उम्मीद नजर आई है. राजस्थान को कोल इंडिया से मिल रहे रैक कोयला में अब इजाफा हुआ है. अब 20 रैक कोयला प्रतिदिन कोल इंडिया उसके अनुषांगिक कंपनियों से मिलने लगा है.

Coal Crisis, Jaipur News
राजस्थान में कोयला संकट
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Published : Oct 13, 2021, 2:33 PM IST

Updated : Oct 13, 2021, 9:58 PM IST

जयपुर. प्रदेश में कोयले की कमी के चलते चल रहे बिजली संकट में अब थोड़ी राहत मिलने की उम्मीद है. ऊर्जा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ सुबोध अग्रवाल के दिल्ली दौरे के बाद कोल इंडिया की अनुषांगिक कंपनियों से अब प्रतिदिन 20 रैक कोयला मिलना संभव हो पाया है. इसके बाद उम्मीद है कि प्रदेश में कोयला आधारित बिजली उत्पादन इकाइयों में उत्पादन में इजाफा होगा.

इससे पहले राजस्थान को एक पखवाड़े पहले तक 7 से 8 रैक कोयला, कोल इंडिया से मिल रहा था. जो प्रदेश सरकार का दबाव पड़ने के बाद पिछले दिनों 12 से 14 रैक प्रति दिन हो गया था. अब मंगलवार देर रात तक इसमें इजाफा हुआ है, जिसके बाद अब 20 रैक कोयला प्रतिदिन कोल इंडिया उसके अनुषांगिक कंपनियों से मिलने लगा है.

पढ़ें: भाजपा में सब मूर्ख...पर ज्ञानवान सीएम के राज में प्रदेश की स्थिति बदतर क्यों ? : राठौड़

गौरतलब है कि प्रदेश में बिजली के संकट के चलते जिला मुख्यालय और नगर पालिका क्षेत्र में प्रतिदिन एक घंटा और ग्रामीण इलाकों में 4 घंटे तक बिजली कटौती की जा रही है.

20 रैक कोयला डिस्पैच

कोयले के देशव्यापी आपूर्ति संकट के बीच बुधवार को राजस्थान के लिए राहत भरी खबर आई. राजस्थान के लिए देर रात तक कोयले की 20 रैक डिस्पैच कराने में कामयाबी मिल गई. ऊर्जा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुबोध अग्रवाल ने कोल इंडिया की अनुषंगी इकाइयों और विद्युत उत्पादन निगम एवं अडानी के संयुक्त उपक्रम से कोयले की पांच रैक अधिक डिस्पैच कराने में कामयाबी हासिल की.

एसीएस डॉ. अग्रवाल ने बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत देशव्यापी विद्युत संकट को लेकर गंभीर है. उन्होंने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से स्थिति की समीक्षा की. मुख्यमंत्री गहलोत के निर्देशों का परिणाम रहा है कि प्रदेश में कोयले की रैक डिस्पैच में उल्लेखनीय सुधार हुआ है. जहां पहले 10 से 11 रैक डिस्पैच की स्थिति आ गई थी. अब स्थिति सुधार हुआ और देर रात को 20 रैक डिस्पेच हुई है.

यह भी पढ़ें. डूंगरपुर: हवाला के 30 लाख रुपए की राशि के साथ युवक गिरफ्तार

अग्रवाल ने बताया कि कोल इंडिया की अनुषंगी इकाई एनसीएल से 4 रैक डिस्पेच हुई है. वहीं एसईसीएल से जहां मुश्किल से एक रैक डिस्पैच हो रही थी वह बढ़कर अब 4 रैक हो गयी है. इसी तरह से विद्युत उत्पादन निगम और अडानी के संयुक्त उपक्रम से कोयले की 12 रैक डिस्पेच करवाई गई है. इस तरह से प्रदेश के लिए 20 रैक डिस्पैच हुई है इससे पहले वाले दिन 16 और उससे पहले एक बार तो 10 से 11 और इससे कम रैक की स्थिति आ गई थी.

उन्होंने बताया कि कोयले की रैक बढ़ने से विद्युत उत्पादन और आपूर्ति में तेजी से सुधार आएगा. केन्द्रीय कोयला सचिव जैन ने डॉ. अग्रवाल को राजस्थान के लिए कोयला की आपूर्ति में लगातार सुधार के लिए आश्वस्त किया. जैन ने कहा कि बरसात व अन्य कारण से आपूर्ति प्रभावित हुई है. जिससे जल्दी ही सामान्य कर दिया जाएगा.

जयपुर. प्रदेश में कोयले की कमी के चलते चल रहे बिजली संकट में अब थोड़ी राहत मिलने की उम्मीद है. ऊर्जा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ सुबोध अग्रवाल के दिल्ली दौरे के बाद कोल इंडिया की अनुषांगिक कंपनियों से अब प्रतिदिन 20 रैक कोयला मिलना संभव हो पाया है. इसके बाद उम्मीद है कि प्रदेश में कोयला आधारित बिजली उत्पादन इकाइयों में उत्पादन में इजाफा होगा.

इससे पहले राजस्थान को एक पखवाड़े पहले तक 7 से 8 रैक कोयला, कोल इंडिया से मिल रहा था. जो प्रदेश सरकार का दबाव पड़ने के बाद पिछले दिनों 12 से 14 रैक प्रति दिन हो गया था. अब मंगलवार देर रात तक इसमें इजाफा हुआ है, जिसके बाद अब 20 रैक कोयला प्रतिदिन कोल इंडिया उसके अनुषांगिक कंपनियों से मिलने लगा है.

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गौरतलब है कि प्रदेश में बिजली के संकट के चलते जिला मुख्यालय और नगर पालिका क्षेत्र में प्रतिदिन एक घंटा और ग्रामीण इलाकों में 4 घंटे तक बिजली कटौती की जा रही है.

20 रैक कोयला डिस्पैच

कोयले के देशव्यापी आपूर्ति संकट के बीच बुधवार को राजस्थान के लिए राहत भरी खबर आई. राजस्थान के लिए देर रात तक कोयले की 20 रैक डिस्पैच कराने में कामयाबी मिल गई. ऊर्जा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुबोध अग्रवाल ने कोल इंडिया की अनुषंगी इकाइयों और विद्युत उत्पादन निगम एवं अडानी के संयुक्त उपक्रम से कोयले की पांच रैक अधिक डिस्पैच कराने में कामयाबी हासिल की.

एसीएस डॉ. अग्रवाल ने बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत देशव्यापी विद्युत संकट को लेकर गंभीर है. उन्होंने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से स्थिति की समीक्षा की. मुख्यमंत्री गहलोत के निर्देशों का परिणाम रहा है कि प्रदेश में कोयले की रैक डिस्पैच में उल्लेखनीय सुधार हुआ है. जहां पहले 10 से 11 रैक डिस्पैच की स्थिति आ गई थी. अब स्थिति सुधार हुआ और देर रात को 20 रैक डिस्पेच हुई है.

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अग्रवाल ने बताया कि कोल इंडिया की अनुषंगी इकाई एनसीएल से 4 रैक डिस्पेच हुई है. वहीं एसईसीएल से जहां मुश्किल से एक रैक डिस्पैच हो रही थी वह बढ़कर अब 4 रैक हो गयी है. इसी तरह से विद्युत उत्पादन निगम और अडानी के संयुक्त उपक्रम से कोयले की 12 रैक डिस्पेच करवाई गई है. इस तरह से प्रदेश के लिए 20 रैक डिस्पैच हुई है इससे पहले वाले दिन 16 और उससे पहले एक बार तो 10 से 11 और इससे कम रैक की स्थिति आ गई थी.

उन्होंने बताया कि कोयले की रैक बढ़ने से विद्युत उत्पादन और आपूर्ति में तेजी से सुधार आएगा. केन्द्रीय कोयला सचिव जैन ने डॉ. अग्रवाल को राजस्थान के लिए कोयला की आपूर्ति में लगातार सुधार के लिए आश्वस्त किया. जैन ने कहा कि बरसात व अन्य कारण से आपूर्ति प्रभावित हुई है. जिससे जल्दी ही सामान्य कर दिया जाएगा.

Last Updated : Oct 13, 2021, 9:58 PM IST
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