जयपुर. ग्रामीण क्षेत्रों में स्कूली छात्रों को प्रेरणादाई और ज्ञानवर्धक लघु फिल्में दिखाई जा रही है. सिनेमा ऑन व्हील्स आधुनिक डिजिटल मूवी थिएटर में छात्रों को गुड टच बैड टच, स्वास्थ्य, स्वच्छता, सामाजिक मूल्यों से जुड़ी लघु फिल्म को दिखाया जा रहा है. इसको लेकर शिक्षा विभाग और प्राइवेट फर्म के बीच एमओयू हुआ था. जिसके बाद प्रदेश के 11 जिलों के ग्रामीण क्षेत्रों में अब तक करीब 1 लाख 9 हजार छात्रों को ये लघु फिल्में दिखाई जा चुकी हैं. इसी फिल्म को शिक्षा मंत्री समेत विभागीय अधिकारियों ने भी देखा.
एक वाहन में निर्मित मिनी सिनेमा हॉल, जिसमें 360 डिग्री सराउंडिंग साउंड और हाई डेफिनेशन मूवी देखने का अनुभव खास होता है. जो लोगों के जहन में भी घर कर जाता है. ऐसा ही एक अनुभव मंगलवार को शिक्षा मंत्री डॉ बी डी कल्ला और विभागीय अधिकारियों ने लिया. इसको देखने के बाद शिक्षा मंत्री ने कहा कि सोशल मीडिया के माध्यम से किस तरह से बच्चों को एक्सप्लॉइट किया जाता है. इससे बचने के लिए क्या करना चाहिए, इस तरह की लघु फिल्में उन्होंने देखी. इससे ग्रामीण क्षेत्र में पढ़ने वाले बच्चों में जागरूकता आएगी. उन्होंने सुझाव दिया कि मोरल एजुकेशन से जुड़ी लघु फिल्में जैसे सदा सत्य बोलो, कभी झूठ नहीं बोले, सत्य ही ईश्वर है, नशे की प्रवृत्ति से दूर रहना, ऐसे पॉइंट्स फर्म को दिए हैं. जिन पर वो नई लघु फिल्में बनाएंगे.
इसके साथ-साथ सामाजिक समस्याओं और कुरीतियों पर कुछ काम उन्होंने किया है, कुछ काम और करने की आवश्यकता है. शिक्षा मंत्री ने बताया कि समग्र शिक्षा अभियान के अंतर्गत कुछ संस्थाएं एमओयू करते हुए छात्रों के हितों में कार्य करती हैं. सिनेमा ऑन व्हील्स संचालित करने वालों ने अब तक एक लाख से ज्यादा छात्रों को मोटिवेशनल और सामाजिक सरोकार से जुड़ी फिल्में दिखाई हैं. वर्तमान में इनसे 2024 तक का एमओयू किया हुआ है. आवश्यकता पड़ी तो एसओयू का विस्तार भी किया जाएगा. इसमें राज्य सरकार का कोई पैसा नहीं लगता. टीचर और छात्र इन एक्टिविटी से जुड़ते हैं. जबकि सीएसआर (कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी) फंड से 2% राशि इन्हें उपलब्ध कराई जाती है.
पढ़ें Rajasthan Politics : बीडी कल्ला बोले - मेरी उम्र साढ़े 73 साल, फिर भी लडूंगा चुनाव