जयपुर. देशभर में राजस्थान एक रेगिस्तानी प्रदेश के रूप में जाना जाता है. हर साल यहां पानी की समस्या भी बनी रहती है. जन स्वास्थ्य एवं अभियंत्रिकी विभाग के सामने लोगों तक पीने का पानी पहुंचाना सबसे बड़ी चुनौती रही है. प्रदेश में किसी भी पार्टी की सरकार रही हो उसे इस चुनौती का सामना करना ही पड़ता है. सरकार अपने स्तर पर प्रयास जरूर करती है कि लोगों तक स्वच्छ पीने का जल पहुंचाया जाए. दूसरी ओर जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग की ओर से 24 घंटे पानी की सप्लाई की बात की जाती रही है, हालांकि यह अभी दूर की कौड़ी ही है.
24 घंटे पानी अभी दूर की कौड़ी
विभाग के सामने 24 घंटे पानी सप्लाई करने में सबसे बड़ी बाधा पर्याप्त जल स्त्रोत, इन्फ्राट्रक्चर और बजट को लेकर है. प्रदेश की राजधानी होने के बावजूद भी जयपुर शहर में कई इलाकों में अभी भी पानी की समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है. शहर में 24 घंटे पानी सप्लाई के लिए एक पायलट प्रोजेक्ट भी शुरू किया गया है. अमृत जल योजना के नाम से इस पायलट प्रोजेक्ट का काम भी शुरू कर दिया गया है. अमृत जल योजना के जरिए चारदीवारी में एक क्षेत्र में 24 घंटे पानी सप्लाई की जाएगी. फिलहाल इसके लिए पाइप लाइन डालने का काम चल रहा है. मार्च 2021 तक इस काम के पूरा हो जाने की संभावना है. पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू की गई अमृत जल योजना से 11000 घरों तक 24 घंटे पानी पहुंचाया जाएगा और करीब एक लाख लोगों को इससे फायदा होगा.
अमृत जल योजना में बजट बड़ी समस्या
जयपुर शहर के अधीक्षण अभियंता उत्तर अजय सिंह राठौड़ ने बताया कि जयपुर शहर में 24 घंटे पानी सप्लाई करने के लिए कई समस्याएं हैं. सबसे बड़ी समस्या प्राप्त पानी की मात्रा और वितरण व्यवस्था को लेकर है. बजट भी एक बड़ी समस्या है. जब इन समस्याओं का समाधान होगा तभी 24 घंटे पानी सप्लाई किया जा सकता है. जयपुर शहर में पानी सप्लाई के लिए एक ही जल स्त्रोत और वह है बीसलपुर का बांध.
बीसलपुर बांध है जयपुर का मुख्य स्रोत
बीसलपुर बांध से ही जयपुर शहर के लोगों को पानी पिलाया जा रहा है. वर्तमान में बीसलपुर बांध से प्रतिदिन जयपुर शहर के लिए 470 एमएलडी पानी लिया जा रहा है, इसके अलावा 138 एमएलडी पानी ट्यूबवैलों से लिया जा रहा है. इस तरह से जयपुर शहर में प्रतिदिन 608 एमएलडी पानी सप्लाई किया जा रहा है. इसमे से 20 फीसदी पानी छीजत में चला जाता है.
जयपुर शहर में प्रति व्यक्ति 135 लीटर पानी की सप्लाई
अजय सिंह राठौड़ ने कहा कि जयपुर शहर में भी ऐसे कई इलाके हैं जहां 24 घंटे पानी सप्लाई किया जा सकता है. लेकिन सबसे बड़ी समस्या पर्याप्त पानी की मात्रा को लेकर है. जयपुर शहर में नो चौकड़ी बनी हुई है और हर चौकड़ी में जयपुर शहर में नो चौकड़ी बनी हुई है और हर चौकड़ी में चार से पांच लाख लोग रहते हैं. एक व्यक्ति के लिए प्रतिदिन 135 लीटर पानी सप्लाई किया जाता है. राठौड़ ने कहा कि 24 घंटे पानी सप्लाई के लिए पाइपलाइन में आधुनिक वॉल, रिंग फेन्सिंग, मीटर और लीकेज सिस्टम की आवश्यकता होगी. 24 घंटे पानी सप्लाई करने से पानी का दुरुपयोग कम होगा क्योंकि लोगों के पानी उपयोग का समय बढ़ जाता है और सीमित समय में पानी का उपयोग करने से उसका वेस्टेज ज्यादा होता है.
दिल्ली रोड पर स्थित इलाकों में नहीं हो रहा पानी सप्लाई
हालांकि पीएचईडी विभाग 24 घंटे पानी सप्लाई की व्यवस्था पर काम कर रहा है, लेकिन अभी भी शहर के कई इलाके ऐसे हैं जहां अब तक बीसलपुर का पानी नहीं पहुंचा है. इसके कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है और वे टैंकर मंगाकर पानी की जरूरतों को पूरा कर रहे हैं. जवाहर नगर, जयसिंह पुरा खोर, आमेर, खो नागोरियान, चारदिवारी के कुछ क्षेत्र सहित ऐसे कई इलाके हैं जहां अभी भी पानी को लेकर बड़ी समस्या है. जिन इलाकों में अब तक बीसलपुर का पानी नहीं पहुंचा है वहां विभाग की ओर से टैंकरों से पानी सप्लाई किया जाता है लेकिन वह नाकाफी है.
पानी की सप्लाई सही तरीके से नहीं होने के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है खासकर महिलाएं इससे ज्यादा दुखी हैं. इनका कहना है कि न तो नहाने के लिए पानी है और ना ही पीने के लिए. आरोप है कि सरकार के लिए ये लोग वोट देते हैं लेकिन सरकार इनके लिए कुछ नहीं करती. सरकारी टैंकर से पानी सप्लाई किया जाता है लेकिन यह टैंकर कब आता है इसका कोई समय तय नहीं है, इसलिए उन्हें पूरे दिन ही घर पर रहना पड़ता है. 4 से 5 दिन बाद टैंकरों से पानी सप्लाई किया जाता है, कई बार खाना बनाने के लिए भी पानी नहीं होता. प्रतिदिन कम से कम 2 टैंकर पानी यहां आने चाहिए तब जाकर उनका काम पूरा हो सकता है. कई लोगों ने कहा कि उनके इलाके में बरसों से पानी की समस्या बनी हुई है, लिहाजा उन्हें दूर जाकर मोटरसाइकिल या साइकिल से पानी लाकर काम चलाना पड़ता है.