जयपुर. मुख्य सचेतक डॉ. महेश जोशी ने नगर निगम आयुक्त को अवैध मीट और शराब की दुकानों को बंद करने के लिए पत्र लिखा है. हालांकि उन्होंने ये पत्र भगवती नगर प्रथम के परिपेक्ष में लिखा है. लेकिन फिर भी उन्होंने कहा है कि ऐसे सभी अवैध व्यापार के संचालन को रोका जाना चाहिये, ताकि लोगों के स्वास्थ्य और भावनाओं से खिलवाड़ ना हो.
जयपुर के भगवती नगर प्रथम में एक साथ मीट की 11 दुकानें और एक शराब की दुकान खोली गई है. जिनमें से 8 दुकानों के पास तो लाइसेंस ही नहीं है. इसे लेकर सरकारी मुख्य सचेतक डॉ महेश जोशी ने नगर निगम आयुक्त विजय पाल सिंह को पत्र लिखा है.
वहीं, उन्होंने क्षेत्र में एक राजकीय बालिका माध्यमिक विद्यालय और एक राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय संचालित होने का हवाला देते हुए, इन दुकानों को बंद करने की कार्रवाई कर आम जनता को राहत देने की बात कही है.
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महेश जोशी ने पत्र में लिखा है कि स्कूल में पढ़ने वाली बालिकाओं और स्थानीय महिलाएं जब क्षेत्र से निकलती हैं, तो दुकान पर बैठे असामाजिक तत्व उन्हें छेड़ते हैं और फब्तियां कसते हैं. जिससे क्षेत्र में आए दिन तनाव बना रहता है. ऐसे में उन्होंने उक्त मांस और शराब की दुकानों को बंद करने और नए लाइसेंस जारी नहीं करने का निवेदन किया है.
डॉ. ने कहा कि यदि कहीं अवैध शराब की दुकानें संचालित हो और क्षेत्रीय लोग इसे पसंद ना करें तो उनको रोका जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि निगम को अवैध व्यापार के संचालन को रोकना चाहिए ताकि लोगों के स्वास्थ्य भावना से खिलवाड़ ना हो.
बता दें कि भगवती नगर प्रथम करतारपुरा विकास समिति की ओर से डॉ. महेश जोशी को ज्ञापन सौंपा गया था. जिस पर संज्ञान लेते हुए जोशी ने निगम आयुक्त को अवैध व्यापार को बंद करने के लिए पत्र लिखा है.