जयपुर. राजस्थान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एसएमएस के प्लास्टिक सर्जरी विभाग ने एक युवक को लाचार होने से बचा लिया. 26 साल के युवक नियामत का रोड एक्सीडेंट में एक हाथ कंधे से कटकर अलग हो गया था, जिसे इलाज के लिए ट्रॉमा सेंटर लाया गया. यहां प्लास्टिक सर्जरी विभाग के अध्यक्ष डॉ. सुनील श्रीवास्तव और उनकी टीम ने 7 घंटे एक जटिल ऑपरेशन करते हुए युवक के हाथ का सफल रीइमप्लांट किया.
एसएमएस अस्पताल में प्लास्टिक सर्जरी विभाग ने कारनामा करते हुए एक युवक के कंधे से कटे हाथ को जोड़ दिया. 26 साल के युवक नियामत की 7 घंटे की सर्जरी चली. ऑपरेशन के बाद अब दोबारा हाथ में सक्रियता लौटी है. ट्रॉमा सेंटर में बुधवार को सड़क दुर्घटना के बाद नियामत को भर्ती कराया गया था. डॉक्टर्स ने कटे हुए हाथ की क्लीनिंग करने के बाद इस हाथ को जोड़ने का फैसला लिया, लेकिन इसमें जान का जोखिम भी था. नियामत को लाचार होने से बचाने और नई जिंदगी के लिए डॉक्टर की टीम ने परिजनों की सहमति के बाद ये जोखिम उठाया और सफल ऑपरेशन अंजाम दिया.
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अस्पताल अधीक्षक डॉ. अचल शर्मा ने बताया कि युवक की फ्रेश इंजरी थी, उसके कंधे से हाथ कट कर अलग हो गया, उसे रीइमप्लांट किया गया है. प्लास्टिक सर्जरी विभाग की ओर से ये ऑपरेशन किया गया. निश्चित रूप से ये जटिल ऑपरेशन था, क्योंकि हाथ पूरी तरह से कटकर अलग हो चुका था तो उसमें सारी खून की नसों को जोड़ना, अन्य नसों को जोड़ना, हड्डियों को जोड़ना एक जटिल प्रक्रिया थी. जिसे डॉक्टर्स ने सफलतापूर्वक अंजाम दिया. ये डिपार्टमेंट ऑफ प्लास्टिक सर्जरी की एक महत्वपूर्ण सफलता है. इसे लेकर सभी डॉक्टर्स बधाई के पात्र हैं. मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना के तहत नियामत का ऑपरेशन किया गया. डॉक्टर्स का दावा है कि एसएमएस अस्पताल में ये इस तरह की संभवतः ये पहली सर्जरी है.