जयपुर. राजस्थान में गहलोत सरकार महात्मा गांधी जयंती पर शांति व अहिंसा मंत्रालय अथवा निदेशालय की स्थापना करने जा रही है. इसकी संभावनाओं पर विचार किए जाने को लेकर मुख्य सचिव डीबी गुप्ता ने सोमवार को सचिवालय में बैठक ली. अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह राजीव स्वरूप, अतिरिक्त मुख्य सचिव कृषि एवं उद्यानिकी पवन कुमार गोयल, प्रमुख शासन सचिव पर्यटन एवं कला संस्कृति श्रेया गुहा सहित अन्य विभागों के प्रमुख शासन सचिव शासन सचिव की उपस्थिति में शांति और अहिंसा मंत्रालय की स्थापना को लेकर चर्चा की गई.
बैठक में विभागों को इससे जोड़ने का प्रशासनिक ढांचा बनाने पर विस्तार से विचार-विमर्श किया गया. इसके साथ ही एक सलाहकार समिति का गठन किए जाने का भी निर्णय लिया गया. यह समिति इस संबंध में अपने सुझाव सरकार को देगी. समिति के सुझावों के आधार पर एक समग्र कार्य योजना बनाकर मुख्यमंत्री के समक्ष पेश किए जाने का निर्णय लिया गया है. इस संबंध में पीबी राजगोपाल अध्यक्ष एकता परिषद भोपाल से प्राप्त कॉन्सेप्ट नोट के आधार पर राजस्थान में शांति एंव अहिंसा मंत्रालय अथवा निदेशालय स्थापित किए जाने की संभावना पर विचार विमर्श किया गया.
आपको बता दें कि राष्ट्रपति महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के उपलक्ष में 7 फरवरी को जयपुर में आयोजित सुब्बाराव के जन्म दिवस के अवसर पर सीएम अशोक गहलोत द्वारा घोषणा की गई थी कि राजस्थान में शांति और अहिंसा मंत्रालय अथवा निदेशालय की स्थापना किए जाने की संभावनाओं पर विचार किया जाएगा.
बैठक में प्रमुख शासन सचिव सामाजिक न्याय अधिकारिता विभाग अखिल अरोड़ा, प्रमुख शासन सचिव स्कूल शिक्षा आर. वैंकटेश्वरन, प्रमुख शासन सचिव सूचना जनसंपर्क विभाग एनएल मीणा, निदेशक स्थानीय निकाय पवन अरोड़ा, निदेशक महिला बाल विकास सुषमा अरोड़ा, शासन उप सचिव पर्यटन कला एवं संस्कृति रंजीता गौतम सहित संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे.