कोटपूतली (जयपुर). कीरतपुरा गांव के कोरोना पॉजिटिव 23 वर्षीय युवक की मौत हो गई. हालांकि मौत का कारण कोरोना नहीं, बल्कि अपेंडिक्स के ऑपेराशन का सही नहीं होना बताया जा रहा है. ऑपरेशन के बाद जहां उसे नर्सिंग केयर की जरूरत थी, वहीं आरोप है कि कोरोना संक्रमण के डर से कोई उसके पास भी नहीं गया. पेशाब करने में परेशानी आने के बाद उसने दम तोड़ दिया.
कीरतपुरा के युवक की जयपुर के एसएमएस अस्पताल में मौत हो गई. ये युवक कोरोना पॉजीटिव था. हालांकि मौत की वजह कोरोना नहीं, बल्कि अपेंडिक्स के ऑपरेशन के बाद बिगड़ी हालत थी. बताया जा रहा है कि ऑपरेशन के बाद इस युवक की हालत बिगड़ गई.
घरवालों का कहना है कि कोरोना पॉजीटिव रिपोर्ट आने के बाद इसे डेडीकेटेड वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया, लेकिन न घरवालों को इससे मिलने दिया और न ही अस्पताल के कर्मचारी ही इसके पास गए. हालत इतनी बिगड़ गई कि इसे पेशाब करने में भी भारी परेशानी हो गई. रविवार सुबह इसकी मौत की खबर आई है.
घरवालों ने बताया कि 23 साल का ये युवक ITI करने के बाद प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था. कुछ दिन पहले पेट दर्द की शिकायत होने के बाद इसने गांव में ही एक डॉक्टर को दिखाया. इससे आराम नहीं हुआ, तो बीडीएम अस्पताल में दिखाया. वहां सोनोग्राफी कराई गई. अपेंडिक्स की समस्या डिटेक्ट हुई तो डॉक्टरों ने ऑपरेशन की सलाह दी.
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बताया जा रहा है कि बीडीएम के बाद युवक को घरवाले कोटपूतली के ही आरोग्य हॉस्पीटल भी लेकर गए. वहां भी जांच के लिए सोनोग्राफी कराई गई. हालत क्रिटिकल लगने पर इसे जयपुर के लिए रैफर कर दिया गया.
हालांकि ये अफवाह भी थी कि इसका ऑपरेशन कोटपूतली में ही किया गया था. ऑपरेशन सही नहीं हो पाने के बाद इसकी हालत बिगड़ गई और इसे जयपुर भेज दिया गया, लेकिन आरोग्य अस्पताल ने इन खबरों को कोरी अफवाह ही बताया है. एक बात तो तय है, ऑपरेशन कहीं भी हुआ हो, अगर इसकी देखभाल ठीक से होती तो किसे पता आज वो हमारे बीच जिंदा होता.