जयपुर. राजस्थान में डायलिसिस के दौरान लगातार बढ़ते इंफेक्शन और इससे मरीजों की मौत के बढ़ते मामलों को लेकर डॉक्टर चिंतित है. ऐसे में प्रदेशभर के डायलिसिस नर्सिंगकर्मी और टेक्निकल एक्सपर्ट इस पर चर्चा करने के लिए जयपुर में जुटे. जिसमें चिकित्सकों ने बताया कि जरा सी लापरवाही मरीज को हैपेटाइटिस बी और सी की चपेट में ले लेती हैं.
राज्य स्तरीय कांफ्रेंस 'MediEnhance 2019' में एक्सपर्ट ने इंफेक्शन रेट कम होने और मरीजों की जान बचाने के लिए नई तकनीक पर मंथन किया. जिसमें एसएमएस मेडिकल कॉलेज के रिटायर्ड प्रोफेसर डॉ एसके पारीक, एडिशनल प्रिंसिपल डॉ विनय मल्होत्रा, एसएमएस मेडिकल कॉलेज के सीनियर प्रोफेसर डॉ धनंजय अग्रवाल सहित प्रदेश के नामचीन नेफ्रोलॉजिस्ट ने लेटेस्ट तकनीकी के बारे में चर्चा की. इस दौरान राजस्थान के करीब 125 टेक्निकल एक्सपर्ट्स और नर्सिंगकर्मी इसमें शामिल हुए.
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इस दौरान चिकित्सकों ने बताया कि बेहद कम ब्लड प्रेशर वाले गंभीर मरीजों के लिए अब एचडीएफ यानी हीमो डायो फिल्टरेशन मशीन मौजूद है. जो बेड पर जाकर आईसीयू में डायलिसिस करती है. एक साथ 7 किडनी ट्रांसप्लांट किए जा रहे हैं. ऐसे में इंफेक्शन का ख्याल रखना सबसे जरूरी है.