शाहपुरा (जयपुर). आमजन को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के भले ही सरकार कितनी ही योजनाएं बना लें, लेकिन जिम्मेदारों की लालफीताशाही के कारण आमजन को उन योजनाओं का समुचित लाभ नहीं मिल पाता. ऐसी ही एक बानगी शाहपुरा के राजकीय अस्पताल में देखने को मिल रही है. जहां दवा वितरण केंद्रों की संख्या कम है. ऐसे में यहां आने वाले मरीजों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है.
जानकारी के अनुसार शाहपुरा के राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मरीजों को निशुल्क दवा वितरण के लिए 5 दवा वितरण केंद्र स्वीकृत हैं. पूर्व में यहां 4 दवा वितरण केंद्र संचालित थे. इनमें से बीपीएल सूची में पंजीबद्ध मरीजों के लिए अलग से दवा वितरण केंद्र भी बना हुआ था. वहीं, अस्पताल में भीड़भाड़ न हो और बेहतर सुविधा मिले. इसके लिए परिसर में अलग से दवा वितरण केंद्र के लिए दुकानें बनाकर करीब साल भर पहले संचालित किया गया.
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इसके अलावा जिम्मेदारों की अनदेखी से चार दवा केंद्रों में से तीन केंद्र ही संचालित किए जा रहे हैं. साथ ही बीपीएल काउंटर को भी इन्हीं में समाहित कर दिया गया है. ऐसे में यहां दवा लेने के लिए आने वाले मरीजों को काफी परेशानी होती है. यहां ओपीडी में दवा वितरण केंद्रों पर मरीजों की भीड़ लगी रहती है. इसके साथ ही लंबी कतार में उन्हें अपनी बारी का इंतजार करना पड़ता है.
इधर, दवा वितरण केंद्रों पर काम करने वाले कार्मिकों को भी परेशानी होती है. इन दवा केंद्रों पर 500 से ज्यादा मरीजों की लाइन लगी रहती है. इस संबंध में चिकित्सालय प्रभारी डॉ. हरीश मोहन मुदगल का कहना है कि इस संबंध में उच्च अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका हैं. शीघ्र ही दवा वितरण केंद्र की संख्या बढ़ा दी जाएगी.