जयपुर. प्रदेश के 1810 व्यावसायिक शिक्षकों पर बेरोजगारी का संकट मंडरा रहा है. 905 सरकारी स्कूलों में चल रही व्यावसायिक शिक्षा से प्रदेश के डेढ़ लाख विद्यार्थी हुनुर ले रहे थे. प्रदेशभर के व्यावसायिक शिक्षक गुरुवार को राजधानी जयपुर के शहीद स्मारक पर धरना दे रहे है.
शिक्षकों ने अपनी पीड़ा बताते हुए कहा कि एक तरफ पिछले 10 महीनों से वेतन नहीं मिला वही दूसरी ओर 28 फरवरी आखरी तारीख देकर हटाया भी जा रहा है. शिक्षकों में आक्रोश है कि पिछले चार सालों से स्कूलों में 9वीं से 12वीं के डेढ़ लाख विद्यार्थियों को व्यावसायिक शिक्षा दी जा रही थी लेकिन अब राज्य सरकार बजट नहीं होने का रोना रो रही है और इसको बन्द करने जा रही है.
शिक्षकों ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी ने अपनी जन घोषणा में व्यावसायिक शिक्षकों को नियमित करने की बात कही थी यहाँ तक कि व्यावसायिक शिक्षा को बढ़ाने की बात कही गयी थी लेकिन सरकार सत्ता में आते ही व्यावसायिक शिक्षा को बंद करने जा रही है.
राज्य शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने बताया कि व्यावसायिक शिक्षा का केन्द्र से बजट आता है लेकिन केंद्र ने राज्य में कई योजनाओं पर बजट कटौती की है जिसके चलते राज्य सरकार पर भार है. ऐसे में व्यावसायिक शिक्षा को हटाया नहीं जा रहा है फिलहाल कोर्स पूरा कराने को कहा है. वहीं सरकार को आगे जहां जहां भी जरूरत होगी वहां उनको लगाया जाएगा.
व्यावसायिक शिक्षा में यह कोर्स है शामिल
व्यावसायिक शिक्षा में छात्र छात्राएं ऑटोमोबाइल, हेल्थ केअर, ट्रेवल एन्ड टूरिज्म, ब्यूटी एवं कैलकिस, आईटी, रीटेल, एग्रीकल्चर और सिक्योरिटी गार्ड में अपना भविष्य आजमा सकते है.