जयपुर. भरतपुर में कृपाल जघीना हत्याकांड के आरोपियों की गोलियों से भूनकर हत्या मामले में बीजेपी ने गहलोत सरकार पर निशाना साधा है. नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि राजस्थान में अपराधियों द्वारा कानून-व्यवस्था को ताक पर रखकर किस कदर अराजकता का वातावरण बनाया जा रहा है, भरतपुर की घटना इसका जीता-जागता उदाहरण है. इस हत्याकांड पर आगामी विधानसभा सत्र में सरकार से जवाब मांगेंगे.
सदन में सरकार को बताना होगा कि इस हत्याकांड के पीछे की राजनीति क्या है ? वहीं, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है. आमजन में पुलिस को लेकर विश्वास नहीं है और अपराधियों में पुलिस को लेकर डर नहीं है. भरतपुर की घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं. किसके कहने पर आवाज को दबाने के लिए ये हत्याकांड हुआ ?
सदन में उठाएंगे मुद्दा : नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि राजस्थान में न कानून है और न व्यवस्था. मुख्यमंत्री ने साढ़े 4 साल तक राजस्थान को पूर्णकालिन गृहमंत्री नहीं दिया. पुलिस की लापरवाही और पुलिस के टूटते इकबाल के कारण अपराधियों ने भरतपुर की घटना को अंजाम दिया. पुलिस की कस्टडी और 6-6 गार्ड की सुरक्षा में रोडवेज की बस में दुर्दांत अपराधी को लेकर आए और उसकी दिनदहाड़े गोलियों से भूनकर हत्या कर दी जाती है. सवाल ये कि इस तरह के दुर्दांत अपराधी को थ्रेट होने के बावजूद इतनी बड़ी घोर लापरवाही क्यों हुई ?. पुलिस ने क्यों व्यवस्था नहीं की ? क्यों रोडवेज की बस में लेकर आए ? ये कई सवाल हैं, जिसका जवाब सदन में सरकार से मांगा जाएगा. राठौड़ ने कहा कि यह भरतपुर ही नहीं, बल्कि पूरे राजस्थान की कहानी है.
रोज पुलिस की पिटाई हो रही है. कभी बजरी माफिया तो कभी खनन माफिया आतंक मचा रहे हैं. रक्षक भक्षक बन जाते हैं और सरकार के अंदर 200 मुख्यमंत्री बने हुए हैं, जिन्होंने इसी तरह के काबिल अफसरों को फील्ड में लगा रखा है. राठौड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री, जो राज्य के गृह विभाग के मुखिया भी हैं, उनके शासन में राज्य में लागू गहलोत पैनल कोड में अपराधियों से डरी-सहमी पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है. अपराधी अपराध करने के लिए बेखौफ हैं. राठौड़ ने कहा कि जनता की जान को खतरे में डालकर रोडवेज बस में खूंखार अपराधियों को ले जाना पुलिस की समझदारी कहें या अपराधियों से सांठगांठ ? इसका जवाब जनता जानना चाहती है.
राजनीति और अपराध का गठजोड़ : बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि पुलिस के प्रति आम जनता में विश्वास होना चाहिए और अपराधियों में पुलिस का डर, लेकिन यहां उल्टा है. अपराधी में पुलिस का विश्वास है और आमजन में पुलिस का डर. भरतपुर में जो घटना हुई, यह सामान्य नहीं है. कहीं ना कहीं बड़े राजनीतिक संरक्षण की झलक दिखाई दे रही है. जोशी ने कहा कि दिनदहाड़े हुए हत्याकांड ने कई सवाल छोड़ दिए हैं. आखिर किसके खिलाफ वो बयान देने वाला था, जिसकी वजह से उसकी हत्या की गई है. किसी बड़े व्यक्ति का नाम आने वाला था, लेकिन आवाज बंद कर दिया गया. जोशी ने कहा कि प्रदेश में राजनीति और अपरध का गठजोड़ चल रहा है.
ये हुई घटना : बता दें कि भरतपुर में बुधवार को बदमाशों ने दिनदहाड़े भाजपा नेता कृपाल जघीना हत्याकांड के आरोपी कुलदीप की हत्या कर दी. घटना आमोली टोल प्लाजा के पास की बताई जा रही है, जब पुलिस आरोपी कुलदीप जघीना और उसके साथी विजयपाल को बस से पेशी के लिए भरतपुर कोर्ट ले जा रही थी. जैसे ही बस आमोली टोल प्लाजा पर रुकी तो दो बदमाश बस में चढ़े गए. उसके बाद फिल्मी स्टाइल में पुलिस की आंखों में मिर्च डाल दनादन गोलियां बरसा दी. जिसमें कुलदीप की मौत हो गई, जबकि अन्य साथी विजयपाल घायल हो गया.
कर्नाटक में जैन संत की हत्या को जोशी ने बताया तुष्टिरण, राज्यपाल को भेजा पत्र : भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सांसद सीपी जोशी ने कर्नाटक में जैन संत की निर्मम हत्या की कड़ी भर्त्सना करते हुए कर्नाटक के राज्यपाल थावर चंद गहलोत को पत्र भेजा है. अपने पत्र में उन्होंने कहा कि जैन संत आचार्य 108 कामकुमार नंदी के अपहरण के बाद उनकी नृशंस हत्या की जितनी निंदा की जाए, उतनी कम है. जैन संत के अपहरण और वीभत्स हत्या की घटना ने संपूर्ण जैन समाज और मानवता को आहत और आक्रोशित कर दिया है. चित्तौड़गढ़ जिला मीडिया प्रभारी सुधीर जैन ने बताया कि जोशी ने राज्यपाल के माध्यम से कर्नाटक की कांग्रेस सरकार से मांग की है कि तुष्टिकरण की कार्रवाई से ऊपर उठते हुए इस जघन्य हत्याकांड में दोषियों पर त्वरित कार्रवाई कर अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाए.