जयपुर. राजधानी जयपुर में हुए धर्मांतरण कार्यक्रम को लेकर बीजेपी आक्रामक हो गई है. सीकर से सांसद सुमेधानंद सरस्वती ने गहलोत सरकार पर निशाना साधा है. जयपुर में मंगलवा रको मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि ईसाइयत में हो रहे इस कन्वर्जन पर गहलोत सरकार इसलिए खामोश है, क्योंकि वो सोनिया गांधी को नाराज नहीं करना चाहते. पार्टी उन लोगों की घर वापसी के लिए बड़ा अभियान चलाएगी, जो किसी दबाव या प्रलोभन में घर छोड़ कर चले गए.
अंग्रेजी हुकूमत से चल रहा था धर्मांतरण : सांसद सुमेधानंद सरस्वती ने कहा कि लंबे समय से षड्यंत्र है. हिंदुत्व को तोड़ने की दिशा में काम करते हैं. अंग्रेजी हुकूमत के समय से शुरू हुआ था ये अभियान. चर्च संस्कृति चालू हुई उसके बाद से गरीबों के रूप में उड़ीसा, छत्तीसगढ़, झारखंड सहित कई राज्यों में पूरा एक अभियान चला, जहां पर हिंदुओं को बदलने का कार्य किया गया. ये अभियान धीरे-धीरे पंजाब में भी हुआ, अब ये अभियान राजस्थान में भी चल रहा है. उन्होंने कहा कि जहां तक पार्टी की बात कही है, हमारी पार्टी इसके लिए कई बार इस प्रकार के कार्यक्रमों के विरुद्ध आंदोलन करती रही है. जबरन धर्मांतरण के खिलाफ कानून लेकर आएंगे.
गांधी परिवार को खुश करने के लिए खामोश : सुमेधानंद ने कहा कि जबरन धर्मांतरण (MP Sumedhanand Targets Gehlot Government) देश के हित में नहीं है, समाज के हित में नहीं है. गरीब लोगों के साथ छलावा, धोखा है. कांग्रेस तो ये काम सोनिया गांधी के नेतृत्व में शुरू से कर रही है. उनको आशीर्वाद मिलता है. यह षड्यंत्र है, हम इसका विरोध करते हैं. इस प्रकार काम नहीं होना चाहिए. पार्टी के स्तर पर बातचीत करेंगे. इसको रोका जाए.
जयपुर में हुए इस कार्यक्रम पर उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी के खिलाफ अशोक गहलोत तो क्या, किसी अन्य नेता में भी बोलने की हिम्मत नहीं है. ईसाइयत के मैटर में तो उनकी जुबान पर ताला लग जाता है, नहीं तो सरकार को इस प्रकार की सूचना थी कि लालच देकर लोगों का धर्मांतरण किया जा रहा है, फिर भी उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की. उहोंने कहा कि गहलोत सरकार को पता है कि ईसाइयत के खिलाफ बोलना मतलब सोनिया गांधी के खिलाफ बोलने जैसा है. इसलिए इनका षड्यंत्र है और षड्यंत्र के अनुसार यह काम कर रहे हैं.
घर वापसी का अभियान और तेज होगा : सुमेधानंद ने कहा कि हमारा घर वापसी कराने का प्रयास शुरू से रहा है और जिस संस्था से मैं हूं, आर्य समाज ने तो आजादी से पहले से ही घर वापसी का अभियान शुरू किया था और वह प्रयास लगातार जारी है. हम ब्याज सहित घर वापसी कराएंगे. सामाजिक स्तर पर हमारा मूवमेंट है और संघ ने भी इसको लेकर बहुत काम किया है. जो हमारे लोग भूले भटके बिछड़ गए थे, उनको वापस लाने काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि सामाजिक स्तर के साथ अब राजनीतिक स्तर पर भी पार्टी में बातचीत करके और काम करेंगे.
जयपुर में हुआ था धर्मांतरण कार्यक्रम : बता दें कि जयपुर के वाटिका सेक्टर में धर्मांतरण को लेकर (Conversion Program in Jaipur) कार्यक्रम हुआ था, जिसमें यह आरोप लगे थे कि यहां पर विशेष समुदाय में लोगों को आर्थिक प्रलोभन देकर धर्म बदला जा रहा है. इस कार्यक्रम को लेकर सार्वजनिक पोस्टर भी लगे थे. इसके बाद सरकार पर सवाल उठे थे कि सरकार के नाक के नीचे हुए इस कार्यक्रम में सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की.
पुलिस का कहना अब तक कोई शिकायत नहीं मिली: सांगानेर सदर थाना इलाके के वाटिका ग्राम पंचायत में धर्म प्रचार के नाम पर कार्यक्रम आयोजित करवाने और धर्मांतरण करने के आरोप सामने आने के बाद पुलिस ने कार्यक्रम का आयोजन करने वाले पास्टर धर्मपाल से पूछताछ की, लेकिन न तो उसे हिरासत में लिया गया और न ही अब तक इस पूरे प्रकरण को लेकर कोई मामला दर्ज किया गया है. डीसीपी साउथ योगेश गोयल का कहना है कि इस मामले को लेकर अब तक पुलिस को कोई भी शिकायत प्राप्त नहीं हुई है. पास्टर धर्मपाल हर रविवार को प्रार्थना सभा आयोजित करता है और लोगों को ईसाई धर्म से जोड़ने का प्रयास करता है. हालांकि वह किसी पर भी दबाव नहीं बनाता और ना ही जबरन किसी का धर्म परिवर्तन करता है. हालांकि पुलिस यह पता लगा रही है कि इस कार्यक्रम के लिए धर्मपाल को फंडिंग कौन करता है. धर्मपाल का पंजाब के अमृत संधू और उसकी टीम के संपर्क पाया गया है. फिलहाल इन तमाम तथ्यों को लेकर पुलिस व केंद्रीय जांच एजेंसी पड़ताल कर रही है.